होम लोन की इतनी EMI नहीं चुकाने पर बैंक शुरू कर देता है कार्रवाई, लोन लेने वाले जान लें ये जरूरी बात

Home Loan : लोन लेन वालों के लिए जरुरी खबर। अगर आपने भी लोन ले रखा है या लोन लेने का प्लान कर रहे हैं तो ये खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। क्या आप जानते हैं कि होम लोन की लगातार इतनी EMI नहीं भरते हैं तो बैंक एक्शन शुरू कर देता है। अगर आप लोन लेने के बाद आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है तो आपको क्या करना चाहिए वो हम आपको इस खबर में बताने वाले हैं। लोन लेने वाले हर व्यक्ति को ये बातें जरूर पता होनी चाहिए.

 

NEWS HINDI TV, DELHI: प्रॉपर्टी( Property Rates ) की बढ़ती कीमतों के साथ महानगरों में घर खरीदना आसान नहीं है। बड़े बजट का मतलब यह भी है कि आपको होम लोन( Home Loan ) लेना पड़ सकता है, कभी-कभी इसे किफायती बनाने के लिए खुद को आर्थिक रूप से पीछे खींचना पड़ सकता है। अर्थात खर्चे कम करने पड़ सकते हैं।


बाकी लोन( Home loan EMI ) को देखें तो हाउस लोन या आवास ऋण लंबे वर्षों के होते हैं। लोन की अवधि के दौरान किसी भी समय नौकरी छूटना या मेडिकल इमरजेंसी आपके लोन पेमेंट( Loan Payments ) को बंद कर सकती है। अगर आपको अपने होम लोन पर ईएमआई चुकाने में मुश्किल हो रही है, तो कुछ कदम हैं जो आपको स्थिति को उबारने में मदद कर सकते हैं। लेकिन उससे पहले यह जानना चाहिए कि होम लोन हीं चुकाने पर क्या होता है।


बैंक क्या करते हैं कार्रवाई-


दरअसल, बैंक ग्राहकों पर 5 तरह की कार्रवाई करता है। यह एक्शन एक बार में नहीं होता, बल्कि बारी-बारी से होता है। यह कार्रवाई EMI नहीं चुकाने पर या डिफॉल्टर घोषित होने पर की जाती है। पहला, अगर पहली ईएमआई नहीं चुकाते हैं तो बैंक इसे गंभीर नहीं मानता लेकिन आपकी निगरानी शुरू हो जाती है। दूसरा, लगातार दूसरी ईएमआई नहीं भरी जाए तो बैंक आपको पेमेंट का रिमाइंडर भेजता है। तीसरा, लगातार 3 ईएमआई नहीं चुकाने पर बैंक कानूनी नोटिस भेजता है जिसमें बकाया पैसा देने को कहा जाता है।


चौथी कार्रवाई के तहत अगर ग्राहक लगातार 5 ईएमआई नहीं भरता है तो बैंक घर की नीलामी का नोटिस देता है। इसमें चेतावनी दी जाती है कि बकाया जमा कर दें, अन्यथा घर बेच दिया जाएगा। पांचवां, इन नोटिस( Bank notice ) के बावजूद ग्राहक पैसा नहीं भरता तो बैंक घर की नीलामी करता है, उसे बेचता है और अपना बकाया पैसा निकाल लेता है।


इससे बचने के लिए क्या करें-


यदि आप लोन चुकाने की हालत में नहीं हैं, तो अपने देनदार कर्ज से संपर्क करें। बैंक को बताएं कि पहले ऐसा कभी नहीं हुआ और सभी लोन समय पर चुकाते रहे हैं। इसे साबित करने के लिए सभी दस्तावेज दें। यदि जरूरी हो, तो अपने निवेशों के कागजों को गिरवी के रूप में बैंक को दे दें। बैंक को बताएं कि अगले 3-6 महीनों में इनकम की स्थिति में कैसे सुधार हो सकता है। तीन महीने की छूट अवधि के लिए बैंक से पूछकर अपने लोन की रीस्ट्रक्चरिंग करें। या अगर ज्यादा पैसा चुकाने में असमर्थ हैं, तो कर्ज की अवधि बढ़ाएं। अगर आपने फ्लोटिंग रेट लोन का विकल्प चुना होता, तो ब्याज दरों में वृद्धि ने आपके लोन की अवधि को बढ़ा दिया होगा। यदि आप ब्याज दरों में और वृद्धि नहीं कर सकते हैं, तो एक निश्चित दर पर लोन पेमेंट की अवधि चुनें।

किराये पर लगा दें मकान-


यदि आप जिस इलाके में रह रहे हैं, वहां किराये की आय कमाने की अच्छी संभावना है, तो घर को किराए पर दें। किराये के पैसे का उपयोग अपनी ईएमआई के एक हिस्से को चुकाने के लिए करें। यह बेहतर है कि आप बैंक को नीलामी( auction ) करने देने की तुलना में घर को बेच दें। नीलामी में अक्सर अच्छी कीमत नहीं मिलती है। इसके विपरीत, यदि आप बैंक को बताकर खुद इसे बेचते हैं तो आपको बेहतर कीमत मिलने की संभावना है। बिक्री से मिली राशि बकाया लोन को चुकाने में मदद कर सकती है।