Car Insurance : गाड़ी का बीमा कराते वक्त एजेंट ऐसे करते हैं खेल, इन 5 बातों का पता होगा तो नहीं खाएंगे धोखा

Car Insurance Policy Tips : गाड़ी का बीमा कराते वक्त आपाको कई जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए क्योकि कई बार एजेंट ऐसे करते हैं खेल कि आप खा जाते है धोखा, ऐसे में आइए  आज आपको बताते है उन 5 बातों के बारे में जिन्हें जानकर आपके लिए कार इंश्योरेंस चुनना आसान हो सकेगा. 

 

NEWS HINDI TV, DELHI : अपनी कार को किसी दुर्घटना या प्राकृतिक आपदा के नुकसान (natural disaster losses) से बचाने के लिए इंश्योरेंस होना जरूरी है. इसके अलावा कानूनी तौर पर भी कार इस्तेमाल करने के लिए इसका इंश्योरेंस होना अनिवार्य है. बाजार में ढेर सारी कार इंश्योरेंस कंपनियां मौजूद हैं. आप अपने लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन कार बीमा ले सकते हैं. इसके अलावा नई कार खरीदते समय भी डीलरशिप अपने हिसाब से कार इंश्योरेंस सजेस्ट कर देती है. लेकिन कार इंश्योरेंस पॉलिसी (car insurance policy) आपको एजेंट के नहीं, अपने हिसाब से लेनी चाहिए. यहां हम आपको 5 पॉइंट्स समझा रहे हैं, जिन्हें जानकर आपके लिए कार इंश्योरेंस चुनना आसान हो सकेगा. 

1. इस अंतर को समझें


बीमा मुख्यत: दो प्रकार- थर्ड पार्टी इंश्योरेंस और कॉम्प्रिहेंसिव (Comprehensive) इंश्योरेंस में बांटा गया है. थर्ट पार्टी इंश्योरेंस में दुर्घटना के समय सामने वाले व्यक्ति, उसके वाहन और संपत्ति को कवर किया जाता है. आपको और आपकी कार को नहीं. जबकि कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस में आपके वाहन और आपको भी कवर किया जाता है. 

 

2. IDV को चेक करें


इंश्योरेंस पॉलिसी में बताई गई IDV (इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू) को चेक करें. इसका मतलब उस रकम से होता है, जो आपको कार चोरी होने या पूरी तरह से डैमेज होने की स्थिति में दी जाती है. यह जितनी ज्यादा होगी, आपके लिए उतना अच्छा है. लेकिन इसका सीधा असर इंश्योरेंस प्रीमियम पर पड़ता है. 

3. प्रीमियम रेट की जांच करें


कोई भी कार बीमा पॉलिसी खरीदने से पहले इसके प्रीमियम रेट को समझ लें. अगर आप बेहद सस्ता बीमा लेने जा रहे हैं, तो यह भी मानकर चलिए कि इसमें सुविधाएं भी कम मिलेंगी. 

4. CSR (क्लेम का सेटलमेंट रेशियो) देखें


CSR (क्लेम का सेटलमेंट रेशियो) बताता है कि जिस कंपनी की इंश्योरेंस आप ले रहे हैं, उसने एक साल में कितने क्लेम का निपटान किया है. अगर यह अनुपात अच्छा है, तभी उस कंपनी का इंश्योरेंस खरीदें.

5. ऑनलाइन बीमा तुलना


अगर आपने कोई बीमा पॉलिसी चुनी है, तो उसे फाइनल करने से पहले एक बार दूसरी पॉलिसी के साथ तुलना जरूर करें. ऐसे कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हैं जहां आपको कंपैरिजन देखने को मिल जाएगा. सभी बीमा पॉलिसी के प्रीमियम, आईडीवी, और अन्य सुविधाओं की एक साथ तुलना करें. इसके बाद ही सही बीमा पॉलिसी चुनें.