Liqour : ये है अमीर भारतीयों की सबसे पसंदीदा रम, 70 साल पहले हुई थी इसकी शुरूआत
Liqour : हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि भारतीयों के शराब के ब्रांड की बात आती है तो इसमें ये रम पहले स्थान पर है। मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि कंपनी ने ओल्ड मंक रम को 19 दिसंबर 1954 को लॉन्च किया गया था। गाजियाबाद के मोहन नगर में रहने वाले कपिल मोहन 1966 में इस कंपनी की कमान संभाली थी.

NEWS HINDI TV, DELHI : देश के अमीर वर्ग में Old Monk रम काफी लोकप्रिय है। यह बात हुरुन इंडिया की रिपोर्ट में सामने आई है। छपी एक खबर के अनुसार इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में निवेश के हिसाब अमीर भारतीय रियल स्टेट और स्टॉक मार्केट को अधिक तवज्जो दे रहे हैं।
वहीं जब अमीर भारतीयों के शराब के ब्रांड की बात आती है तो इसमें ऑल्ड मॉन्क रम पहले स्थान पर है। हुरुन इंडिया लग्जरी सर्वे 2019 में बताया गया है कि अमीर भारतीयों के लिए सिंगापुर के बाद यूके निवेश का सबसे पसंदीदा देश है। रिपोर्ट के अनुसार अमीर भारतीयों में एक चौथाई लोगों का कहना है कि ‘रिस्क से बचना’ उनके निवेश करने की फिलॉसफी है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में समृद्धि बढ़ने और अमीरों की संख्या बढ़ने का कारण लग्जरी प्रोडक्ट और सेवाओं के बढ़ने का ट्रेंड देखने को मिलेगा।
हुरुन रिपोर्ट इंडिया की चीफ रिसर्चर अनस रहमान जुनैद का कहना है कि यदि अगले 4 साल में देश की जीडीपी दोगुनी होती है तो इसका असर देश में नए करोड़पतियों की संख्या बढ़ने के रूप में देखने को मिलेगा।
रिपोर्ट में जिस ऑल्ड मंक रम के अमीरों के बीच सबसे लोकप्रिय होने की बात है उस रम को देश के साथ ही विदेश में लोकप्रिय करने का श्रेय सैनिक से व्यवसायी बने कपिल मोहन को जाता है। पिछले साल जनवरी में ब्रिगेडियर (रि) कपिल मोहन का 88 साल की उम्र में निधन हो गया था।
व्यवसाय के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए भारत सरकार ने उन्हें 2010 में पद्मश्री से सम्मानित किया था। 1949 में कपिल के पिता एनएन मोहन ने ब्रिटिश कंपनी मीकीन एंड कंपनी का अधिग्रहण किया था।
कंपनी ने ओल्ड मंक रम को 19 दिसंबर 1954 को लॉन्च किया गया था। गाजियाबाद के मोहन नगर में रहने वाले कपिल मोहन 1966 में इस कंपनी की कमान संभाली थी। कपिल मोहन के इस कंपनी की कमान संभालने के बाद यह शराब का ब्रांड दुनियाभर में लोकप्रिय हो गया।
उन्होंने तीन नई डिस्टलरी औ दो ब्रेवरीज की भी स्थापना कराई। इसके अलावा उन्होंने भारत के विभिन्न हिस्सों में इसकी फ्रेचाइंजी में भी विस्तार किया। पिछले साल तक कंपनी का टर्नओवर 400 करोड़ रुपये से अधिक का था।