MP में 50 मीटर से भी कम हुई विजिबिलिटी, 29 दिसंबर के बाद पश्चिमी विक्षोभ होगा सक्रीय
मध्य प्रदेश के मौसम में लगातार परिवर्तन देखने को मिल रहा है। शाम होते ही ठंड बढ़ने लगती है और सुबह आते आते भयंकर कोहर छा गया। वहीं, मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए बताया है कि आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रीय हो सकता है।

NEWS HINDI TV, DELHI : मध्य प्रदेश के मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा. कभी बादल छाए रहने से तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है तो कभी रात से सुबह तक घना कोहरा लोगों को खासा परेशान कर रहा है. नया साल नजदीक आते ही ठंड का असर बढ़ गया है. रविवार शाम से रात तक प्रदेश के कई शहरों में बादल छाए रहे।
वहीं रात होते ही घना कोहरा छा गया, जिसका असर सुबह करीब 8 बजे तक देखने को मिला. वाहन चालकों को सुबह के समय गाड़ियों की लाइट चालू करके चलाना पड़ा. मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की वजह से ऐसा मौसम देखने को मिलेगा. आने वाले समय में भी मौसम इसी प्रकार बना रह सकता है. वहीं सप्ताह के अंत तक 29 दिसंबर के बाद पश्चिमी विक्षोभ पूर्ण रूप से सक्रिय होगा।
पश्चिमी विक्षोभ के मजबूत होने से प्रदेश के ग्वालियर-चंबल और उज्जैन संभाग में बादल छाने के साथ ही बारिश भी हो सकती है. साल के शुरुआती सप्ताह में प्रदेश में हल्की बूंदाबांदी होगी, जिससे तापमान स्थिर बना रह सकता है. मौसम साफ होने के बाद तापमान में तेजी से गिरावट देखने को मिल सकती है. सोमवार सुबह प्रदेश के बड़े शहरों के अलावा, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, आगर-मालवा और रायसेन जैसे कई जिलों में घना कोहरा छाए रहा. इसके कारण विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रह गई.
कैसा रहा पिछले 24 घंटे का तापमान
पिछले 24 घंटे में प्रदेश का राजगढ़ जिला सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके अलावा नौगांव में 8 डिग्री, खरगोन और खंडवा में 8.4 डिग्री, मलाजखंड में 8.6 डिग्री, पचमढ़ी में 8.8 डिग्री, रीवा में 9.2 डिग्री, मंडला में 9.4 डिग्री और खजुराहो में 9.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहा. वहीं बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर और जबलपुर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहा, जबकि भोपाल में 12.5 डिग्री, उज्जैन में 13 डिग्री और इंदौर में 13.2 डिग्री दर्ज किया गया.
घने कोहरे से हाईवे पर रेंगते रहे वाहन
प्रदेश के अधिकतर जिलों में रात भर से घना कोर छाया हुआ है. सुबह 9 बजे तक विजिबिलिटी बेहद कम रही. जिसकी वजह से वाहन चालकों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ी. वाहन चालक गाड़ियों की लाइट ऑन करके बेहद धीमी रफ्तार में आवाजाही करते नजर आए. हाईवे पर फर्राटे भरने वाले वाहन सड़कों पर धीमी रफ्तार में रेंगते हुए नजर आए. अगले कुछ दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रह सकता है.