Credit Card के 5 बड़े नुकसान, जो बैंक वाले आपको नहीं बताएंगे

Credit Card - क्रेडिट कार्ड का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अकाउंट से तुरन्त पैसा डेबिट नहीं होता. बल्कि उसे चुकाने के लिए ग्रेस पीरियड मिलता है. वहीं, ग्रेस पीरियड में भुगतान करने पर ब्याज का नुकसान भी नहीं होता। लेकिन, आज हम आपको अपनी इस खबर में क्रेडिट कार्ड के पांच बड़े नुकसानों के बारे में बताने जा रहे है। जो बैंक वाले आपको कभी नहीं बताएंगे।  

 

NEWS HINDI TV, DELHI : क्या आप भी अपनी शॉपिंग, फूडिंग, ट्रैवलिंग के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं? आजकल ज्यादातर लोग इसी तरह अपने खर्चों को मैनेज करते हैं. जब कोई चीज हमें तुरन्त खरीदनी है और उसकी कीमत हमारे बजट से बाहर है, तो क्रेडिट कार्ड ही ऐसे वक्त पर साथ देता है. कैश नहीं होने पर भी इससे खरीदारी करके हम अपनी पसंदीदा चीज को खरीद लेते हैं.

क्रेडिट कार्ड का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अकाउंट से तुरन्त पैसा डेबिट नहीं होता. बल्कि उसे चुकाने के लिए ग्रेस पीरियड मिलता है. वहीं, ग्रेस पीरियड में भुगतान करने पर ब्याज का नुकसान भी नहीं होता. लेकिन, क्या आपको पता है कि क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते वक्त अगर कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए तो काफी नुकसान उठाना पड़ता है. 

आइये जानते हैं वो 5 बातें जो बैंक आपको नहीं बताते...

नहीं मांगते समय पर पैसा-

आपने अक्सर देखा होगा कि जब कभी भी आपके अकाउंट में बैलेंस मिनिमम से नीचे आ जाता है तो मोबाइल पर मैसेज का अंबार लग जाता है. लेकिन, क्रेडिट के बिल को जमा करने के लिए आपके पास कोई मैसेज नहीं आता. क्योंकि, कंपनी चाहती ही नहीं है कि आप पहले महीने में ही सारा पेमेंट कर दें. बल्कि, कंपनियां तो ये चाहती हैं कि आप और लेट करें और बाद में लेट फीस भरें.

फ्री EMI जैसा कुछ नहीं-

ग्राहकों से अक्सर फ्री EMI क्रेडिट कार्ड पर 0% पर ईएमआई का वादा किया जाता है. लेकिन, आपको ये जानकर हैरानी होगी कि 0% ब्याज पर ईएमआई की भी नियम एवं शर्तें लागू होती हैं. अगर एक भी शर्त का उल्लंघन करते हैं तो 5 या 10 नहीं बल्कि 20 प्रतिशत से भी ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ सकता है.

प्वॉइंट कैसे रीडीम करें-

क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करते वक्त आपको कुछ पेबैक प्वॉइंट्स मिलते हैं. लेकिन, बैंक आपको कभी भी नहीं बताता है कि आप अपने प्वाइंट्स को कैसे रीडीम कर सकते हैं. ऐसे में जानकारी न होने से लाखों प्वाइंट्स पड़े रह जाते हैं और क्रेडिट कार्ड एक्सपायर हो जाता है. इसके अलावा जब आपके प्वाइंट्स 1000 से 10,000 जैसे लैंडमार्क को क्रॉस करते हैं, तब बैंक आपको ये नहीं बताता कि आपके इतने प्वाइंट हो गए हैं और आप उन्हें रीडीम कर कैशबैक लाभ ले सकते.

कार्ड अपग्रेड चार्ज-

अक्सर लोग अपना क्रेडिट कार्ड उससे ऊपर की रैंक वाले क्रेडिट कार्ड से अपग्रेड करा लेते हैं. बैंक भी अक्सर ग्राहकों को ऑफर करते हैं कि यह अपग्रेडेशन फ्री ऑफ कॉस्ट हैं. सिल्वर कार्ड को गोल्ड में और गोल्ड को प्लेटिनम में अपग्रेड करवाना अक्सर महंगा पड़ता है. आपको पता होना चाहिए कि नए क्रेडिट कार्ड के लिए आपको 500 रुपए से लेकर 700 रुपए तक का शुल्क चुकाना पड़ता है.

फ्री क्रेडिट लिमिट-

अक्सर हम खुश होते हैं कि हमारे कार्ड की क्रेडिट लिमिट फ्री में बढ़ा दी गई है. क्रेडिट कार्ड धारकों को अक्सर ऐसे कॉल आती हैं कि आपके क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट मुफ्त में बढ़ाई जा रही है. लेकिन, कम ही लोग जानते हैं कि बैंक आपकी लिमिट के हिसाब से वार्षिक शुल्क भी बढ़ा देता है. लेकिन, इसकी जानकारी बैंक खुद से नहीं देते.