IRCTC : यात्री ट्रेन में ले जा सकते हैं इनता सामान, लिमिट से ज्यादा होने पर लग सकता हैं मोटा जुर्माना

IRCTC : ये तो आप जातने हैं कि आजकल यहां से वहां जाने के लिए ज्यादातर लोग ट्रेन में सफर करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यात्री ट्रेन में सफर के दौरान कितना सामान ले जा सकता हैं। अगर नही, तो आज हम आपको अपनी इस खबर में आपको बताने जा रहे हैं आप ट्रेन में कितना सामान ले जा सकते हैं। और इस लिमिट से ज्यादा सामान ले जाने पर आपको मोटा जुर्माना भी लग सकता हैं। 
 

NEWS HINDI TV, DELHI: भारत में रेल का सफर (train journey) सबसे लोकप्रिय माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर लोगों की नजर में रेल का सफर बेहद सुरक्षित और सुखद होता है। इसीलिए देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा इससे सफर करना पसंद करता है। लेकिन रेलवे के बारे में कुछ ऐसी अहम बातें (Some important things about railways) भी हैं जो बेहद कम लोगों को पता हैं या यूं कहें कि नामात्र लोगों तक ही सीमित हैं। ऐसी ही एक बात ये है कि रेल से सफर के दौरान एक व्यक्ति कितना सामान ले जा सकता है, क्या आपको इस बात की जानकारी है? अगर नहीं, तो कोई बात नहीं- आज हम आपको इस खबर के जरिए इस बात की जानकारी देंगे कि ट्रेन से सफर के दौरान(while traveling by train) एक शख्स कितना सामान कैरी कर सकता है। 


इतना सामान साथ ले जा सकते हैं:

भारत में ज्यादातर लोग अक्सर रेल का सफर करना पसंद करते हैं। लेकिन सफर के दौरान उन्हें इस बात का जरा सा भान भी नहीं होता कि वे अपने साथ रेलवे नियम के अनुसार (As per railway rules) सामान ले जा रहे हैं या नहीं। दरअसल, ट्रेन से ट्रेवलिंग के दौरान आप अपने साथ कितना सामान ले जा सकते हैं भारतीय रेलवे(Indian Railways) की तरफ से इसके भी मानक तय हैं। रेलवे नियम के मुताबिक(railway rules), एक शख्स किसी भी ट्रेन में 40 किलो से 70 किलो तक सामान कैरी कर सकता है। अगर कोई व्यक्ति इससे ज्यादा सामान अपने साथ कैरी करके सफर करता है तो उस दशा में जुर्माना लगाया जाता है। 

टिकट के आधार पर हैं अलग-अलग मानक:

रेलवे नियमानुसार स्लीपर टिकट पर यात्री 40KG तक का सामान ले जा सकता है। जबिक, एसी टिकट पर यात्री 70 kg तक कैरी कर सकता है। तो जब भी आप ट्रेन से यात्रा करें तो ये ध्यान रखें कि कहीं आपका सामान तय मानक से ज्यादा तो नहीं है। क्योंकि ऐसा होने पर आप पर जुर्माना लग सकता है। बता दें कि भारतीय रेलवे को देश की लाइफलाइन भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि लाखों लोग इससे रोजाना एक स्थान से अपने दूसरे गंतव्य स्थान तक का सफर तय करते हैं। रेलवे से इतनी बड़ी तादाद में सफर करने के एक कारण उसका किराया भी है।