Illegal : अवैध तरीके से विदेश जाने वालों के लिए बुरी खबर, जाना पड़ सकता है जेल
ब्यूरो : आज के समय में हर कोई विदश में जाना चाहता हैं फिर चाहे वो पढ़ा लिखा हैं या अनपढ़। हर कीमत पर यहां तक कि भारत में मौजूद खून-पसीने की गाढ़ी कमाई से अर्जित अपना घर-मकान-दुकान बेचकर, कनाडा (Canada) में जाकर बसने की हसरत पालने वालों के (Canada Human Trafficking) लिए बुरी खबर है. बुरी खबर भी कह सकते हैं और इसे सावधान करने वाली खबर भी मान सकते हैं.
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इस तरह के लोगों की आंखें हालांकि तभी खुलती हैं जब उन्हें गिरफ्तार (International Human Trafficking) करके जेल भेजने की तैयारी पूरी की जा चुकी होती है. क्योंकि भारत मोटी रकम के बदले हर कीमत पर विदेश भिजवाने का झांसा देने वाले. कनाडा जाने के शौकीनों का ‘ब्रेन वॉश’ ही (India Canada Human Trafficking) कुछ इस तरह करते हैं कि, अशिक्षित की छोड़िए, उच्च शिक्षित लोगों की बुद्धि पर भी पत्थर पड़ जाएं. और इसी सबके गफलत गलतफहमी के फेर में फंसे लोग दलालों के चलते जिंदगी बर्बाद कर ले रहे हैं. इसका जीता जागता नमूना हाल ही में देश की राजधानी दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एअरपोर्ट पुलिस ने पेश किया है.
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दिल्ली स्थित आइजीआई एअरपोर्ट (Delhi IGI Airport Police) थाना पुलिस (इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा) ने फिलहाल इस सिलसिले में दो एजेंट (Visa Agent Arrested) सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में एक महिला भी शामिल है. जोकि पंजाब (Human Trafficking in Punjab)की मूल निवासी है. गिरफ्तार लोगों में गुजरात के वे दो लोग भी शामिल हैं जो, दलालों के कहने पर कनाडा के अपने वीजा (Canada Fake Visa Racket), पंजाब से गिरफ्तार लड़की और एक लड़के को बेच चुके थे.
मतलब आसान शब्दों में कह सकते हैं कि गिरफ्तार लोगों में चार ग्राहक और दो दलाल शामिल हैं. मानव तस्करी के इस इंटरनेशनल रैकेट के भंडाफोड़ के लिए थाना पुलिस की कई टीमें बीते करीब 2 साल से देश भर की खाक छान रही थीं. शातिर दिमाग एजेंट मगर पुलिस के हाथ नहीं चढ़ रहे थे. पता चला है कि इस भांडाफोड़ से दौलत की दम पर जाली दस्तावेजों की मदद से विदेश भेजे जाने के करीब 5-6 मुकदमों का खुलासा हो गया है.
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इसलिए महिला sub Inspector शामिल की गई
इस गिरोह के भांडाफोड़ के लिए DCP Airport Sanjay Tyagi द्वारा सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) आईजीआई एअरपोर्ट, बिजेंद्र सिंह और थाना आईजीआई एअरपोर्ट एसएचओ Inspector Yashpal Singh के नेतृत्व में दो विशेष टीमों का गठन किया गया था. इन दोनो पुलिस टीमों में तेज-तर्रार महिला सब इंस्पेक्टर नीतू बिष्ट, ऐसे उलझे हुए मामलों को खोलने में माहिर सब इंस्पेक्टर राज कुमार
ऐसे अपराधियों के नेटवर्क में सेंध लगाने में सिद्धहस्थ सहायक Sub-Inspector Pradeep को भी शामिल किया गया था. थाना पुलिस को 4 अप्रैल 2022 को एक शिकायत भी मिली थी. जिसके मुताबिक कनाडा जाने वाले दो संदिग्ध यात्री (एक लड़का एक लड़की) इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एअरपोर्ट पहुंचने वाले थे. पास मौजूद इन तमाम खुफिया जानकारियों के आधार पर पुलिस टीमों ने सादा लिबास में एअरपोर्ट के इर्द-गिर्द डेरा जमा दिया गया.
कनाडा जाने के शौकीन ऐसे ताड़े गए
महिला सब-इंस्पेक्टर नीतू बिष्ट को टीम में विशेष रूप से इसीलिए शामिल किया गया था, क्योंकि जाली दस्तावेजों के जुगाड़ के बलबूते विदेश जाने वाले यात्रियों में एक महिला/लड़की भी शामिल थी. टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एअरपोर्ट थाना पुलिस ने बताया, “हवाई अड्डा परिसर में एक लड़का और एक लड़की संदिग्ध हालात में घूमते नजर आए. जिनका हुलिया (कद,काठी व चाल-ढाल) कमोबेश पुलिस के पास पहले से मौजूद तथ्यों से हू-ब-हू मेल खा रहे थे.
