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Daughter in law's Property right : सास-ससुर की संपत्ति में बहू का होता हैं इतना अधिकार, जानिए कानूनी प्रावधान

Daughter in law's right on father in law's Property : अक्सर आपने पिता की संपत्ति में बेटी के अधिकार को लेकर बहुत कुछ सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ससुर की संपत्ति में बहू का कितना हक होता हैं। अगर नहीं, तो इसी को लेकर आज हम आपको अपनी इस खबर में बताने जा रहे हैं। कि आखिर सास-ससुर की संपत्ति में बहू का कितना अधिकार होता हैं। जान लें आप भी इससे जुड़ी पूरी जानकारी...
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Daughter in law's Property right : सास-ससुर की संपत्ति में बहू का होता हैं इतना अधिकार, जानिए कानूनी प्रावधान

NEWS HINDI TV, DELHI: आज भी अधिक्तर लोग अपने संपत्ति से संबंधित अधिकारों के बारे में नही जानते है। प्रॉपर्टी को लेकर अक्सर लोगों के मन में कई सवाल उठते रहते हैं. खासकर तब, जब वह संपत्ति पिता या ससुर की हो. किसी भी प्रॉपर्टी पर कौन क्लेम कर सकता है? कौन-कौन उसके हकदार हो सकते हैं… वगैरह-वगैरह. वैसे तो बदलते हुए दौर के साथ नियम-कायदे भी अपडेट होते रहते हैं. संहिताएं भी नए दौर की जरूरत के हिसाब से बदली जाती हैं और कानून भी. संपत्ति संबंधी कानूनों (property laws) को लेकर लोगों में जानकारी का अभाव होता है. अक्सर इससे जुड़ी उलझनों और जानकारी की कमी के चलते संपत्ति संबंधी विवाद भी होते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि बहू के क्या अधिकार हैं, खासकर ससुराल के घर और संपत्ति में उसका कितना हक (rights in in-laws property) है. इस बारे में कानून क्या कहता है…

यह बात तो सब को पता है कि सुरक्षा कानून (security law) के तहत महिला को पति के साथ घर में रहने का अधिकार दिया है. यह अधिकार महिला के गुजारा भत्ते और मानसिक शारीरिक हिंसा से बचाव के अधिकार के अलावा है. लेकिन पति की संपत्ति में पत्नी के अधिकारों से संबंधित मुद्दा भी संपत्ति बंटवारे से जुड़ा एक अहम मुद्दा है. पति और ससुराल की संपत्ति (in-laws' property) में पत्नी का कोई हक है या नहीं और इससे जुड़े कानूनी प्रावधान क्या हैं.

जान लें इस पर क्या है कानूनी प्रावधान?

पहले आप ये बात जान लें कि जिस व्यक्ति से महिला की शादी हुई है अगर उसके पास खुद से अर्जित की गई कोई संपत्ति है तो इसको लेकर नियम-कानून स्पष्ट हैं. व्यक्ति की खुद से अर्जित संपत्ति (self acquired property) चाहे जमीन हो, मकान हो, पैसे हों, गहने हों या कुछ अन्य इस पर पूरी तरह से सिर्फ और सिर्फ उसी व्यक्ति का अधिकार है जिसने संपत्ति अर्जित की है. वह उस संपत्ति को बेच सकता है, गिरवी रख सकता है, वसीयत लिख सकता है यहां तक कि किसी को दान भी दे सकता है. इससे जुड़े सभी अधिकार उसके पास सुरक्षित होते हैं.

सास-ससुर की संपत्ति पर बहू का कितना है अधिकार:

आमतौर पर सास-ससुर की संपत्ति (property of mother-in-law and father-in-law) पर सामान्य परिस्थितियों में महिला का कोई अधिकार नहीं होता है. ना ही उनके जीवित रहते और ना ही उनके देहांत के बाद महिला उनकी संपत्ति पर कोई क्लेम कर सकती है. सास-ससुर की मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति पर अधिकार महिला का ना होकर पति को ही मिलता है, लेकिन पहले पति और उसके बाद सास-ससुर के देहांत की परिस्थिति में संपत्ति पर महिला को अधिकार मिल जाता है. इसके लिए यह जरूरी है कि सास-ससुर नें संपत्ति संबंधी वसीयत बनाकर उसे किसी और को ना दिया हो. यहां तक कि बेटा भी माता-पिता के घर में तभी तक रह सकता है, जब तक कि माता-पिता की अनुमति हो. वह इसमें रहने के लिए कानूनी अधिकार (Legal Rights) का इस्तेमाल नहीं कर सकता है. यह उस स्थिति में, जब तक कि पिता ने स्वयं उक्त संपत्ति खरीदी हो.