Alcohol : आखिर पुरानी शराब मयखाने में क्यों बिकती हैं महंगी, पीने वालें जान लें वजह
Alcohol liquor : आपको बता दें कि शराब को लेकर कई बातें ऐसी होती है। जिनके बारे में शराब का सेवन करने वालों को भी नहीं पता होता हैं। क्या आप जानते हैं कि पूरानी शराब अक्सर मयखानों या शराब की दुकानों पर काफी तगड़े रेट में बिकती है। जानिए इसकी क्या हैं वजह...
NEWS HINDI TV, DELHI: बहुत से लोग शराब का सेवन करते हैं. आपने अक्सर मयखानों (या दारू की दुकानों) पर लोगों को पुरानी शराब मांगते देखा होगा. कहा जाता है कि दारू का रंग जितना गहरा होता उसकी रंगत भी उतनी मदहोश करती है. आमतौर पर जब कोई चीज पुरानी हो जाती है तो लोगों का उसके प्रति रुझान भी कम हो जाता है, लेकिन दारू में मामले में ऐसा नहीं है. ऐसा क्यों है कि कुछ लोग पुरानी शराब (vintage wine) पीने के लिए इतने बेताब होते हैं? आखिर पुरानी शराब और नई शराब के बीच क्या फर्क होता है? क्यों लोग पुरानी शराब को बेहतर मानते हैं? आइए आज इन्ही सब सवालों के जवाब जानते हैं...
जितनी पुरानी शराब उतना गहरा चढ़ेगा रंग:
जैसे कहा जाता है कि रिश्ते पुराने होने के साथ गहरे होते जाते हैं, उसी प्रकार शराब के जानकार और उसे पीने वाले व्यक्ति जानते होंगे कि पुरानी शराब का रंग भी समय के साथ और भी गहरा होता चला जाता है. शराब के पुराने होने पर उसके रंग के साथ उसके स्वाद में भी खास तरह की परिपक्वता और गहराई सी आ जाती है. शराब को पुराना और परिपक्व बनाने के लिए बकायदा एक खास प्रक्रिया को भी अपनाया जाता है जिसे एजिंग कहते हैं. कहा जाता है कि पुरानी शराब की खुमारी धीरे-धीरे चढ़ती है.
पुरानी शराब की खासियत:
वास्तव में पुरानी शराब (vintage wine) का रंग नई शराब के मुकाबले थोड़ा ज्यादा गहरा होता है और रंग से भी ज्यादा खास होता है उस पुरानी शराब का स्वाद. शराब के लेकर यह कहा जा सकता है कि यह जितनी पुरानी होती है उतनी ही जवान होती जाती है. यही कारण है कि शराब के शौकीन लोगों में पुरानी शराब की जबरदस्त मांग रहती है.
पुरानी शराब की कीमत भी ज्यादा:
जैसा कि ऊपर आपने जाना कि शराब जितनी पुरानी होती है उसका रंग और नशा भी उतना ही खास होता है. इसी वजह से कीमतों में भी बहुत अंतर होता है. इन्ही खूबियों की वजह से पुरानी शराब (vintage wine) की कीमत नई शराब की मुकाबले थोड़ी ज्यादा होती है. कीमत की तुलना करने के लिए उदाहरण के लिए मान लो कि अगर कोई स्कॉच 50 साल पुरानी है तो वह 10 साल पुरानी स्कॉच से बहुत महंगी होगी.
ब्रांडी और व्हिस्की को पड़ती है एजिंग की खास जरूरत:
दरअसल, ब्रांडी और व्हिस्की शराब के दो अलग-अलग प्रकार हैं. इन दोनों ही टाइप की शराब को एजिंग की खास जरूरत होती है जोकि कम से कम तीन साल होती है. रम और टकीला को बेहतर करने के लिए भी एजिंग की प्रक्रिया की जाती है.