UP Expressway : यूपी में 13 एक्सप्रेसवे का हो रहा निर्माण, 55 जिलों को होगा सीधा फायदा
NEWS HINDI TV, DELHI: योगी आदित्यनाथ सरकार और केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार यूपी को एक्सप्रेसवे (Expressway) प्रदेश बनाने में जुटी है। प्रदेश के पिछड़े जिलों में रोड कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एक के बाद एक एक्सप्रेसवे का निर्माणकार्य जारी है। यूपी में छह एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हैं और सात एक्सप्रेसवे का निर्माणाधीन हैं। हम अपको बताने जा रहे हैं कि ये 13 एक्सप्रेसवे यूपी (UP Expressway) के कितने जिलों से होकर गुजरेंगे।
1. यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway)-
यमुना एक्सप्रेसवे उत्तर भारत के सबसे व्यस्त एक्सप्रेसवे में से एक है।
एक्सप्रेसवे, जो नोएडा में परी चौक से शुरू होता है और राष्ट्रीय राजमार्ग -2 पर आगरा के कुबेरपुर में समाप्त होता है।
यह 6 लेन एक्सप्रेसवे 8 लेन में परिवर्तनीय है।
2. नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे (Noida-Greater Noida Expressway)-
- यह दिल्ली को ग्रेटर नोएडा से जोड़ने वाला 24.5 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे है।
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे 24.53 किमी लंबा छह लेन एक्सप्रेसवे है।
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में सबसे व्यस्त लोगों में से एक है।
3. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra - Lucknow Expressway)-
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे यूपी के 11 जिलों को जोड़ता है।
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे आगरा रिंग रोड के जरिए यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ा है।
- यह एक्सप्रेसवे आगरा और लखनऊ होते हुए शिकोहाबाद, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर, कन्नौज, उन्नाव और लखनऊ जाता है।
- यह एक्सप्रेसवे आगरा के पास एत्मादपुर मदरा गांव से शुरू होता है और मोहन रोड, लखनऊ के पास गांव सरोसा भरोसा पर समाप्त होता है।
4. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi - Meerut Expressway)-
- दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे एक 96 किलोमीटर लम्बा एक्सप्रेसवे है।
- यह दिल्ली से शुरु हो कर मेरठ में खत्म होता है। यह देश का पहला 14 लेन वाला एक्सप्रेसवे है।
- इस एक्सप्रेसवे पर 14 लेन दिल्ली से डासना तक होंगी तथा 6 लेन डासना से मेरठ तक होंगी।5. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway)-
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 341 किमी लम्बा है। यह एक्सप्रेसवे 9 जिलों से होकर गुजरेगा।
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ से होते हुए बाराबंकी, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुलतानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा।
5. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway)-
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की शुरुआत लखनऊ सुलतानपुर राजमार्ग पर चंदसराय गांव से गाजीपुर जिले के हलदरिया गांव पर खत्म होगा।
- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के आसपास 5 इंडस्ट्रियल क्लस्टर्स बनाने की योजना सरकार की है।
- इससे बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
6. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway)-
- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) 296 किमी लम्बा है। यह उत्तर प्रदेश के सात जिलों से होकर गुजरता है।
- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट को आपस में जोड़ेगा।
- इन क्षेत्रों में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे रोजगार को बढ़ावा देने और इन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए बनाया गया है।
- इन जिलों के बीच में बागेन, केन, श्यामा, चंदावल, बिरमा, यमुना, बेतवा और सेंगर नदियां बहती हैं।
ये हैं यूपी के सात निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे-
1. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Link Expressway)
- निर्माणाधीन 91 किलोमीटर लंबा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Link Expressway) पूरा होने पर यूपी के बुनियादी ढांचे के विकास के मोर्चे पर एक और मील का पत्थर हासिल किया जाएगा।
- यह 4 लेन चौड़ा एक्सप्रेसवे 6 लेन तक विस्तारित किया जा सकता है और गोरखपुर जिले के जैतपुर गांव को आजमगढ़ जिले के सलारपुर गांव से जोड़ेगा।
- गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का प्रारंभिक बिंदु NH-27 पर जैतपुर गांव है।
- अंतिम बिंदु पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर सालारपुर है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर चार जिले आते हैं, गोरखपुर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, संत कबीर नगर।
- यह घाघरा नदी के ऊपर से भी गुजरेगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे को आगे एक अलग लिंक रोड के जरिए वाराणसी से जोड़ा जाएगा।
