Free Ration : क्या सरकार करने वाली है मुफ्त अनाज योजना बंद! जानिए पूरी बात
(नई दिल्ली) Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana update: अगर आप भी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थी हैं तो आपको इस खबर से झटका लग सकता है. अब केंद्र सरकार(Central government) इस योजना को बंद कर सकती है. दरअसल, विभाग ने इसके लिए सुझाव दिया है, जिसके बाद सरकार अब इस योजना को बंद(close the plan) करने की प्लानिंग कर रही है।
ये भी जानिये : Farming Tips : मोटी कमाई के लिए हर जमीन में होने वाली खेती है विकल्प, जानिए
कोरोना काल में देश में गरीब परिवारों के आय का साधन खत्म हो गया था. ऐसी स्थिति में सरकार ने गरीब परिवारों को सहायता देन के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत मुफ्त अनाज की सुविधा शुरू की थी, जो सितंबर के बाद बंद हो सकती है. वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले व्यय विभाग ने सरकार को यह सुझाव दिया है कि इस योजना को सितंबर से आगे नहीं बढ़ाया जाए।
ये भी जानिए : Agriculture News : सरकार इन सिंचाई यंत्रों पर देगी 90 प्रतिशत अनुदान, ऐसे करें आवेदन
जानिए क्या कहा विभाग ने?
व्यय विभाग का कहना है, 'यह योजना देश पर वित्तीय बोझ बहुत ज्यादा बढ़ा रही है. यह देश की वित्तीय सेहत के लिए भी ठीक नहीं है. पिछले महीने पेट्रोल-डीजल पर ड्यूटी कम करने से करीब 1 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ राजस्व पर पड़ा है अगर आगे राहत दी गई तो वित्तीय बोझ और बढ़ेगा. अब महामारी का प्रभाव कम हो गया है तो मुफ्त राशन की योजना को बंद किया जा सकता है।
ये भी जानिये : Tree Farming : इस पेड़ को एक बार लगा देंगे तो 70 साल तक देगा आपको पैसे
सरकार पर बढ़ रहा है बोझ
ये भी जानिये : Vande Bharat Train की सीटों पर मिलेगी प्लेज जैसी सुविधा, सीटें तैयार करने में जुटा टाटा
विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, कोरोना महामारी के बाद से सरकार ने फूड सब्सिडी पर बहुत ज्यादा खर्च किया है. इसके तहत फिलहाल देश के लगभग 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन दिया जा रहा है. इस योजना से भले ही लोगों को राहत मिली है लेकिन सरकार के ऊपर बोझ बहुत ज्यादा बढ़ गया है. ऐसे में व्यय विभाग का कहना है कि अगर इस योजना को और 6 महीने और बढ़ाया गया तो फूड सब्सिडी का बिल 80,000 करोड़ रुपये और बढ़कर करीब 3.7 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा. यह खर्चा सरकार को बड़ी मुसीबत में डाल सकता है।