Delhi में इन 80 जगहों पर गरजा बुलडोजर, 35 एकड़ जमीन कराई गई खाली, 31 जनवरी तक चलेगा अभियान
NEWS HINDI TV, DELHI : आपको बता दें कि अब दिल्ली में प्रशासन ने अपनी कार्यवाही शुरू कर दी है। दिल्ली-एनसीआर (Delhi - NCR) में लगातार बुलडोजर का ऐक्शन जारी कर दिया है। दिल्ली में बीते तीन दिनों से 80 जगहों पर अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। दिल्ली नगर निगम ने बुधवार और गुरुवार को इस कार्यवाही को शुरू कर दिया है। इस दौरान अवैध मकान निर्माण के खिलाफ 29 सिलिंग की गई। आइए इस खबर के बारे में डिटेल से जानें।
38 स्थानों पर अवैध निर्माण को ध्वस्त किया
दिल्ली - एनसीआर में गुरुवार को निगम ने भाटी, आया नगर, सैदुलाजाब, जैतपुर, जामिया नगर, बुराड़ी, बख्तावरपुर, नरेला, मुस्तफाबाद, मंदावली में 38 स्थानों पर अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। साथ ही 10 जगह पर इसकी सिलिंग भी की गई। इसके अलावा भाटी, मंडी, छावला, ढिंचाऊं, मुंडका, नरेला, बुराड़ी में 22 जगहों पर निजी कृषि भूमि पर अवैध रूप से बनाए गए प्लॉटों को गिराया गया। इसमें इन प्लॉटों पर चारदीवारी की गई थी। जिन्हें निगम ने तोड़ दिया है।
दिल्ली - एनसीआर में बुलडोजर ऐक्शन के बाद जानकारी देते हुए निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार निजी कृषि भूमि पर अवैध निर्माण को हटाने की प्रक्रिया जारी रहेगी। इन जगहों पर प्लॉटों के पास अवैध तरह से बनाई गई सड़कों को भी ध्वस्त किया जा रहा है। निगम की कार्रवाई से अब तक 35 एकड़ निजी कृषि भूमि को वापस हासिल किया गया।
दिल्ली - एनसीआर में बुधवार से पहले तक ग्रैप 3 की पाबंदियां लागू होने के कारण सात दिनों तक ध्वस्तीकरण कार्य पर प्रतिबंध था। पाबंदियां हटने के बाद निगम ने अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। इस कार्रवाई में दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल व अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे थे।
31 जनवरी तक जारी रहेगी नगर निगम की कार्रवाई
निगम के अधिकारियों के अनुसार दिल्ली - एनसीआर में अवैध निर्माण के खिलाफ निगम की कार्रवाई 31 जनवरी तक जारी रहेगी। निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की टीमें दिल्ली पुलिस (Delhi Police ) के कांस्टेबल और अधिकारियों के साथ कई जगहों पर जाएंगे।
नगर निगम के पास 1204 अवैध निर्माण के मामले
दिल्ली - एनसीआर (Delhi - NCR) में विभाग ने बताया है कि वह इसमें अवैध ढांचे में तोड़फोड़ की जाएगी। बीते तीन माह के दौरान नगर निगम के पास 1204 अवैध निर्माण के मामले सामने आए थे। जिसके बाद 989 जगहों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। 68 मामलों में दिल्ली पुलिस के समक्ष शिकायतें भी दर्ज कराई है।