Success Story : 40 की उम्र में नौकरी छोड़ लगा दिया बिजनेस पर ध्यान, अब 15000 करोड़ है नेटवर्थ

NEWS HINDI TV, DELHI : ऐसे कॉलेज ड्रॉपआउट्स की तो कई स्टोरी पढ़ी होगी, जिन्होंने बड़ा बिजनेस बनाकर नाम कमाया. लेकिन आजदआपको एक ऐसी शख्सियत से रूबरू कराने वाले हैं जो अपने स्कूल के दिनों से ही पढ़ाई-लिखाई में काफी तेज था और कॉर्पोरेट वर्ल्ड में ऊंचा मुकाम हासिल किया. इसके बाद सीईओ जैसी हाई पेइंग जॉब छोड़कर अपनी कंपनी शुरू की. आज उनकी हजारों करोड़ की नेटवर्थ है.
यह कहानी राजस्थान के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे विनोद सर्राफ की है. सात भाई-बहनों में सबसे छोटे विनोद ने कम उम्र में ही इस बात को समझ लिया था कि कामयाबी के लिए पढ़ाई ही एकमात्र जरिया है. उन्होंने महज 17 साल में ग्रेजुएशन पूरा किया. इसके बाद बिट्स पिलानी से 19 साल की उम्र में एमबीए पूरा किया. उन्होंने एमबीए कोर्स गोल्ड मेडल के साथ पूरा किया था.
शुरू में करना पड़ा स्ट्रगल -
एमबीए करने के बाद विनोद सर्राफ ने कॉर्पोरेट जगत में प्रोफेशनल के रूप में कदम रखा. लेकिन हिंदी बैकग्राउंड के चलते शुरुआत में उन्हें बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों में जॉब नहीं मिली. करीब दस साल तक विभिन्न टेक्सटाइल कंपनियों में काम करने के बाद पहली बार किसी बड़ी कंपनी में मौका मिला. बिड़ला ग्रुप की एक कंपनी में उनकी नौकरी मिल गई. वह उद्योगपति आदित्य बिड़ला के साथ काम करते हुए मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर बन गए. इसके अलावा उन्होंने ग्रासिम इंडस्ट्रीज, मॉर्डन सिंटेक्स और भीलवाड़ा ग्रुप जैसी कंपनियों में काम किया.
38 साल की उम्र में छोड़ दी सीईओ की जॉब -
विनोद सर्राफ कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करते हुए मैनेजिंग डायरेक्टर से सीईओ तक का सफर तय किया. कॉर्पोरेट सेक्टर में उनका करियर उड़ान भर रहा था. लेकिन उन्होंने साल 1990 में कंफर्ट जोन से बाहर निकलकर अपनी कंपनी खड़ी करने का फैसला किया. उन्होंने अपनी बेटी के नाम पर विनाती ऑर्गेनिक्स नाम की कंपनी बनाई. यह कंपनी दर्द निवारक दवा आईब्रूफेन में इस्तेमाल होने वाला केमिकल आईबीबी या आइसोबुटिल बेंजीन बनाती है. आज उनकी बेटी विनाती सर्राफ इस कंपनी की एमडी और सीईओ हैं.
भारत के सबसे नए अरबपतियों में शामिल -
विनोद सर्राफ साल 2019 में भारत के सबसे नए अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हुए थे. फोर्ब्स के अनुसार सर्राफ की कुल संपत्ति 15,500 करोड़ रुपये ($1.9 बिलियन) से अधिक है.