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वे दोनो जब बोर्डिंग गेट के पास पहुंचे तो उनके हाथों में बोर्डिंग पास तौ मौजूद दिखाई दे रहे थे, मगर पासपोर्ट दोनो के ही पास नजर नहीं आ रहा था. लिहाजा इस बिना पर भी पुलिस टीमों का माथा ठनका. हो न हो दाल में काला तो है ही. लिहाजा दोनो संदिग्धों के ऊपर हुए शक से मुतमईन होने के लिए पुलिस टीमों ने उन दोनो को पकड़ लिया. और पूछताछ शुरू कर दी.”कनाडा की ऐसी यात्रा से की तौबा
पुलिस टीमों द्वारा पकड़ी गई लड़की ने खुद का नाम प्रियंका और युवक ने अपना नाम हर सिमरनजीत सिंह बताया. दोनो ने बताया कि वे पंजाब के मूल निवासी हैं. वे दोनो कनाडा जाने के लिए फ्लाइट पकड़ने वाले थे. उससे पहले ही दिल्ली पुलिस द्वारा घेर लिए गए. पुलिस ने जब तफसील से तफ्तीश शुरू की तो और भी चौंकाने वाली बात सामने आई. जिसके मुताबिक दोनो के पास मौजूद पास उनके नाम के तो थे ही नहीं.
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प्रियंका और हर सिमरनजीत सिंह के कब्जे से बरामद बोर्डिंग पास तो, रमनलाल खोदीदास पटेल और शांतिबेन रमनलाल खोदीदास के नाम के थे. अब पुलिस का माथा और चकराया कि आखिर कनाडा की यात्रा करने वाले बोर्डिंगपास धारकों के पास उनके अपने नाम के बोर्डिंगपास न होकर, मौके से नदारद अनजान महिला पुरुष के नाम के बोर्डिंग पास आखिर क्यों और कैसे?
Priyanka-Simranjit ने ऐसे खोले राज
संदिग्ध दस्तावेजों के बलबूते विदेश की यात्रा करने की जुगत में शक के आधार पर पकड़ी गई प्रियंका और हर सिमरनजीत सिंह ने पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में जब अंदर की बातें खोलीं. तब पता चला कि जिस बुजुर्ग महिला-पुरुष के नाम के बोर्डिंग पास प्रियंका और हर Priyanka-Simranjit से जब्त किए गए हैं, वे दोनो भी एअरपोर्ट एरिया में भी भटक रहे हैं. लिहाजा उन दोनो को भी पकड़ लिया. चारों से हुई पूछताछ में भांडा फूटा कि. मानव तस्करी के इस इंटरनेशनल गैंग के सरगना दो वीजा एजेंट हैं. जो मोटी रकम वसूलने के बाद जाली दस्तावेजों से तैयार “बैक-डोर” के जुगाड़ से, शिकार को जाल में फांसकर विदेश भिजवाने के इस काले कारोबार में लंबे समय से संलिप्त हैं.
दिल्ली-गुजरात के है दोनो मास्टरमाइंड
इसके बाद पुलिस टीमों ने दलाल दोनो वीजा एजेंट बलजिंदर सिंह उर्फ तेजा व राजवीर सिंह उर्फ अविनाश मुच्छड़ उर्फ मनजिंदर सिंह उर्फ शैली उर्फ प्रीतपाल सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया. दरअसल गुजरात मूल के बुजुर्ग दंपत्ति के वीजा पर प्रियंका और हर सिमरनजीत सिंह को कनाडा भिजवाने का शैतान दिमाग आइडिया बलजिंदर सिंह उर्फ तेजा का ही था.
योजना के मुताबिक तय हुआ था कि प्रियंका और हर सिमरनजीत सिंह अपने टिकट पहले तो कोलंबो जाने के लिए बुक करेगें. बाद में एअरपोर्ट पहुंचकर वे दोनो अपने अपने बोर्डिंग पास, गुजराती दंपत्ति से बदल लेगा. जिसके वीजा के आधार पर प्रियंका और हर सिमरनजीत सिंह को कनाडा की फ्लाइट में सवार होकर भारत छोड़ देना था.
अपराधियों की मेहनत पुलिस के काम की
इंटनेशनल स्तर पर मानव तस्करी करने के mastermind ठगों ने दिमाग तो पुलिस से कहीं ज्यादा चलाया था, मगर पुलिस भी आखिर पुलिस है. लिहाजा पुलिस की चली चाल में मास्टरमाइंड खुद ही फंस गए. और अपने खिलाफ मजबूत सबूत पुलिस को दे बैठे. जितने मेहनत दोनो एजेंट्स ने प्रियंका और हर Priyanka-Simranjit को किसी अन्य के वीजा पर कनाडा भेजने की जुगत खोजने में लगाई.
अब वही सब पुलिसिया पड़ताल में उनके खिलाफ कोर्ट में मजबूत सबूत के बतौर दाखिल किया जाएगा. गिरफ्तार वीजा एजेंट बलजिंदर सिंह तेजा मूल रुप से जनकपुरी दिल्ली और मनजिंदर सिंह सेक्टर-125 खरार, मोहाली, पंजाब का रहने वाला है. अभी तक इस मामले में 6 लाख की ठगी की बात सामने आ चुकी है.