Income Tax विभाग को लगाया 44 हजार करोड़ कर चूना, बना डाली 29000 बोगस कंपनियां

Income Tax : क्या आप जानते हैं कि इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department) ने इनपुट टैक्स क्रेडिट चोरी के मामले में 41 लोगों को गिरफ्तार किया है। और साथ में 4,646 करोड़ रुपये का राजस्व भी बचाया है। आपको बता दें कि टैक्स चोरी के लिए 29,000 से अधिक कंपनियां बनाई गई थीं। जानें पूरा मामला...
 

NEWS HINDI TV, DELHI: जीएसटी अधिकारियों ने फर्जी पंजीकरण के खिलाफ अभियान के दौरान दिसंबर 2023 तक आठ महीनों में 44,015 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (fake input tax credit) (आईटीसी) दावों में शामिल 29,273 फर्जी कंपनियों का पता लगाया है. इससे 4,646 करोड़ रुपये का राजस्व बचाने में मदद मिली. सरकार ने रविवार को यह जानकारी दी.

वित्त मंत्रालय के अनुसार (According to the Finance Ministry), अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 4,153 फर्जी कंपनियों का पता चला, जिनमें करीब 12,036 करोड़ रुपये की संदिग्ध आईटीसी चोरी में शामिल थीं. केंद्रीय जीएसटी अधिकारियों ने इनमें से 2,358 फर्जी कंपनियों का पता लगाया. इनमें से सबसे अधिक 926 कंपनियां महाराष्ट्र में, इसके बाद राजस्थान में 507, दिल्ली में 483 और हरियाणा में ऐसी 424 कंपनियों का पता चला.


41 लोग हुए गिरफ्तार-

मंत्रालय के अनुसार, इन मामलों में 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें से 31 गिरफ्तारियां केंद्रीय जीएसटी अधिकारियों द्वारा की गईं. अक्टूबर दिसंबर तिमाही के दौरान चलाए अभियान में 1,317 करोड़ रुपये के राजस्व को बचाने में मदद मिली जिसमें से 319 करोड़ रुपये की वसूली हुई और 997 करोड़ रुपये आईटीसी को अवरुद्ध करके सुरक्षित किए गए.

किए जा रहे बदलाव-

मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने जीएसटी पंजीकरण प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए कई उपाय किए हैं. पंजीकरण के समय ‘बायोमेट्रिक’ आधारित आधार प्रमाणीकरण की पायलट परियोजनाएं गुजरात, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश राज्यों (Gujarat, Puducherry and Andhra Pradesh states) में शुरू की गई हैं.