Liquor : 15 से 39 की उम्र वाले लोगों को एक दिन में कितनी शराब पीनी चाहिए, स्टडी में किया गया खुलासा

Liquor Wine : शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है। लेकिन फिर भी लोग शराब का सेवन करते है। आजकल लोगों में शराब पीने का क्रेज तेजी से बढ़ता जा रहा है। कुछ लोग ये सोचते है कि एक दो पेग पीने से शरीर को कोई नुकसान नही होगा तो वही कुछ ऐसे भी लोग है जो दो तीन पैग पीना सही मानते हैं। हाल ही में एक स्टडी में खुलासा हुआ है, इसमें बताया गया कि 15 से 39 साल की उम्र वालों को एक दिन में कितनी शराब पीनी चाहिए। जो आपकी सेहत के लिए हानिकारक ना हो।
 

NEWS HINDI TV, DELHI : आजकल जिसे देखों शराब के आदि होते जा रहे है। लेकिन सब को शराब के सेवन को नही पता होता कि कितनी शराब पीना आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। क्या आप अल्कोहल लेते हैं, और इसको लेकर आप भी चिंतित रहते हैं कि कितना अल्कोहल लेना आपकी सेहत के लिए ठीक रहेगा। तो यह खबर आपके काम की है। हाल ही में उम्र के हिसाब से अल्कोहल लेने पर एक रिसर्च की गई है। इस रिसर्च में विश्लेषण किया गया है कि किस उम्र में कितना अल्कोहल लेना सही हो सकता है और कितना अल्कोहल लेना खतरनाक हो सकता है। यह रिसर्च मेडिकल जर्नल द लैंसेट में प्रकाशित हुई है।


 

 

द लैंसेट में प्रकाशित नया विश्लेषण 


द लैंसेट में प्रकाशित नया विश्लेषण (New analysis published in The Lancet) कहता है कि वृद्ध वयस्कों की तुलना में युवाओं का अल्कोहल लेना स्वास्थ्य के लिए अधिक खतरा पैदा कर सकता है। ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज का विश्लेषण भौगोलिक क्षेत्र उम्र और जेंडर के आधार पर अल्कोहल के खतरे को रिपोर्ट करने वाला पहला रिसर्च है। इस रिसर्च में रिसर्चर्स ने 204 देशों में अल्कोहल के उपयोग का विश्लेषण किया है। रिसर्चर्स ने पाया कि 2020 में 1.34 बिलियन लोगों (1.03 बिलियन पुरुष और 0.312 बिलियन महिलाएं) ने हानिकारक मात्रा में अल्कोहल लिया है।


 

40 से नीचे वालों के लिए शराब पीने का ज्यादा खतरा


एक विश्लेषण में पाया गया है कि 15 से 39 उम्र के पुरुषों में अल्कोहल लेना सबसे अधिक खतरनाक (Consuming alcohol is most dangerous for men) है। हर भौगोलिक क्षेत्र में इस आयु उम्र के पुरुषों में असुरक्षित मात्रा में अल्कोहल लेने वाली आबादी का सबसे बड़ा वर्ग शामिल है। 2020 में असुरक्षित मात्रा में अल्कोहल लेने वालों में 59।1 प्रतिशत 15 से 39 उम्र के लोग थे, और इनमें से 76.7 प्रतिशत पुरुष थे।

 

भारत में इतनी महिलाएं व पुरूष असुरक्षित मात्रा में अल्कोहल 

इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 15 से 39 उम्र के लोगों में 1।85 प्रतिशत महिलाओं और 25.7 प्रतिशत पुरुषों ने 2020 में असुरक्षित मात्रा में अल्कोहल लिया। यह 40 से 64 आयु वर्ग में 1.79 प्रतिशत महिलाओं और 23 प्रतिशत पुरुषों से कम था,( Alcohol News) जिन्होंने असुरक्षित मात्रा में अल्कोहल लिया।


 

किस उम्र के लिए कितना अल्कोहल लेना सही होगा 


एक रिसर्च में यह भी अनुमान लगाया गया है कि किस उम्र के लोगों के लिए कितना अल्कोहल लेना ठीक रहेगा। 15 से 39 आयु वर्ग के समूह के लिए 0.136 स्टैंडर्ड ड्रिंक्स प्रति दिन का है। महिलाओं के लिए यह स्टैंडर्ड ड्रिंक्स 0.273 प्रति दिन है।

 

40 से 64 आयु वर्ग के लिए 


40 से 64 आयु वर्ग के समूह वाले स्वस्थ लोगों के लिए सुरक्षित अल्कोहल लेने का स्तर प्रति दिन लगभग हाफ स्टैंडर्ड ड्रिंक्स (Half Standard Drinks) (पुरुषों के लिए 0.527 और महिलाओं के लिए 0.562) से लेकर प्रति दिन लगभग दो स्टैंडर्ड ड्रिंक्स (पुरुषों के लिए 1.69 और महिलाओं के लिए 1.82) तक रिकमेंड किया गया है।

 

 

WHO ने बताई शराब पीने की सही लिमिट


डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट (WHO report) के अनुसार शराब की एक बूंद को भी सुरक्षित नहीं माना जा सकता है. शराब या अन्य एल्कोहल वाली ड्रिंक्स (Wine or other alcoholic drinks) की कम से कम मात्रा भी सेहत के लिए खतरनाक होती है. लोगों को बिल्कुल शराब नहीं पीनी चाहिए. डब्ल्यूएचओ ने कई सालों के आकलन के बाद यह निष्कर्ष निकाला है. शराब की पहली बूंद पीने से ही कैंसर, लिवर फेलियर समेत तमाम गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. शराब या बीयर के 1 पैग को भी सुरक्षित मानना लोगों की गलतफहमी हो सकती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization  ) का कहना है कि अभी तक किसी स्टडी में यह साबित नहीं हो सका है कि शराब सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है. ऐसी रिसर्च विवादों से घिरी हैं.


सेहत के लिए कितना खतरनाक है शराब?

 


WHO के अनुसार शराब में एल्कोहल मिलाया (alcohol added to wine) जाता है, जो एक जहरीला (Toxic) पदार्थ होता है. यह शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचाता है. सालों पहले इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर ने एल्कोहल को ग्रुप 1 कार्सिनोजेन (Group 1 carcinogen) में शामिल किया था. कार्सिनोजेन को कैंसर पैदा करने वाले ग्रुप में शुमार किया जाता है. इस खतरनाक ग्रुप में एस्बेस्टस, रेडिएशन और तंबाकू को भी शामिल किया गया है. सिर्फ शराब ही नहीं, बल्कि तंबाकू और रेडिएशन से कई तरह के कैंसर का खतरा बढ़ रहा है. डब्ल्यूएचओ का कहना है कि वह शराब के तथाकथित सुरक्षित स्तर के बारे में बात नहीं कर सकता है