Tree Farming इस पेड़ की खेती दे सकती है करोड़ों का मुनाफा, यह है तरीका

whitewashed cultivation : अगर आप किसान हैं और आप एक ऐसी खेती करना चाहते है जिसमें लाखों की कमाई हो सके। तो आज हम आपको सफेदा की खेती के बारे में बताने जा रहे है। इस खेती में आपको लाखों को मुनाफा(profit to millions) हो सकता है आइए नीचे खबर में जानते है. 
 

(नई दिल्ली) : दोस्तों आज के इस आर्टिकल में मैं आपके लिए लाया हूं कि खेती तो सब करते हैं जिससे हमें अनाज के रूप में खाना प्रदान होती है किंतु मैं ऐसी खेती के बारे में आपको बताने जा रहा हूं, जिससे आप पैसे कमा सकते हैं। और इस खेती का यह खासियत है कि यह खेती पेड़ की खेती है।

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कहा जाता है कि सफेदा की खेती में सफेदा की लकड़ियों का अधिकतर इस्तेमाल हमारे दैनिक जीवन में काम आने वाले वस्तु फर्नीचर ईंधन तथा कागजात में कागज की लुगदी जैसे चीजों पर में बनाने के काम आता है। किंतु सरकार द्वारा यह घोषणा की है कि सफेदा की खेती के लिए सरकार किसी भी प्रकार की प्रोत्साहित नहीं करेगी। क्योंकि सरकार का कहना है कि सफेदा की खेती करने का जो निर्णय है वह किसानों के ऊपर ही छोड़ दिया जाएगा।

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खेती करने से पहले इन बातों को जरूर जान लें

इस खेती का सबसे ज्यादा अधिक खास बात यह है कि सफेदा की खेती करने के लिए किसी भी प्रकार का विशेष जलवायु की आवश्यकता नहीं पड़ती है अर्थात कहा जाए तो यह किसी भी मौसम में उगने अथवा उपजाने में समर्थ होता है।तथा इस बात से भी आपको अवगत करा दूं कि सफेदा की खेती करने से इसकी लकड़ियां पर भी पानी का कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ता है जिसकी वजह से यह लकड़ी बहुत जल्दी खराब नहीं होती है इसलिए यह लकड़ियां लोगों की पहली पसंद बनी हुई है।

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Tree Farm Business Plan: 

दोस्तों जैसा कि मैंने आपको सफेदा की खेती के बारे में कुछ जानकारियां ऊपर प्रदान की है किंतु मैं आपको बता देना चाहता हूं कि सफेदा की खेती के लिए जमीन की आवश्यकता अपने हिसाब से आप कर सकते हैं किंतु यदि आप एक हेक्टेयर में सफेदा की खेती करना चाहते हैं तो उसमें लगभग 3000 से अधिक पौधे उगाए जा सकते हैं अर्थात 1 हेक्टेयर के पूरे एरिया में सफेदा की खेती के पेड़ यूकेलिप्टस के पौधे 3000 से अधिक लगाए जा सकते हैं।

जानिए इस पौधे की खेती करने की पूरी प्रकिया

दोस्तों जैसा कि आप जानते होंगे कि किसी भी फसल को उगाने के लिए कटाई  बुवाई  सिंचाई जैसे अन्य कार्य किए जाते हैं। ठीक उसी प्रकार सफेदी की खेती में भी ऐसी प्रक्रिया की जाती है सर्वप्रथम यूकेलिप्टस की खेती करने के लिए अर्थात अच्छी फसल उपजाने के लिए जितने भी खेत की जमीन है उसको काफी गहराई के अंदर तक अच्छे से उसकी जुताई की प्रक्रिया की जाती है। तत्पश्चात जुताई के प्रक्रिया के दौरान इसकी मिट्टी को अच्छी तरह से पलटकर जमीन को एक समतल रूप में कर दिया जाता है। तत्पश्चात जो समतल किया हुआ जमीन है उस पर यूकेलिप्टस के पौधे को बोया जाता है।

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इस मौसम में देगा ज्यादा मुनाफा

सफेदा की खेती के लिए मैंने आपको पहले ही बताया है कि इसके लिए कोई अनुकूल मौसम की आवश्यकता नहीं होती है। किंतु फिर भी अगर मुख्य रूप से देखा जाए तो यूकेलिप्टस के पौधे का उत्पादन करने के लिए इसे बारिश का मौसम जून जुलाई महीने  बहुत ही अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। तथा यह बहुत ही उपयुक्त मौसम भी होता है फसल उगाने के लिए। क्योंकि इस मौसम के दौरान फसल को उगाने के लिए इन सभी पौधों को आरंभिक सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ती है। किंतु अगर यही फसल को बारिश से पहले लगाई जाती है तो रोपाई करने के पश्चात ही इसमें सिंचाई करना पड़ता है।