Ford के अलावा ये 4 कंपनियां भारत में समेट चुकी हैं अपना कारोबार
Car Companies That Left India : भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में कई कार ब्रांड हैं, जो अपनी गाड़ियां बेचते हैं. वहीं, कई ऐसी कार कंपनियां हैं, जो भारतीय बाजार को छोड़कर जा चुकी हैं. आइए खबर में जानते है उन कार कंपनियों के बारे में विस्तार से।
NEWS HINDI TV, DELHI : भारत हमेशा कार निर्माताओं के लिए आकर्षक बाजार रहा है. दुनिया भर की कंपनियों ने यहां अपने उत्पाद लाने की कोशिश की है. भारत दुनिया के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल बाजारों (automobile markets) में से है, यहां 20 से भी ज्यादा कार ब्रांड हैं, जो अपनी गाड़ियां बेचते हैं. वहीं, कई ऐसी कार कंपनियां हैं, जो भारतीय बाजार को छोड़कर जा चुकी हैं. वह किसी न किसी कारण से भारत में अपनी उपस्थिति बनाए रखने में विफल रही हैं. चलिए, आपको ऐसी 5 कंपनियां के बारे में बताते हैं, जो अब भारत से जा चुकी हैं.
Ford
वैसे तो भारत में फोर्ड की कई कारों को सराहा गया, जैसे कि एंडेवर और इको स्पोर्ट्स लेकिन बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही थी, जहां फोर्ड नहीं टिक पाई और उसने सितंबर 2021 में भारत में कारोबार बंद करने का फैसला किया. कंपनी का घाटा काफी बढ़ गया था, जिस कारण उसे भारत को अलविदा कहना पड़ा.
Fiat
फिएट, भारतीय कार इतिहास के सबसे प्रसिद्ध ब्रांडों में से एक है लेकिन अब यह कंपनी भारत में अपना कारोबार बंद कर चुकी है. कम बिक्री और ज्यादा परिचालन लागत के कारण फिएट इंडिया ने 2019 में अपना परिचालन बंद कर दिया था.
Chevrolet
शेवरले की कुछ कारों को भारत में सफलता जरूर मिली लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, प्रतिस्पर्धा बढ़ती गई और अंततः कम बिक्री के कारण इस ब्रांड को भी देश छोड़ना पड़ा.
Mitsubishi
आपने पजेरो एसयूवी का नाम तो जरूर सुना होगा, यह मित्सुबिशी की ही कार थी. भारत में इसकी कारों को हिंदुस्तान मोटर्स बनाती थी. फिर जब हिंदुस्तान मोटर्स बंद हुई तो मित्सुबिशी के लिए कई मुश्किलें पैदा होने लगीं और इसने भी भारत में अपना परिचालन बंद कर दिया.
Datsun
डैटसन अपनी छोटी और किफायती कारों के साथ भारत आई थी लेकिन बाजार में पकड़ नहीं बना सकी. डैटसन कारों की कम मांग के कारण इसकी मूल कंपनी निसान को इसे बंद करना पड़ा. यह कई अलग-अलग कारणों से खरीदारों को लुभाने में विफल रही.