Success Story : शादी के बाद पूरी की पढ़ाई, तीन बार सरकारी नौकरी हासिल कर जुड़वा बच्चों की मां ने रचा इतिहास
NEWS HINDI TV, DELHI : अधिकांश लड़कियां शादी के बाद पढ़ाई छोड़ देती हैं। खुद को चूल्हा-चौका तक ही सीमित कर लेती हैं। घर-परिवार व बच्चों की जिम्मेदारी में ही जीवन खपा देती हैं। कुछ नया नहीं कर पाती हैं, मगर इस मामले में सुभिता ढिल्लन की कहानी सबसे जुदा व प्रेरित करने वाली है। इन्होंने न केवल शादी के बाद बीएससी, बीएड और एमए तक की शिक्षा हासिल की बल्कि गर्भ में दो जुड़वा बच्चों को पालते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की और 'इतिहास' रच डाला।
सुभिता ढिल्लन, छठी रैंक, कॉलेज असिस्टेंट प्रोफेसर (इतिहास) भर्ती परीक्षा-
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से आयोजित कॉलेज असिस्टेंट प्रोफेसर (इतिहास) भर्ती परीक्षा का परिणाम 24 जून 2022 की रात को जारी हुआ है, जिसमें सुभिता ढिल्लन ने पूरे राजस्थान में छठी रैंक हासिल की है। इससे पहले साल 2020 में इन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग की स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2020 में टॉप किया है। इतिहास व्याख्याता परीक्षा के दौरान सुभिता पांच माह की गर्भवती थी। इनके बेटी व बेटा जुड़वा पैदा हुए हैं।
कौन हैं सुभिता ढिल्लन?
सुभिता ढिल्लन मूलरूप से राजस्थान के झुंझुनूं जिले में नवलगढ़ उपखंड के गांव मोहनबाड़ी की रहने वाली हैं। 12वीं कक्षा पास करने के बाद इनकी शादी साल 2008 में नजदीक के गांव झाझड़ की पाना वाली ढाणी निवासी राजेश दिल्लन के साथ हुई। राजेश ढिल्लन सीकर के प्रिंस एजुकेशन हब मुख्य प्रबंध निदेशक हैं। वर्तमान में इनकापरिवार सीकर में रह रहा है। इनके दो बेटी व एक बेटा है।
मौसाजी व ननद के पास छोड़े बच्चे-
बातचीत में सुभिता ढिल्लन कहती हैं कि उन्होंने महज तीन माह की तैयारी में यह सफलता हासिल की है। कॉलेज असिस्टेंट प्रोफेसर (इतिहास) भर्ती परीक्षा की तिथि तय हुई तब डेढ़ साल की बेटी नीरवी को गांव झाझड़ में मौसा औंकारमल व बेटे नीहार को सीकर में ननद सुभिता के पास छोड़ा। खुद की दसवीं तक की पढ़ाई भी मौसा के घर रहकर पूरी की थी। फिर 11वीं और 12वीं के पढ़ाई अपने गांव से की।
नौ साल में तीसरी सरकारी नौकरी-
सुभिता ढिल्लन की जिद और लगन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इन्होंने नौ साल में तीन बार सरकारी नौकरी लगी हैं। सबसे पहले साल 2013 में थर्ड टीचर बनी थीं। राजकीय प्राथमिक विद्यालय बीरभानी तलाई जगतपुरा ढुगोली में ज्वाइन भी किया। फिर साल 2020 स्कूल व्याख्याता बनकर चूरू जिले के सुजानगढ़ के भासीना के सरकारी स्कूल में ज्वाइन किया। अब वहां से किसी कॉलेज में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर (इतिहास) सेवाएं देती नजर आएंगीं।
सुभिता ढिल्लन का परिवार-
माता- मनोहरी देवी
पिता- जगदीश ढाका
सास- केसर देवी
ससुर- गौरूराम ढिल्लन
पति- राजेश ढिल्लन
बच्चे- नीहार, नीरवी, इशिका
भाई- सुरेंद्र ढाका छोटी
बहन- कौशल्या ढाका, संजू ढाका, नमिता ढाका
कैसे करें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी?
सुभिता ढिल्लन कहती हैं कि घर-परिवार व बच्चों की जिम्मेदारी के बीच प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सबसे जरूरी है कि जो भी वक्त मिले उसका अधिक से अधिक उपयोग हो। समस्या सबके सामने आती हैं उन्हें नजरअंदाज करके अपनी मेहनत व लक्ष्य पर फोकस रखा जाए तो सफलता मिलना तय है। इतिहास जैसे विषय का समझने व याद रखने के लिए जरूरी है कि इतिहास की घटनाएं एक-दूसरे से जुड़ी रहती हैं। इसलिए उन्हें लिंक करके और दिमाग में विजुलाइज करके पढ़ना चाहिए।
सुभिता ढिल्लन ने शेयर किया इंटरव्यू अनुभव-
चार दिन पहले सुभिता ढिल्लन ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट शेयर कर बताया था कि राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से आयोजित कॉलेज असिस्टेंट प्रोफेसर (इतिहास) भर्ती परीक्षा में उनका इंटरव्यू कैसा रहा? उनके इंटरव्यू बोर्ड ने कैसे सवाल पूछे? सुभिता ने 18 प्रश्न शेयर करते हुए लिखा कि इंटरव्यू बहुत अच्छा रहा। आरपीएससी इंटरव्यू में अभ्यर्थियों से ऐसा कुछ भी नहीं पूछा जाता जो कभी पढ़ा न हो।
सुभिता ढिल्लन से इंटरव्यू में पूछे गए सवाल-
1.नई शिक्षा नीति के बारे में बताइए।
2. राजस्थान का एकीकरण कितने चरणों में हुआ और नाम।
3. राजस्थान के किसान आंदोलन कौन-कौन से हुए?
4. सीकर किसान आंदोलन के बारे में बताइए।
5. राजस्थान के स्वतंत्रता सेनानियों के नाम बताइए।
6. अबुल फजल का राजत्व का सिद्धांत क्या था?
7. बलबन का राजत्व का सिद्धांत क्या था?
8. अकबर की सुलह ए कुल की नीति क्या थी?
9. अकबर के शासन काल में कहां पर धार्मिक कट्टरता प्रदर्शित होती है?
10. चित्तौड़ अभियान में अकबर की धार्मिक कट्टरता का क्या कारण था?
11. मुगल कौन थे?