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Business Ideas : इन 5 पेड़ो की खेती करने पर 1 एकड़ में होगी 1 करोड़ की कमाई

अगर आपके पास खेत या उपजाऊ जमीन है और आप कम लागत में तगड़ा मुनाफा कमाने के बारे में सोच रहे हैं तो पेड़ों का बिजनेस आपके लिए सही साबित हो सकता है. हालांकि, यहां फायदा उसी को मिलता है जो थोड़ा धैर्यवान हो. जैसे कोई भी निवेश करते समय आप उसे बढ़ने के लिए एक अच्छा समय देते हैं वैसे ही पेड़ों को लगाने से काटने तक के लिए आपको लंबा समय देना होगा. आइए जानते है इसके बारे में पूरी जानकारी।
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Business Ideas : इन 5 पेड़ो की खेती करने पर 1 एकड़ में होगी 1 करोड़ की कमाई 

NEWS TV HINDI, DELHI : जैसा कि वह कहावत है- सब्र का फल मीठा होता है. इस खेती में सब्र का फल सबसे मीठा होगा. आपको बता दें कि एक पेड़ को पूरी तरह तैयार होने में कम-से-कम 8-10 साल का समय लग जाता है.

लेकिन एक बार पूरी तरह बढ़ने के बाद इससे आप करोड़ों रुपये की कमाई कर सकते हैं. आज हम आपको ऐसे 5 पेड़ों के बारे में बताएंगे जो आपको कम लागत में तगड़ा मुनाफा देंगे.
 

चंदन का पेड़


यह दुनिया के सबसे महंगे पेड़ों में से एक है. इसकी एक किलो लकड़ी की कीमत करीब 27000 रुपये है. चंदन के एक पेड़ से 15-20 किलो लकड़ी निकाली जाती है. यानी अगर आपने धैर्य धरा तो चंदन का एक पेड़ ही आपको लखपति बना सकता है.


सागवान का पेड़


इस पेड़ की लकड़ी को अपनी मजबूती के लिए प्रसिद्धी प्राप्त है. इसका इस्तेमाल कंस्ट्रक्शन के कामों में किया जाता है इसलिए इसे इमारती लकड़ी का राजा कहते हैं. यह पेड़ 12 साल की उम्र में 25-20 हजार रुपये का हो जाता है.


सफेदा का पेड़


इस पेड़ को लगाने की लागत बहुत कम है. जबकि इसकी बहुत अधिक होती है. इस पेड़ को बढ़ने के लिए अधिक पानी की भी जरूरत नहीं होती. बगैर किसी खास देखभाल के भी ये पेड़ तैयार हो सकता है. इस पेड़ को तैयार होने में 8-10 साल का समय लगता है. इससे औषधीय तेल निकाला जाता है.


महोगनी


इसकी लकड़ी को वॉटर रेजिस्टेंट कहा जाता है. इसका मतलब है कि महोगनी की लकड़ी पर पानी का असर नहीं होता. इसकी इस क्वालिटी के कारण यह बाजार में बहुत महंगी बिकती है क्योंकि इससे बनने वाले फर्नीचर के दाम भी काफी ऊंचे होते हैं. महोगनी की लकड़ी की कीमत फिलहाल बाजार में 2000 से 2500 रुपये किलो है


गम्हार का पेड़


इस पेड़ को 1 एकड़ में खेत में लगाकर आप आराम से 1 करोड़ रुपये तक की कमाई कर सकते हैं. यह एक औषधीय पेड़ होने के साथ इसकी लकड़ियां इमारती भी होती हैं. इन पेड़ों को कम वर्षा वाले इलाकों में खूब उगाया जाता है. ये पेड़ अपने आसपास की जमीन में नाइट्रोजन और फॉस्फोरस की मात्रा बढ़ाते हैं जिससे फसलों की पैदावार अच्छी होती है.