Railway यात्रियों की हुई मौज, अब इनका लगेगा 10 रूपए किराया
Indian railway : रेलवे में हर रोज़ करोड़ों यात्री सफर करते हैं जिससे रेलवे को आये दिन अरबों रूपए का फायदा होता है पर हाल ही में रेलवे ने बड़ा एलान करके यात्रीयों को खुश कर दिया है। रेलवे ने बताया है की अब से इन यात्रियों का किराया मात्र 10 रूपए लगेगा। किन यात्रियों को मिल रही है ये बड़ी सहूलत, आइये नीच खबर में विस्तार से जानते हैं
News Hindi TV, Delhi : यात्रियों की सुविधाओं पर लगातार काम कर रहे रेल मंत्रालय ने पिछले कुछ सालों में इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी से बदलाव किया है. इससे यात्रियों को तमाम नई सुविधाएं भी मिली हैं. अब रेलवे बोर्ड की तरफ से दैनिक यात्रियों के लिए रेल किराये को घटाकर बड़ी राहत दी गई है. बोर्ड ने रेलगाड़ी के मिनिमम किराये को घटाकर एक तिहाई कर दिया है. पिछले तीन सालों के दौरान मिनिमम किराये को 10 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये कर दिया गया था. लेकिन अब बोर्ड ने इसे फिर से घटाकर 10 रुपये कर दिया है. न्यूनतम किराया बढ़ने से यात्रियों को एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक जाने के लिए भी 30 रुपये का भुगतान करना होता था.
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कोरोना से पहले 10 रुपये था न्यूनतम किराया
किराये बढ़ने के बाद कई बार यात्रियों को एक्सप्रेस ट्रेनों में सफर करना पड़ता था. रेलवे बोर्ड की तरफ से लिये गए इस फैसले का फायदा दिल्ली-एनसीआर समेत देश के लाखों डेली पैसेंजर को होगा. रेलवे को हमेशा से ही ट्रांसपोर्ट का सस्ता साधन माना गया है. इसी कारण रोजाना लाखों दैनिक यात्री ट्रेनों से सफर करते हैं. साल 2020 में कोरोना महामारी के दस्तक देने से पहले ट्रेन का न्यूनतम किराया 10 रुपये था. लेकिन कोरोना के बाद जब रेलगाड़ियों का संचालन शुरू किया गया तो इसे बढ़ाकर 30 रुपये कर दिया गया. किराया बढ़ने से यात्रियों को पहले के मुकाबले तीन गुना राशि का भुगतान करना पड़ रहा था.
यात्री संगठनों ने की थी किराया कम करने की मांग
यात्री संगठनों ने कई बार रेलवे बोर्ड से बढ़ाए गए किराये को कम करने की मांग की. अब रेलवे बोर्ड ने अपने आदेश में कहा कि यात्रियों से न्यूनतम किराया 10 रुपये के हिसाब से लिया जाएगा. लोकल टिकट बुकिंग ऐप, सॉफ्टवेयर और यूटीएस ऐप में भी घटाए गए किराये से जुड़ी जानकारी को अपडेट कर दिया गया है. कोरोना के बाद रेलवे की तरफ से जिन रेल गाड़ियों को चलाया जा रहा है, उन्हें मेल और एक्सप्रेस ट्रेन बताया गया. इस तरह की ट्रेनों का न्यूनतम किराया 30 रुपये होता है. इस समय लोकल गाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया गया था.