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DO You Know: इस गांव में नशा करना और बेचना तो दूर नाम लेना भी माना जााता है गुनाह, पंचायत देती है कठोर सजा

आज के समय में नशे ने हर घर में अपनी जगह बना ली है। ऐसे में आज हम आपको ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे है। जहां नशा करना और बेचना तो दूर नशे का नाम लेना भी गुनाह माना जाता है।
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DO You Know: इस गांव में नशा करना  और बेचना तो दूर नाम लेना भी माना जााता है गुनाह, पंचायत देती है कठोर सजा

news Hindi Tv: दिल्ली, सक्ती जिले में एक गांव ऐसा है, जहां नाबालिग नशा करना तो दूर उसके बारे में सोचने से भी डरते हैं. यहां पंचायत का ऐसा सख्त कानून है, जिसे सुनकर ही नशे की बात छूमंतर हो जाती है. सक्ती जिले के परसाडीह गांव में नाबालिगों को तम्बाकू युक्त सामग्री देने पर दुकान वालों के ऊपर पांच हजार का जुर्माना लगाया जाता है. वहीं, अगर शराब बेचते पाए गए तो दंड के रूप में बीस हजार रुपये तक जुर्माने का प्रावधान ग्राम पंचायत के द्वारा रखा गया है.

इसके अलावा गांव में चोरी, छेड़छाड़ अन्य अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए यहां कड़े कानून बनाए गए हैं. ये कानून बीते 7 साल से बिना किसी विवाद के ग्रामीणों के ऊपर लागू हैं. इस कानून पर ग्रामीणों का भी पूरा समर्थन ग्राम पंचायत को मिलते आ रहा है. ग्राम पंचायत में ही सारे विवादों का निपटारा हो जाता है. ग्रामीण पुलिस की मदद बहुत ही कम लेते हैं, जिससे जिले के पुलिस अधीक्षक ने भी इस गांव की सराहना की है.

सरपंच ने दिया पांच हजार का इनाम
कुछ दिन पहले जब आबकारी विभाग की टीम ने छापेमारी करते हुए अवैध शराब पर कार्रवाई की तो ग्राम पंचायत के सरपंच की तरफ से पांच हजार रुपये का चेक इनाम के तौर पर आबकारी विभाग को दिया गया था. वहीं, इस दंड की राशि को आवश्यकता अनुसार ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में खर्च कर दिया जाता है.

महिलाएं भी खुश
नशे के खिलाफ ग्राम पंचायत के इस फरमान से ग्रामीण युवाओं में जागरूकता तो आई है. साथ ही गांव की सामाजिक स्थिति में सुधार भी आया है. वहीं, गांव की महिलाएं अब इस पहल से काफी खुश नजर आती हैं. गांव के बुजुर्ग आने वाले पीढ़ी के लिए इस पहल को अच्छा मान रहे हैं. पंचायत के इस कार्य की हर कोई सराहना कर रहा है.