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Wine beer : इस तरह वाइन का सेवन करने से मिलेंगे ये असरदार फायदे, रोजाना पीने वालो वालों को भी नहीं हैं जानकारी

Wine beer : दरअसल, वाइन का उपयोग हजारों वर्षों से पेय पदार्थ और औषधि दोनों के रूप में किया जाता रहा है। शराब वितरण की संस्कृति भले ही बदल गई हो, लेकिन इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। बहरहाल, आज हम आपको रेड वाइन के फायदों के बारे में बता रहे हैं। लेकिन, इसका फायदा तभी होता है जब इसका सेवन औषधि के रूप में सीमित मात्रा में किया जाए। जानिए इससे होने वाले अद्भुत फायदों के बारे में विस्तार से-
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Wine beer : इस तरह वाइन का सेवन करने से मिलेंगे ये असरदार फायदे, रोजाना पीने वालो वालों को भी नहीं हैं जानकारी

NEWS HINDI TV, DELHI : वैसे तो शराब को सेहत के लिए बुरा माना जाता है (alcohol Effect on health), लेकिन काले अंगूर से बनी रेड वाइन सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है. ऐसा तब होता है जब इसका सेवन औषधि के रूप में किया जाता है। रेड वाइन में आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन सी होता है। इसके अलावा इसमें रेस्वेराट्रोल और पॉलीफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। यह फ्री रेडिकल्स से बचाता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और तनाव से राहत देता है। आज हम आपको रेड वाइन के फायदों (benefits of red wine) के बारे में बता रहे हैं। इसकी जानकारी डाइटिशियन सिमरन सैनी ने शेयर की है।


विशेषज्ञ का कहना है, ''रेड वाइन एक आरामदायक पेय माना जाता है, जिसे हर उम्र के लोग पसंद करते हैं। इसे उचित मात्रा में पीने से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। सबसे पहले, हमें यह समझने की ज़रूरत है कि रेड वाइन (red wine) एक अल्कोहलिक पेय है जो काले अंगूरों को मसलकर बनाया जाता है।


त्‍वचा को बनाती है ग्‍लोइंग:

एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स शरीर के लिए अच्‍छे होते हैं और रेड वाइन इसका सबसे अच्‍छा स्रोत है। रेड वाइन (red wine) में इस्‍तेमाल होने वाले अंगूरों में रेस्वेराट्रोल, कैटेचिन और प्रो एंथोसायनिन जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं। इनसे बढ़ती उम्र के लक्षणों जैसे फाइन लाइंस और झुर्र्रियों को कम किया जा सकता है।
इसके अलावा, सेल्‍स को फ्री-रेडिकल्‍स से बचाने के लिए भी शरीर को एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स की जरूरत होती है।


हार्मोन्‍स को करती है कंट्रोल:

  • वाइन एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्टेरोन, प्रोलैक्टिन और थायरॉयड जैसे हार्मोन्‍स को कंट्रोल करने में मदद करती है।
  • वाइन से एस्ट्रोजेन हार्मोन बढ़ता है, जिसका असर पीरियड्स और वजन पर पड़ता है।
  • वाइन प्रोजेस्टेरोन को कम करती है। इससे फर्टिलिटी प्रभावित होती है।
  • वाइन प्रोलैक्टिन के लेवल को बढ़ाती है, जिससे पीरियड्स रेगुलर होते हैं। साथ ही, वेजाइना में ड्राईनेस दूर होती है और हॉट फ्लैशेज की समस्‍या से निजात मिलता है।
  • थायरॉयड में गड़बड़ी से मेटाबॉलिज्‍म स्‍लो होता है और डिप्रेशन और थकान होने लगती है। वाइन थायरॉयड को कंट्रोल करती है।

 

बैड कोलेस्‍ट्रॉल को करती है कम:

रेड वाइन पीने से सिस्‍टम में बैड कोलेस्‍ट्रॉल को कम किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्‍सीडेंट लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल या बैड कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद पॉलीफेनोल्‍स हार्ट हेल्‍थ में सुधार करता है।
इसके अलावा, रेड वाइन पीने से हार्ट में ब्‍लड वेसल्‍स लाइनिंग की रक्षा होती है और एचडीएल या गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद मिलती है।

ब्लड शुगर होता है कंट्रोल:

काले अंगूर से बनी रेड वाइन में रेस्‍वेराट्रोल होता है। यह नेचुरल तत्‍व ब्‍लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद (Help in controlling blood sugar) करता है। जब इसे हेल्‍दी डाइट और रेगुलर एक्‍सरसाइज के साथ लिया जाता है, तब यह टाइप-2 डायबिटीज से ग्रस्‍त महिलाओं में ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल (Control blood sugar level) करती है।
 

अन्‍य फायदे:-

  • इसमें मौजूद रेस्‍वेराट्रोल ब्रेन में सेरोटोनिन को बढ़ाता है, जिससे तनाव दूर होता है।
  • रेड वाइन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द से राहत देते हैं।
  • तनाव दूर होने से रात में अच्‍छी नींद आती है।
  • रेस्‍वेराट्रोल में एंटी-एक्‍ने गुण होने के कारण मुंहासे कम होते हैं।

सावधानी:-

वाइन को खाली पेट पीने से बचें, क्‍योंकि यह एसिडिक होती है।
वाइन पीने से पहले और बाद में ज्‍यादा मात्रा में पानी पिएं।
वाइन के साथ प्रोटीन से भरपूर स्‍नैक्‍स लें।
इसके अलावा, रेड वाइन किसी बीमारी का इलाज नहीं है। यह सिर्फ लक्षणों को कुछ हद तक कम कर सकती है। अगर आपको भी हेल्‍थ से जुड़ी कोई जानकारी चाहिए, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें एचआर ब्रेकिंग न्यूज से।