Income Tax : टैक्सपेयर्स ने Tax बचाने के लिए लगाया जुगाड़, IT ने कुर्क की ये 10 प्रोपर्टी

Income Tax : अभी भी ऐसे बहुत से लोग है जो टैक्स देने से आनाकानी करते है व टैक्स की चोरी करते है। हालंकि हर व्यक्ति को अपनी कमाई के अनुसार आयकर देना जरूरी है। ऐसे में हाल ही में आयकर विभाग ने टैक्स छुपाते हुए लोगों की प्रॉपर्टी को कुर्क किया है। 

 

NEWS HINDI TV, DELHI : अक्सर लोग सरकार से अपनी काली कमाई से टैक्स छिपाने के लिए बेनामी संपत्तियों (benami properties) का सहारा लेते रहे हैं. आयकर विभाग की बेनामी संपत्ति यूनिट ने ऐसे केसेस पर एक्शन शुरू कर दिया है और फर्रुखाबाद में 10 प्रॉपर्टीज को कुर्क कर दिया है. आयकर विभाग का कहना है कि ये संपत्तियां दलितों से गोलमाल कर खरीदी (Properties were bought by colluding with Dalits) गई थीं.


इस नियम का किया उल्लंघन

Income tax department ने बताया कि बेनामी संपत्ति यूनिट ने फर्रुखाबाद के कायमगंज इलाके में अलाग-अलग गांव में 10 ऐसी संपत्ति कुर्क की हैं, जिन्हें बड़ी चालाकी से यूपी रेवेन्यू कोर्ट 2006 का उल्लंघन कर खरीद था. यह जमीन चिलसारा, हर सिंह पुरतराई, इमादपुरथामरायी, निवलपुर और खुदनघामगवा गांव में कुर्क की हैं


इस नियम के अनुसार एक दलित की जमीन एक दलित ही खरीद सकता है. या फिर जिलाधिकारी की परमिशन लेके कोई दूसरा इस जमीन को खरीद सकता है. इसी नियम का उल्लंघन (violation of rules) करते हुए एक आयुर्वेद के डॉक्टर और वकील  ने 10 ऐसी जमीन खरीदी थीं जो दलित की थीं. ये जमीन एक दलित मजदूर यशवीर सिंह के नाम से खरीदी गईं, जिसे अपने नाम से जमीन खरीदने के कुछ पैसे दिए गए थे.

आयकर विभाग ने बताया पूरे नेक्कस में शामिल हैं कई लोग

इस पूरे नेक्सस मामले में डॉक्टर सहित एक वकील और कई लोग शामिल हैं. ये लोग अपनी काली कमाई खपाने और दलितों से जमीन लेने के लिए मजदूर के नाम पर करोड़ों की जमीनों की खरीद-फरोख्त कर रहे थे. इतना ही नहीं ये लोग पैसों को एक से दूसरे, दूसरे से तीसरे और फिर तीसरे से वापस पहले शख्स के अकाउंट में ट्रांसफर करके बड़ा खेल कर रहे थे, लेकिन इस बार आयकर विभाग की टीम (Income Tax Department team) ने जमीन बेचने से पहले ही सिंडीकेट का भंडाफोड़ कर दिया और संपत्ति कुर्क कर दी.


आयकर विभाग ने बढ़ाई मॉनिटरिंग

इन सभी बेनामी संपत्तियों को कुर्क कराने के लिए इन सभी जमीनों के पास टीम ने जाकर अपने बोर्ड लगाए और मुनादी के साथ संपत्तियों को कुर्क किया. ऐसा देखा जा रहा है कि लोग अपनी काली कमाई को छुपाने के लिए बेनामी संपत्तियों का सहारा ले रहे हैं. ऐसे में आयकर विभाग ने भी अपनी नजर और पैनी कर ली है. ऐसे केसेस में मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है.