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My Story : 43 साल के व्यक्ति ने 22 साल की अविवाहित लड़की के साथ बनाए संबंध, और फिर...

मामला उत्तराखंड के एक शहर का है जहां अधेड़ उम्र के एक व्यक्ति के अनमैरिड लड़की से अफेयर चल रहा था। 
 
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My Story : 43 साल के व्यक्ति ने 22 साल की अविवाहित लड़की के साथ बनाए संबंध, और फिर...

NEWS HINDI TV, DELHI : उत्तराखंड के इस शहर में एक व्यक्ति का आधी उम्र की लड़की के साथ लव अफेयर था। घरवालों के कड़े पहरे, और सख्ती के बाद लड़की, और अधेड़ व्यक्ति के इस कदम से हर कोई दंग रह गया है। 43 साल के व्यक्ति का 22 साल की अविवाहित लड़की के साथ लव अफेयर चल रहा रहा था। मामले की जांच की जा रही है।  

हल्द्वानी में एक अधेड़ व्यक्ति और युवती ने भीमताल झील के बीचों-बीच जहरीला पदार्थ खा लिया। इसके बाद दोनों झील में कूद गए। नाव चालकों ने दोनों को झील से बाहर निकालकर स्थानीय अस्पताल पहुंचाया। जहां से उन्हें एसटीएच हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। उपचार के दौरान अधेड़ व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि युवती का उपचार चल रहा है। पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टया मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा है।


जानकारी के अनुसार, मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे दीपक कुमार गौतम (43), निवासी सरना पदमपुरी नैनीताल और अल्मोड़ा निवासी 22 वर्षीय युवती भीमताल बोट स्टैंड पर पहुंचे। यहां उन्होंने पैडल बोट किराए पर ली। दोनों पैडल बोट चलाकर भीमताल झील के लगभग बीच में पहुंच गए। इसी बीच अचानक दोनों ने झील में छलांग लगा दी।

बोट स्टैंड पर खड़े नाव चालकों भूपेंद्र कनौजिया, प्रतीक बिष्ट, नितिन बिष्ट, आदि ने तत्काल दोनों को झील से निकालकर भीमताल के अस्पताल पहुंचाया। थानाध्यक्ष भीमताल विमल मिश्रा ने बताया कि अस्पताल में युवती ने खुद को दीपक गौतम की पत्नी बताया। हालांकि परिजनों से बातचीत में पता चला है कि युवति अविवाहित है।
वह घर से द्वाराहाट मेले में जाने की बात कहकर निकली थी। पूछताछ में पता चला है कि दोनों ने पहले बोट में जहर खाया, उसके बाद झील में कूद गए। छोटे भाई सोनू गौतम के अनुसार, दीपक के तीन बच्चे हैं। उसकी पत्नी कल्पना अपने मायके अल्मोड़ा शादी में गई है। एसटीएच में उपचार के दौरान दीपक ने दम तोड़ दिया।

कोई कुछ समझ पाता उससे पहले झील में लगा दी छलांग

अल्मोड़ा निवासी युवती और सरना पदमपुरी निवासी दीपक कुमार गौतम ने मंगलवार को जब भीमताल झील में छलांग लगाई तो आसपास के लोग यह नजारा देखकर हैरान रह गए। नाव चालक भूपेंद्र कन्नौजिया और बालम ने सूझबूझ दिखाते हुए दोनों को झील से बाहर निकाल लिया।


नाव चालक भूपेंद्र ने बताया कि दोपहर में वह झील किनारे थे। तभी पता लगा कि दोनों ने झील में छलांग लगा दी है। दोनों को डूबता देख वह अपनी बोट लेकर घटनास्थल पर गए और करीब 25 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को झील से बाहर निकाला। इसके बाद अपने निजी वाहन से भीमताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां से दोनों को सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी रेफर कर दिया गया।