wheat price : गेहूं की कीमतों में ऐतिहासिक तेजी, आटे के रेट सातवें आसमान
wheat price Update : सर्दी के मौसम में गेहूं की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है। एक तरफ सर्दी का सितम लोगों को सता रहा है तो दूसरी तरफ गेहूं और गेहूं के आटे (wheat Flour price) की बढ़ती कीमतें लोगों की जेब ढीली कर रही है। गेहूं के दाम (Latest wheat price) हर राज्य में बढ़ौतरी पर है। आने वाले दिनों में भी तेजी की संभावना है। आइए जानते हैं, कहां क्या चल रहे हैं गेहूं और आटे के दाम।

News Hindi Tv (wheat price update) : गेहूं के दाम लगातार बढ़ रहे हैं तो इसका सीधा असर गेहूं के आटे व गेहूं से बनने वाले अन्य प्रोड्क्टस पर भी पड़ा है। इन दिनों बाजार में गेहूं की डिमांड (wheat Flour price hike) बढ़ी है तो आवक कम हुई है, लिहाजा गेहूं के भाव (wheat price hike) में बंपर उछाल देखने को मिला है। आटे के दाम भी सातवें आसमान पर हैं। गेहूं के बढ़ते दामों (wheat price) के बीच व्यापारियों की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। आम जन पर तो इसका असर पड़ ही रहा है।
खुले में बिक्री में तेजी की मांग
व्यापारियों ने सरकार से गेहूं की बढ़ती कीमतों (Increasing price of wheat) पर लगाम लगाने के गेहूं को ओपन मार्केट में तेजी से बेचने की मांग उठाई है। कुछ समय पहले ही सरकार खुले बाजार में गेहूं (wheat Flour price) बेचने का फैसला कर चूकी है। एफसीआई के माध्यम से ये गेहूं उपलब्ध कराया जा रहा है।
सरकार सस्ता बेच रही आटा
सरकार ने गेहूं के भाव को नियंत्रित करने के लिए लगातार कदम उठाए हैं। सरकार की तरफ से आटे के भाव को कम किया गया है। सरकार 30 रुपये प्रतिकिलो के भाव से आटा (wheat Flour govt price) उपलब्ध करा रही है। वहीं, खुदरा बाजार में आटे की औसत खुदरा कीमत करीब 37 रुपये प्रति किलो के हिसाब से चल रही है।
गेहूं के भाव में बंपर उछाल (wheat rate hike)
लगातार गेहूं के भाव बढ़ते जा रहे हैं। महीना दर महीना गेहूं की कीमतों (wheat price hike) में तेजी देखने को मिली है। अभी नई फसल बाजार में आने में करीब तीन महीने का समय है। देश की राजधानी दिल्ली (wheat price Delhi) में गेहूं के दाम 3200 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच चुके हैं। यह एमएसपी से बहुत ज्यादा है। दिल्ली में एक माह में 100 से 250 रुपये प्रति क्विंटल तक दाम बढ़े हैं।
वहीं गेहूं के सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश (wheat price UP) के हरदोई में गेहूं की कीमत 2800 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है। देशभर में पिछले साल 13 प्रतिशत गेहूं के दाम बड़े हैं। वहीं, हरदोई में दो सप्ताह में 60 से 100 रुपये तक का उछाल देखने को मिला है।
जानिए क्यों हो रहा गेहूं महंगा
फिलहाल गेहूं की पैदावार मंड़ियों में नहीं आ रही है। कुछ ही लोग पुरानी फसल लेकर पहुंच रहे हैं। वहीं मंड़ियों में गेहूं की मांग लगातार बनी हुई है।
इसी कारण गेहूं की कीमत बढ़ (wheat price hike reason) रही है। गेहूं की फसल अभी खेतों में तैयार हो रही है। जब गेहूं पककर मार्च अप्रैल तक मंड़ियों में पहुंचेगा तो गेहूं की कीमत फिर से सामान्य भाव पर आ जाएगी। तब तक आवक मंडियों में मंदी ही रह सकती है।
पिछले साल की तुलना में भी आवक हुई कम
वैसे तो हर साल ही सर्दी के मौसम में कुछ हद तक दाम बढ़ते हैं, लेकिन इस बार पिछले साल की तुलना में गेहूं की आवक कम हुई है।
जानकारों के मुताबिक इन्हीं दिनों में पिछले साल मंडियों में करीब साढ़े 11 लाख टन गेहूं की आवक (wheat demand) हुई थी, जो इस साल 9 लाख टन से कुछ ज्यादा है। इस बार 20 फीसदी आवक में गिरावट दिखी है। इसी वजह से गेहूं की कीमत बढ़ रही है।
आगे क्या रहेगी गेहूं की कीमत
अब आने वाले समय में दो से तीन महीने में बाजार में नई फसल आ जाएगी। वहीं, सरकार भी ओपन मार्केट में गेहूं उतारने (wheat govt price) का काम कर रही है, इस हिसाब से कीमतें ज्यादा नहीं बढ़ती दिख रही।
वहीं, सरकार नेफेड के माध्यम से कम दामों पर आटा बेच रही (wheat Flour price) है तो गेहूं की मांग भी कम हो सकती है, जिससे कीमतें नियंत्रित रहेंगी। लेकिन यह ज्यादा नीचे आने की संभावना नहीं दिखती है। 100 से 200 रुपये प्रति क्वींटल कीमत बढ़ ही सकती है।