Delhi Pollution : दिल्ली वालों को प्रदूषण से नहीं मिलेगी राहत, जानिये IMD ने क्या बताया

Delhi Pollution, AQI Severe : दिवाली के बाद से दिल्ली में प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो चुकी है कि दिल्ली वालों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। आइए नीचे खबर में जानते हैं प्रदूषण का लेकर IMD ने क्या बताया है। 

 

NEWS HINDI TV, DELHI : देश की राजधानी नई दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक अभी भी खतरनाक श्रेणी में बना हुआ है. दिल्ली वाले लगातार जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं. इस बीच दिल्ली सरकार भी प्रदूषण को रोकने के लिए कई कदम उठा रही है. हालांकि, उसका कोई खास असर होता नहीं दिख रहा है. आज यानी 17 नवंबर की बात करें तो सुबह पांच बजे के करीब आनंदविहार इलाके में AQI 447 दर्ज किया गया।

दिल्ली के अलग-अलग इलाकों का हाल


आरके पुरम इलाके में  AQI 465, आईजीआई एयरपोर्ट पर AQI 467 और द्वारका इलाके में AQI 490 दर्ज किया गया. वहीं, नोएडा और गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है. नोएडा सेक्टर 125 में AQI 352 और ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-III में AQI 314 दर्ज किया गया।

अभी प्रदूषण से नहीं राहत


भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक शांत हवाएं और कम तापमान प्रदूषकों को जमा होने की इजाजत दे रहे हैं. फिलहाल, अगले कुछ दिन तक दिल्ली-एनसीआर को प्रदूषण से राहत मिलने की संभावनाएं नजर नहीं आ रही हैं।


दिल्ली सरकार द्वारा बनाई गई स्पेशल टास्क फोर्स


बढ़ते हुए प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली सरकार ने राजधानी में केंद्र की वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना (GRAP) में मौजूद उपायों को सख्ती से पालन कराने के लिए 6 सदस्यीय विशेष टास्क फोर्स का गठन किया है।

दिल्ली के विशेष सचिव (पर्यावरण) इस विशेष टास्क फोर्स( STF)का नेतृत्व करेंगे. इस टास्क फोर्स के सदस्यों में परिवहन, यातायात, राजस्व, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं. गोपाल राय ने बताया कि एसटीएफ प्रदूषण नियंत्रण उपायों को लागू करने में शामिल सभी विभागों के साथ समन्वय करेगी और रोजाना सरकार को एक रिपोर्ट सौंपेगी।

दिल्ली में लागू है GRAP IV 


केंद्र की वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना के अंतिम चरण (चरण IV) जिसे ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) कहा जाता है. इसके तहत निर्माण कार्य और राजधानी में प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर बैन है. बता दें कि 5 नवंबर को राजधानी में हवा की गुणवत्ता 450 AQI स्तर तक गिर गई थी जिसके बाद दिल्ली में GRAP IV लागू कर दिया गया था।

GRAP स्टेज IV के तहत बीएस III पेट्रोल और बीएस IV डीजल वाहनों के चलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिसमें आवश्यक सेवाओं में शामिल लोगों को छूट दी गई है. गोपाल राय ने कहा कि 16,689 ऐसे वाहनों पर जुर्माना लगाया जिन्होंने इस नियम का उल्लंघन किया है. वहीं, 3 नवंबर से वैध प्रदूषण-अंडर-चेक (पीयूसी) प्रमाणपत्र के बिना चलने वाले 19,000 से अधिक वाहनों पर जुर्माना लगाया गया है. दिल्ली सरकार और आईआईटी-कानपुर की एक संयुक्त परियोजना के हालिया निष्कर्षों की मानें तो वाहनों के उत्सर्जन से नई दिल्ली में लगभग 38 फीसदी प्रदूषण होता है।