Jaya Kishori : लड़का-लड़की कौन-सी उम्र में करें शादी, जानिए जया किशोरी जी ने क्या कहा

Shadi Ki Sahi Umar : 21 की उम्र हुई नहीं, कि परिवार वालों को शादी की टेंशन होने शुरू हो जाती है। ऐसे में पेरेंट्स अपने बच्चों के लिए पार्टनर खोजना शुरू हो जाते हैं। लेकिन जानी मानी कथावाचक जया किशोरी ने बताया है कि लड़का-लड़की को किस उम्र में शादी करनी चाहिए। नीचे खबर में विस्तार से जानिये.

 

NEWS HINDI TV, DELHI : शादी करना एक बहुत ही कठिन फैसला है। जीवनभर के लिए किसी के सुख-दुख और जिम्मेदारी में हिस्सेदार बन जाना आसान हो भी कैसे सकता है। लेकिन हम जिस समाज में रहते हैं, वहां इसे आसान बनाने के लिए भरपूर प्रयास किए गए हैं। सबसे पहले तो आपको इसकी चिंता ही नहीं करनी है कि सही जीवनसाथी कैसे और कब मिलेगा।

क्योंकि परिवार और रिश्तेदार आपकी शादी को अपनी जिम्मेदारी मानते हैं। वह कानूनी तौर से आपके बालिक (लड़की और लड़के के 21 साल) होने पर अपने अनुसार सबसे परफेक्ट लाइफ पार्टनर खोज ले आएंगे।

और आपके पास उससे शादी नहीं करने का विकल्प भी नहीं है, क्योंकि आपकी शादी करने की उम्र तो हो गयी है लेकिन अभी आप इतने समझदार नहीं हुए हैं कि अपना सही-गलत समझ सकें।

लड़का और लड़की की शादी कब कर देनी चाहिए इस पर लोग अपने-अपने अनुभव और समझ के अनुसार बहुत बातें करते हैं। लेकिन यह जान लेना माता-पिता और खुद वयस्क हो चुके लड़के और लड़कियों के लिए बहुत जरूरी है कि आखिर शादी कब करनी चाहिए। इसे आप प्रख्यात कथावाचक और मोटिवेशन स्पीकर जया किशोरी के प्रवचन से आसानी से समझ सकते हैं, जिसकी कुछ बातें यहां हम शेयर कर रहे हैं।


ऐसे तय न करें बच्चे हैं शादी के लिए तैयार


जया किशोरी बताती हैं, कि यह बहुत विचित्र बात है लेकिन आमतौर पर जब लड़की समझदार हो जाए सारी बातों को समझने लगे तो कहा जाता है कि इसकी शादी कर दो। वहीं, जब लड़का बिगड़ने लगता है, तो यह कहा जाता है कि इसकी शादी करवा दो जिम्मेदारी आएगी तो खुद-ब-खुद सुधर जाएगा। लेकिन वास्तव में ऐसा करना सही नहीं है।

माता-पिता न करें ये गलती

जया किशोरी यह सलाह देती है, कि लड़कों की शादी कभी यह सोचकर नहीं करनी चाहिए कि पत्नी आकर उसे सुधारेगी। क्योंकि हर लड़की कुछ सपने लेकर अपने ससुराल आती है। वह यह सोचकर नहीं आती है, कि उसे किसी बिगड़े इंसान को सुधारने का काम करना है।

जानबूझकरअपने बिगड़े बेटे को किसी लड़की के गले में बांध देना उसके साथ धोखा करने जैसा होता है। यह माता-पिता की जिम्मेदारी है कि शादी करने से पहले वह अपने लड़के को सुधारें, सही राह पर लाएं।

शादी के लिए यह है सही समय


जया किशोरी कहती हैं, शादी कोई रूटीन वर्क नहीं कि इतने साल में तो करनी ही करनी है वरना उम्र निकल जाएगी। लड़का हो या लड़की दोनों की शादी उसी समय करें जब दोनों समझदार हैं, खुश हैं, और किसी के साथ नई जिंदगी शुरू करने के लिए तैयार है। ध्यान रखें शादी कोई दिखावा या काम नहीं है।

शादी के बाद खुश रहने के लिए ये चीज जरूरी


जया किशोरी यह समझाती हैं, कि शादी प्रेम का बंधन है। इसमें बंधने वाले दो लोगों को अपने आने वाले 50-60 साल एक ही कमरे में बिताने हैं। ऐसे में जीवनसाथी चुनने और शादी करने का फैसला बहुत सोच समझकर करना चाहिए।

ऐसा नहीं कि करना था कर दिए अब कहानी खत्म। शादी नई कहानी की शुरुआत होती है, इसलिए लड़का और लड़की दोनों समझदार हो उसी समय शादी के बारे में सोचिए, क्योंकि तभी दोनों साथ में खुश रह पाएंगे।