RBI : 2000 रूपए के नोट के बाद अब 500 रुपए के नोट ने बढ़ाई आरबीआई की टेंशन
NEWS HINDI TV, DELHI: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) ने 19 मई को 2000 रुपये के नोट (2000 rupee notes) को बंद करने का फैसला किया। लोगों को नोट बदलने के लिए चार महीने का वक्त मिला है। 2000 रुपये के नोट के बाद अब 500 रुपये के नोटों (500 rupee notes) ने रिजर्व बैंक की मुश्किल बढ़ा दी है। 500 रुपये के नोट आरबीआई के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं। आरबीआई ने अपने एनुअल रिपोर्ट में 500 रुपये के नकली नोट (Fake 500 note) को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
आरबीआई (RBI) की एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2023 में 500 रुपये के लगभग 91,110 नकली नोट पकड़े गए। ये संख्या पिछले साल की तुलना में 14.6% अधिक हैं। 500 रुपये के नकली नोटों (Fake notes of Rs 500) की लगातार तेजी देखने को मिली है। वित्त वर्ष 2021 में 500 रुपये के 39,453 नकली नोट, वित्त वर्ष 2022 में 76,669 और वित्त वर्ष 2023 में 91,110 नकली नोट मिले हैं।
500 रुपये के नोट ने बढ़ाई मुसीबत:
500 रुपये के नोट (500 rupee notes) के अलावा 2000 रुपये के नकली नोट भी बरामद हुए। 2000 रुपये के नकली नोटों की संख्या 28% घटकर 9,806 नोट रह गई। 500 और 2000 रुपये के नोटों (500 and 2000 rupee notes) के अलावा 100, 50, 20, 10 रुपये सबके नकली नोट पकड़े गए हैं। आरबीआई (RBI) की एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक बैंकिंग क्षेत्र में पकड़े गए नकली नोटों की कुल संख्या 2,25,769 रही। जबकि पिछले साल 2,30,971 नकली नोट मिले थे।
इस साल 500 रुपये के अलावा 20 रुपये के नकली नोटों में भी बढ़ोतरी हुई है। 20 रुपये के नकली नोटों में 8.4% की तेजी आई। 20 रुपये के नकली नोट बढ़े तो दूसरी ओर 10 रुपये, 100 रुपये और 2000 रुपये के नकली नोटों में गिरावट आई है। आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक 10 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 11.6 फीसदी गिरे, 100 रुपये के नकली नोटों की संख्या 14.7 फीसदी की गिरावट आई, जबकि 2000 रुपये के नकली नोटों (Fake notes of Rs 2000) में 27.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
नोट छापने पर कितना खर्च-
नकली नोट के अलावा आरबीआई (RBI) ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में नोटों पर होने वाली छपाई की पूरी डिटेल दी है। आरबीआई (RBI) ने 4,682.80 करोड़ रुपये नोट छापने के लिए खर्च किए गए हैं। पिछले साल ये 4,984.80 करोड़ रुपये था। अगर सर्कुलेशन की बात करें तो सबसे ज्यादा सर्कुलेशन में 10 रुपये और 500 रुपये के नोट (10 rupee and 500 rupee notes) चलते हैं। 31 मार्च, 2023 तक वॉल्यूम के हिसाब से देश के कुल करेंसी सर्कुलेशन का 37.9 फीसदी 500 के नोट है। इसके बाद 10 रुपये के नोट की हिस्सेदारी 19.2 फीसदी है।