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Zakir Yusuf: लोगों को फर्जी तरीके से अमेरिका भेज करोड़ों कमाता था ये शातिर, 32 गर्लफ्रैंड पर पानी की तरह बहाता था पैसा

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Zakir Yusuf: लोगों को फर्जी तरीके से अमेरिका भेज करोड़ों कमाता था ये शातिर, 32 गर्लफ्रैंड पर पानी की तरह बहाता था पैसा

(डिजिटल डेस्क) :  दिल्‍ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किए गए फर्जी पासपोर्ट-वीजा रैकेट के सरगना जाकिर युसूफ ने रिमांड के दौरान कई हैरान करने वाले खुलासे किए हैं. पुलिस पूछताछ में इस शातिर ठग ने बताया कि वह हर माह करीब 20 लोगों का फर्जी पासपोर्ट तैयार कर अमेरिका भेजता था. इस फर्जीवाड़े से होने वाली लाखों की कमाई से वह अय्याशी भरा जीवन जीता था. उसने सबसे चौकानें वाला खुलासा यह किया कि उसकी कुल 32 गर्लफ्रेंड है. जिन पर वह हर माह लाखों रुपये लुटाता था. इसके अलावा ये ठग डांस बार जाने का भी शौकीन था और सप्‍ताह में दो बार जरूर जाता था.

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कुल 32 गर्लफ्रैंड
उसकी 32 गर्लफ्रैंड हैं, जिन पर वह लाखों रुपये उड़ाता है. डांस बार जाने का शौकीन है. बीते 20 वर्षों में उसने ट्रेन से सफर नहीं किया है. वह केवल विमान से ही सफर करता है. उसके दो बच्चे कनाडा में पढ़ाई करते हैं, जबकि तीसरी बेटी को भी पढ़ाई के लिए वह कनाडा भेजने वाला था.

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वेब सीरिज और फिल्मों में लगाता था पैसे
डीसीपी तनु शर्मा ने बताया कि जाकिर पर कुल 6 मामले दर्ज हैं जो अदालत में चल रहे हैं. वह अभी तक हजारों लोगों को अवैध तरीके से अमेरिका भेज चुका है. इससे कमाए रुपयों को वह अब वेब सीरिज एवं फिल्मों में लगा रहा था. जल्द ही उसकी फिल्में रिलीज होने वाली थी. वह बीते 25 वर्षों से फर्जी पासपोर्ट एवं वीजा का काम कर रहा है. एयरपोर्ट पुलिस उस पर मकोका के तहत कार्रवाई करने पर विचार कर रही है. पुलिस ने बताया कि आरोपी को लोगों को रूम में ठहराने के लिए 4 से 5 हजार रुपये प्रति यात्री मिलते थे. उसने टिकट एजेंट के पास पूरा फर्जीवाड़ा सीखा और 2007 में अपना काम खोल लिया. कई जगहों पर अपने एजेंट रखे.

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2007 में शुरू किया काम


पुलिस सूत्रों ने बताया कि जाकिर का जन्म वर्ष 1976 में चेन्नई में हुआ था. वह सातवीं कक्षा तक पढ़ा है. 12 वर्ष की उम्र में वह गांव के रहने वाले एक शख्स के साथ मुंबई चला गया था. वहां कई वर्षों तक उसने कार मकैनिक का काम किया. 21 वर्ष की आयु में राटे नामक टिकट एजेंट के संपर्क में आया. फर्जी दस्तावेज पर विदेश जाने वाले लोगों को ठहराने का काम करने लगा.

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एक को भेजा अमेरिका तो कमा लिया 8-10 लाख 
आरोपी ने बताया कि वह शुरुआत में लगभग 20 लाख रुपए लेता था. यात्री को मनागुआ, गोटेमाला, सेल्वाडोर आदि देशों में भेजता जहां पहुंचने के बाद वीजा मिलता है. वहां उसके एजेंट यात्री को लेते और जंगल के रास्ते मैक्सिको होते हुए अमेरिका में भेज देते. अभी वह एक से 65 से 70 लाख रुपए लेता है. इसमें 8 से 10 लाख उसकी कमाई होती है, बाकी का खर्चा हो जाता है.