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DLF : सबसे महंगी प्रॉपर्टी डील, साढ़े 4 एकड़ जमीन 735 करोड़ में बिकी

DLF : आज हम आपको हाल ही में मिली एक रिपोर्ट के अनुसार आपको बताने जा रहे हैं कि DLF का लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट प्रीवन साउथ प्रोजेक्ट प्री-लॉन्च के 72 घंटे के भीतर 735 करोड़ में बिक गया हैं। यह सबसे महंगी प्रॉपर्टी डील हुई हैं। जानिए नीचें खबर में इससे जुड़ी पूरी जानकारी डिटेल में...
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DLF : सबसे महंगी प्रॉपर्टी डील, साढ़े 4 एकड़ जमीन 735 करोड़ में बिकी 

NEWS HINDI TV, DELHI: देश की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ लिमिटेड (DLF Ltd) ने चोलामंडलम इनवेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी लिमिटेड को चेन्नई में 4.67 एकड़ जमीन बेची है। यह सौदा 735 करोड़ रुपये में हुआ है। कंपनी ने रेगुलेटरी फाइलिंग (Regulatory Filing) में यह जानकारी दी है। 

DLF ने बताया, ' हमारी सब्सिडियरी कंपनी DLF आईटी ऑफिसेज चेन्नई प्राइवेट लिमिटेड ने चेन्नई जिले में मौजूद 4.67 एकड़ जमीन चोलामंडलम इनवेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी लिमिटेड को बेची है।'

कंपनी ने बताया कि लैंड की डील 735 करोड़ रुपये में हुई है। कंपनी को रजिस्ट्रर्ड सेल डील (Registered Sale Deal) और अन्य दस्तावेज 13 मार्च, 2024 को मिल गए। सूत्रों के मुताबिक, यह जमीन चेन्नई के गुइंडी में मद्रास रेस क्लब के निकट मौजूद है और इसका इस्तेमाल रिहायशी और मिक्स्ड लैंड यूज के लिए किया जा सकता है। मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में DLF का नेट प्रॉफिट 26 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 649 करोड़ रुपये था। संबंधित तिमाही में कंपनी को रिकॉर्ड 9,407 करोड़ रुपये की सेल्स बुकिंग हासिल हुई थी।

रेगुलेटरी फाइलिंग (Regulatory Filing) के मुताबिक, अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू बढ़कर 1,644 करोड़ रुपये हो गया। DLF का लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट प्रीवन साउथ प्रोजेक्ट प्री-लॉन्च के 72 घंटे के भीतर बिक गया और कंपनी की प्री-फॉर्मल लॉन्च सेल्स 7,200 करोड़ रुपये रही थी। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान DLF ने 15,000 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी बेची थी और अगर मौजूदा फिस्कल ईयर की पहली तीन तिमाही के आंकड़ों के आधार पर बात की जाए, तो कंपनी इस वित्त वर्ष में यह आंकड़ा पार कर सकती है।

कंपनी ने पिछले महीने कहा था कि उसकी योजना अगले 3-4 साल में तकरीबन 80,000 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी लॉन्च करने की है, ताकि हाउसिंग और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स (Housing and commercial projects) की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।