News hindi tv

SDM Jyoti Maurya Case : आलोक मौर्य ने कहा, मेरे पास ज्योति मौर्य के खिलाफ है ठोस सबूत

Jyoti Maurya : ज्योति मौर्य के खिलाफ एक ताजा अपडेट सामने आया है जिसमें आलोक मौर्य ने कहा कि मेरे को कुछ समय दिया जाए तो में ज्योति मौर्य के खिलाफ ठोस सबूत दे सकता हूं आइए नीचे खबर में जानते है विस्तार से -
 | 
SDM Jyoti Maurya Case : आलोक मौर्य ने कहा, मेरे पास ज्योति मौर्य के खिलाफ है ठोस सबूत

NEWS HINDI TV, DELHI : ज्योति मौर्य केस में आलोक मौर्य प्रयागराज में जांच कमेटी के सामने पेश हुए। उन्होंने कमेटी के सामने कहा," मैंने SDM ज्योति मौर्य के ऊपर जो भी आरोप लगाए हैं। मुझे उन्हें साबित करने के लिए समय दिया जाए।"

कमेटी ने उनकी बात सुनने के बाद कहा,"आपके पास 20 दिन का समय है। इतने समय में आपने जो भी आरोप लगाए हैं। उनका सबूत पेश करें।" बाहर निकल कर आलोक ने मीडिया से बात की।

उनसे पूछा गया कि क्या उनको जान का खतरा है? इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है। उनसे पूछा गया कि PCS लाॅबी मिलकर इस मामले को रफा-दफा करना चाहती है?

इस पर आलोक ने कहा कि अभी तक ऐसा नहीं लग रहा है कि ज्योति मौर्य को जांच कमेटी कोई फेवर दे रही है। मैंने ज्योति मौर्य पर जो आरोप लगाए हैं। उसके खिलाफ मेरे पास ठोस सबूत हैं।जांच अधिकारी अपर आयुक्त प्रशासन अमृतलाल ने बताया कि आलोक मौर्य 28 अगस्त को जांच कमेटी के सामने दोबारा पेश होंगे।


कल अचानक प्रयागराज पहुंचीं थी ज्योति मौर्य


PCS अफसर ज्योति मौर्य मंगलवार को अचानक प्रयागराज पहुंचीं। वह सीधे जांच अधिकारी के दफ्तर गईं। जैसे ही इसकी जानकारी उनके पति आलोक मौर्य को हुई। थोड़ी देर बाद वह भी वहां पहुंच गए।

इस मामले में जांच अधिकारी ने कहा कि दोनों आए जरूर थे, लेकिन यह अन ऑफिशियल विजिट थी। अभी हमने पूछताछ के लिए नोटिस नहीं जारी किया है।

उन्होंने कहा कि ज्योति ने अपना बयान दर्ज कराने के लिए समय मांगा है। जो कि उन्हें इस हफ्ते दे दिया जाएगा। साथ ही आलोक से भी साक्ष्य मांगे गए हैं। आलोक ने दो दिन का समय मांगा है।

साक्ष्य मिलने के बाद आरोपों की जांच होगी। इसके बाद संबंधित लोगों से पूछताछ की जाएगी। ज्योति का बयान महिला मजिस्ट्रेट के सामने वीडियोग्राफी के बीच कराए जाने का फैसला लिया गया है।

दरअसल, आलोक ने ज्योति पर हर महीने 5 से 6 लाख रुपए की अवैध वसूली का आरोप लगाया है। आलोक का कहना है कि PCS अफसर बनने के बाद ज्योति ने कई मकान, फ्लैट और प्लॉट खरीदे हैं।

आलोक ने इसकी शिकायत शासन से की थी। इसके बाद मंडलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वाश पंत को जांच सौंपी गई। इसे बाद उन्होंने अपर आयुक्त प्रशासन अमृत लाल बिंद और दो अन्य सदस्यों को शामिल करते हुए जांच कमेटी गठित की है।

मामले को लेकर दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने जांच अधिकारी से मोबाइल पर बातचीत की...

सवाल : ज्योति मौर्य प्रयागराज क्यों आई थीं?


जवाब : आलोक और ज्योति दोनों ऑफिस आए थे। पहले ज्योति आई थीं। उनके जाने के थोड़ी देर आलोक भी बाद आए। कोई ऑफिशियल विजिट नहीं थी।

सवाल- क्या दोनों को नोटिस जारी किया गया था?

जवाब : अभी हमने किसी पक्ष को नोटिस सर्व नहीं किया है। सबसे पहले नोटिस आलोक मौर्य को दी जाएगी। क्योंकि वह पीड़ित हैं और शिकायत उन्होंने की है। इसके बाद ज्योति को भी अपनी बात करने का मौका दिया जाएगा।

सवाल : क्या आलोक के आरोपों के बारे में आपने ज्योति से कोई पूछताछ की?

जवाब : नहीं, जब नोटिस देंगे तब पूछताछ करेंगे।


बिना नोटिस के जांच अधिकारी से मिलने क्यों चली आईं ज्योति?


अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि बिना नोटिस और बुलावे के जांच अधिकारी के सामने ज्योति मौर्य क्यों प्रस्तुत हो गईं? क्या बिना नोटिस के अन ऑफिशियल मिलना ठीक है?

आखिर जब आलोक को पता चला कि ज्योति जांच अधिकारी के पास मिलने पहुंची हैं, तो वो भी हड़बड़ी में क्यों पहुंच गए? कहीं आलोक को यह डर तो नहीं सता रहा है कि ज्योति पीसीएस अफसर हैं, उनकी तरफ न फैसला बिना उनकी बात सुने कर दिया जाए?