Loan व क्रेडिट कार्ड का क्रेडिट स्कोर पर कैसे पड़ता है असर, जानिए पूरी डिटेल
Credit Score : आप जब भी लोन लेने के लिए बैंक में जाते है तो सबसे पहले आपका क्रेडिट स्कोर चेक किया जता है। क्रेडिट स्कोर अच्छा होने पर ही आपको लोन मिल पाना संभव है। क्रेडिट स्कोर को सही करने के लिए पेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट यूटिलाइजेशन, क्रेडिट हिस्ट्री, क्रेडिट मिक्स जैसे कई चीज जरूरी होती है।
NEWS HINDI TV, DELHI : एक बार लोन ले तो लेते है पर उस लोन को लेने के बाद समय पर चुकाना बहुत जरूरी होता है। लोन को समय पर चुकाना प्राथमिक कामों में से एक है। ऐसे में कई लोग लोन को जल्द चुकाने (Loan Repaymnet) में लगे रहते हैं। अगर उन्होंने होम लोन (Home Loan) या कार लोन (Car Loan) लिया है तो वह प्री-पेमेंट का इस्तेमाल करके उसे जल्द से ज्लद चुकाने की सोचते हैं। वह नहीं जानते हैं कि इसका असर सीधा क्रेडिट स्कोर (credit score) पर पड़ता है।
यदि आप भी लोन (Loan) को समय से पहले चुकाने या फिर बैलेंस को सेटल करने के बाद क्रेडिट कार्ड (Credit Card) को बंद करवा देते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर गिर सकता है।
ऐसे पड़ता है क्रेडिट स्कोर पर असर
कई वजह से क्रेडिट स्कोर खराब होता है। अगर आप समय से पहले लोन को सेटल कर देते हैं तो यह भी आपके क्रेडिट स्कोर पर नेगेटिव असर डालता है। ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि आपका क्रेडिट स्कोर कैसे कैलकुलेट किया जाता है। इसके अलावा अगर क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है तो आप उसे कैसे ठीक कर सकते हैं।
क्रेडिट स्कोर (credit score) को सही करने के लिए पेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट यूटिलाइजेशन, क्रेडिट हिस्ट्री, क्रेडिट मिक्स जैसे कई चीज जरूरी होती है। आप अगर समय से क्रेडिट कार्ड या लोन की ईएमआई (EMI) का भुगतान करते रहते हैं तो यह आपको पेमेंट हिस्ट्री को सही करता है, जिससे आपकी क्रेडिट स्कोर भी अच्छा होता है।
वहीं, अगर आप समय से पहले लोन का भुगतान कर देते हैं या फिर क्रेडिट कार्ड पर बंद कर देते हैं तो यह क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (credit utilization ratio) बढ़ जाता है। क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो के बढ़ जाने की वजह से भी क्रेडिट स्कोर पर नेगेटिव असर पड़ता है।
अगर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री घट जाती है तो भी क्रेडिट स्कोर खराब (credit score) हो जाता है। समय से पहले लोन के भुगतान पर क्रेडिट टाइप की वैरायटी भी खराब हो जाती है। क्रेडिट स्कोर को सही करने के लिए एक्सपर्ट भी सलाह देते हैं कि लोन का भुगतान समय पर (Loan repayment on time) करें।