Indian Railways : स्टेशन पर रूकना भी नहीं, लेकिन वहां से गुजरते वक्त धीमी क्यों हो जाती है ट्रेन

Indian Railways News : अगर आप ट्रेन में सफर करते हो या किया हो तो शायद आपने देखा होगा कि जिन स्टेशनो पर ट्रेन नहीं रूकती फिर भी वहा पर धीमी जरूर होती है ऐसा क्यों होता क्या आपने कभी सोचा है अगर नहीं तो आज हम आपको इस खबर में बताएंगे आइए जानते है नीचे खबर में.......

 

NEWS HINDI TV, DELHI : क्‍या आपने कभी नोटिस किया है कि एक नॉन स्‍टॉप ट्रेन, जिसे स्‍टेशन पर रुकना भी नहीं, लेकिन वहां से गुजरते समय धीमी हो जाती है. आखिर ऐसा क्‍यों किया जाता है और रेलवे ने यह नियम क्‍यों बनाया है?

हर ट्रेन जो किसी स्टेशन से गुजरती है, तो वह धीमी हो जाती है. हालांकि उसे वहां रुकना भी नहीं होता, मगर स्पीड कम कर देती है. इसके पीछे रेलवे का एक नियम काम करता है. लोको पायलेट यानी ट्रेन के ड्राइवर को निर्देश होते हैं कि वह स्टेशनों से गुजरते समय ट्रेनों को धीमा कर लें. 

दरअसल, जब भी कोई ट्रेन बहुत सारे ट्रैक्स को एकसाथ बदल रही होती है तो वह फुल स्पीड से नहीं चल सकती. इससे दुर्घटना की आशंका रहती है. 

इसलिए बड़े स्टेशनों पर जहां कई पटरियां फैली होती हैं और ट्रेन को स्टेशन में प्रवेश से पहले कई बार इन्हें बदलना होता है वहां ट्रेन की स्पीड घटा दी जाती है. 

इसका दूसरा कारण यह है कि प्लेटफॉर्म के बगल से ट्रेन को निकालते वक्त भी फुल स्पीड नहीं रखी जा सकती है. वैसे नॉन स्टॉप ट्रेनों को मेन लाइन से पास कराया जाता है. 

कई बार किसी कारणवश अगर मेन लाइन व्यस्त हो तो उसे प्लेटफॉर्म वाली लाइन से पास कराया जाता है. इसलिए भी लोको पायलेट को स्पीड घटानी पड़ती है.

जहां स्टेशन के आगे डेड एंड होता है वहां ड्राइवर काफी पहले से ही स्पीड को बहुत धीमा कर देता है. 

छत्रपति शिवाजी टर्मिनस में एंट्री से पहले ही गाड़ी की स्पीड 10 किलोमीटर प्रति घंटे से नीचे आ जाती है.