Wine Beer : हर रोज 2 पैग शराब पीने से शरीर पर क्या होता है असर, एक्सपर्ट ने बताई ये बात

Alcohol : अगर आप भी शरााब के शौकिन है तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल शोध बताते हैं कि 300ml बीयर,140ml वाइन या 40ml हार्ड लिकर रोज पीने वाले भी लो-रिस्क गाइडलाइंस के अंदर ही आते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक असल में सभी शराब के कारण होने वाली मौतों में से लगभग 38% ऐसे लोग थे जो दिए गए लिमिट के अंदर ही शराब पीते थे।

 

NEWS HINDI TV, DELHI : खैर, हम आपको परेशान नहीं करना चाहते, लेकिन यह समझ लीजिए कि ऐसा करना भी बेहद रिस्की हो सकता है। शोध बताते हैं कि 300ml बीयर,140ml वाइन या 40ml हार्ड लिकर रोज पीने वाले भी लो-रिस्क गाइडलाइंस के अंदर ही आते हैं। नतीजतन, उनको हॉस्पिटलाइज्ड होना पड़ता है या कभी-कभी मौत का सामना भी करना पड़ सकता है।

कैनेडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सब्सटेंस में यूनिवर्सिटी ऑफ विक्टोरिया के एक शोध का सहारा लेते हुए एडम शेरक ने कहा, “संयमित रूप से पीने वाले भी वास्तव में इसके नुकसान से अछूते नहीं रह सकते।”

मॉडरेट तरीके से शराब पीना भी घातक हो सकता है-


हम समझाते हैं कि कैसे, इन दिशा-निर्देशों के अनुसार शराब पीना बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। आइए पहले समझते हैं कि शराब पीने के कम जोखिम वाले दिशा निर्देश क्या है? कैनेडियन सरकार के अनुसार कम जोखिम वाले शराब पीने के दिशा निर्देशों में कहा गया है कि महिलाओं को हर हफ्ते 10 ड्रिंक्स और पुरुषों को 15 ड्रिंक से ज्यादा नहीं पीना चाहिए।

शेरक के अनुसार शोध के दौरान शोधकर्ताओं के एक दल ने पाया कि गाइडलाइंस के अनुसार शराब पीने के बावजूद लोगों में मौत और विकलांगता जैसे मामले देखे गए।

असल में सभी शराब के कारण होने वाली मौतों में से लगभग 38% ऐसे लोग थे जो दिए गए लिमिट के अंदर ही शराब पीते थे। लेकिन यह लोग पहले से ही लंबे समय से शराब का सेवन कर रहे थे।


क्या पुरुषों और महिलाओं पर इसका प्रभाव और उसकी तीव्रता अलग है-


पुरुषों के मुकाबले महिलाएं कम खतरे में है। शोध में पाया गया कि जिन महिलाओं ने दिशा निर्देशों के अंदर रहकर कैजुअल ड्रिंकिंग का आनंद लिया उन्हें हार्ट अटैक, स्ट्रोक और डायबिटीज से कुछ राहत मिली है।

हालांकि पुरुषों के साथ ऐसा नहीं हो सकता। शेरक कहते हैं “यह सुरक्षा कवच पुरुषों पर कोई असर नहीं डालता खासकर उनके लिए जिन्होंने शराब पीने के सभी स्तर पर नुकसान का अनुभव किया है।”


हालांकि इसके मुख्य कारण अभी भी अस्पष्ट हो सकते हैं। इस पर हुई रिसर्च में पाया गया कि अलग-अलग देशों द्वारा जारी किए गए शराब पीने के दिशा निर्देश अभी भी अलग और ऊंचे स्तर के हो सकते हैं।

हमें क्या करना चाहिए-


मॉडरेट ड्रिंकिंग से होने वाले बड़े पैमाने के स्वास्थ्य के जोखिमों को नियंत्रित करने के लिए शेरक कहते हैं, “शराब मत पीजिये, फिर भी यदि अगर आप इसे पीते हैं, तो प्रतिदिन एक पैग से अधिक तो कतई मत पीजिए।”

अंत में शेरक कहते हैं, इस शोध को पढ़ते हुए शायद हम में से बहुत से लोग भविष्य में शराब पीने के विकल्पों के बारे में सोच कर परेशान हो जाएं।

इस शोध का उद्देश्य सभी को शराब पीने के दौरान सावधानी की दिशा में आगे बढ़ाना है। याद रखिए जब भी अल्कोहल को इस्तेमाल करने की बात आए तो बेहतर होगा इसे कम इस्तेमाल करें।