2. गंगा-एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway)-
- उत्तर प्रदेश के मेरठ को प्रयागराज से जोड़ने के लिए 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway) निर्माणाधीन है।
- गंगा-एक्सप्रेसवे 12 जिलों से गुजरेगा।
- मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से होते हुए यह प्रयागराज पर समाप्त होगा।
- इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से इन जिलों में विकास का पहिया दौड़ेगा। ओडीओपी योजना को भी इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से गति मिलेगी।
3. लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे (Lucknow–Kanpur Expressway)-
- लखनऊ और कानपुर के बीच बनने वाले 63 किमी लम्बा छह लेन का एक्सप्रेसवे का निर्माण जल्द शुरू हो जा रहा है।
- एनएचएआई के एक अधिकारी ने बताया कि लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अक्टूबर 2022 तक शुरू कर दिया जाएगा।
- यह छह लेन का एक्सप्रेसवे 63 किलोमीटर लंबा होगा जिससे लखनऊ से कानपुर का सफर मात्र 45 मिनट का हो जाएगा। ये एक्सप्रेसवे उन्नाव जिले से होकर गुजरेगा।
4. गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे (Ghaziabad Kanpur Expressway)-
- गाजियाबाद-कानपुर ग्रीनफील्ड कारिडोर 380 किमी लम्बा है।
- यह एक्सप्रेसवे प्रदेश के नौ जिलों- गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव और कानपुर से होकर गुजरेगा।
- कानपुर और गाजियाबाद को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेसवे पर चलने वाले यात्रियों को लगभग छह घंटे लगते हैं, जबकि एनएच-9 पर यात्रा करने वालों को कम से कम आठ घंटे लगते हैं।
- इसे में नया कारिडोर यात्रियों के लिए बेहद फायदेमंद होगा। यह यात्रा के समय को घटाकर केवल तीन घंटे कर देगा।
5. गोरखपुर-सिलिगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Siliguri Expressway)-
- केंद्र सरकार गोरखपुर से सिलिगुड़ी के बीच ग्रीनफील्ड गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे का निर्माण करने जा रही है। इस पर काम शुरू हो गया है।
- इस एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 519 किलोमीटर है, जिसमें 84 किलोमीटर हिस्सा उत्तर प्रदेश में रहेगा।
- ये गोरखपुर से शुरू होकर देवरिया व कुशीनगर जनपद होते हुए बिहार में प्रवेश करेगा।
- गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे का सबसे लंबा हिस्सा बिहार से गुजरेगा।
- यूपी से निकलकर ये बिहार में गोपालगंज में प्रवेश करेगा। गोरखपुर से शुरू होकर देवरिया व कुशीनगर जनपद जोड़ते हुए बिहार में प्रवेश करेगा।
- गोरखपुर से सिलीगुड़ी के बीच दूरी करीब 600 किलोमीटर है।
- बिहार में ये एक्सप्रेसवे गोपालगंज में प्रवेश करेगा, यहां से सीवान, छपरा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, पूर्णिया और किशनगंज होते हुए पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर जाएगा और सिलीगुड़ी तक जाएगा।
6. दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi–Saharanpur–Dehradun Expressway)-
- दिल्ली से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून तक बनने वाले दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून इकोनॉमिक कारिडोर ग्रीन एक्सप्रेस-वे 210 किमी लम्बा है।
- बसेरा, मानकपुर, खाताफेरी, रुड़की, मेहबरकलां से होकर गुजरने वाले इस मार्ग में हरिद्वार के लिए नई कनेक्टिविटी का प्रावधान किया गया है।
- इसमें सहारनपुर बाईपास से 6-लेन का नया मार्ग बनाया जाएगा। इससे दिल्ली से हरिद्वार की दूरी 6 घंटे से घटकर 2 घंटे रह जाएगी।
- इसके बनने से अक्षरधाम से सीधे देहरादून की दूरी सिर्फ ढाई घंटे में तय होगी।
- यह ग्रीन एक्सप्रेस-वे सहारनपुर जिले के बड़गांव, रामपुर मनिहारान और नांगल क्षेत्र से होकर निकलेगा।
7.गाजीपुर-बलिया-मांझीघाट एक्सप्रेसवे (Ghazipur Ballia Manjhi ghat Greenfield Expressway)-
- गाजीपुर-बलिया-मांझीघाट एक्सप्रेसवे 117 किमी लम्बा होगा।
- गाजीपुर से मांझीघाटतक दूरी 117 किमी है। दूसरे भाग में बक्सर स्पर तक 17.300 किमी तक यह सड़क बनेगी। ये बक्सर वाराणसी ग्रीन फील्ड से भी कनेक्ट होगी।
- लखनऊ से बाराबंकी, अमेठी, सुलतानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़ व मऊ से गाजीपुर तक जा सकेंगे।
- इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से इन जिलों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
उत्तर प्रदेश, देश का चौथा सबसे बड़ा राज्य है, जो कुल भौगोलिक क्षेत्र का नौ प्रतिशत कवर करता है। यहां पर देश में एक्सप्रेसवे (UP Expressway) का सबसे लंबा नेटवर्क है। यूपी 13 एक्सप्रेसवे वाला देश का पहला राज्य है। इनमें से 3,200 किलोमीटर में फैले 13 एक्सप्रेसवे में से छह चालू हैं, जबकि सात पर काम चल रहा है। ये सभी एक्सप्रेसवे प्रदेश के 55 से अधिक जिलों से होकर गुजरते हैं। प्रदेश और केन्द्र सरकार का इन एक्सप्रेसवे के जरिए यूपी के पिछड़े हुए जिलों में विकास का रथ दौड़ाना चाहती है।