News hindi tv

RBI ने जारी की सुरक्षित बैंकों की लिस्ट, ये बैंक हैं भरोसे का दूसरा नाम

RBI news : आजकल लगभग सभी लोगों का बैंक में अकाउंट होता हैं। और ज्यादातर लोग अपनी मेहनत की कमाई से बचाए हुए कुछ पैसे अपने बैंक अकाउंट में ही जमा करते हैं। तो इसी के चलते बैंक ग्राहकों के लिए जरूरी अपडेट आया हैं। दरअसल, हाल ही में आरबीआई (RBI) ने सुरक्षित बैंकों की लिस्ट जारी की हैं। और आपको बता दें कि ये बैंका भरोसे का दूसरा नाम हैं। चेक करें लिस्ट...
 | 
RBI ने जारी की सुरक्षित बैंकों की लिस्ट, ये बैंक हैं भरोसे का दूसरा नाम

NEWS HINDI TV, DELHI: हममें से कई लोग अपनी मेहनत की कमाई बैंकों में जमा करते हैं ताकि समय पर यह पैसा काम आ सके। कई बार तो ऐसा होता है कि बैंक ही डूब जाता है. ऐसे में जमाकर्ता की परेशानी बढ़ जाती है. ऐसे में कहा जाता है कि लोगों को अपना पैसा जमा करने से पहले यह जांच लेना चाहिए कि सामने वाला बैंक सुरक्षित है या नहीं।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इसी साल की शुरूआत में डोमेस्टिक सिस्‍टमिकली इम्‍पॉर्टेंट बैंक (Domestic Systemically Important Banks/D-SIBs) के नाम से एक सूची जारी की है यानी कि घरेलू सिस्टम के लिए अहम बैंक हैं. इस लिस्ट में देश के सबसे सुरक्षित बैंकों के नाम शामिल किए गए हैं.

आरबीआई द्वारा जारी सबसे सुरक्षित बैंकों की सूची में एक सरकारी और 2 प्राइवेट बैंकों के नाम शामिल हैं. इसमें पब्लिक सेक्टर का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का नाम है. इसके अलावा प्राइवेट सेक्टर के 2 बैंक इस लिस्ट में शामिल हैं. इनमें एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) का नाम शामिल हैं.

1 अप्रैल 2025 से क्या बदल जाएगा?

अहम बदलाव ये हुआ है कि आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की स्थिति में बदलाव नहीं हुआ है लेकिन बाकी दोनों बैंक का लेवल बढ़ा है यानी और हाई बकेट में चले गए हैं. दरअसल, घरेलू सिस्टम के लिए अहम बैंकों को एडीशनल कॉमन इक्विटी टियर-1 (CET1) मेंटेन करना होता है.

आरबीआई के बयान के मुताबिक, एसबीआई (SBI) को रिस्क-वेटेड एसेट्स के फीसदी के रूप में अतिरिक्त 0.80 फीसदी CET1 के रूप में रखना होगा. वहीं एचडीएफसी बैंक को अतिरिक्त 0.40 फीसदी और आईसीआईसीआई बैंक को अतिरिक्त 0.20 फीसदी मेंटेन करना होगा. हालांकि यह लेवल 1 अप्रैल 2025 से मेंटेन करना है. अभी स्टेट बैंक के लिए यह सरचार्ज 0.60 फीसदी और एचडीएफसी बैंक के लिए 0.20 फीसदी है.

क्या हैं D-SIBs -
ये ऐसे बैंक होते हैं जो सिस्टम के लिए इतने महत्वपूर्ण होते हैं कि जिनके डूबने पर पूरे फाइनेंशियल सिस्टम को झटका लग सकता है और अस्थिरता आ सकती है. इस प्रकार के बैंकों इतने महत्वपूर्ण हैं कि इन्हें कुछ हुआ तो सरकार खुद इन्हें बचाने की कोशिश करेगी.