PPF पर 1 फीसदी में मिल रहा लोन, जानिए कैसे और कब कर सकते हैं अप्लाई

PPF loan : आपको बता दें कि पीपीएफ खाताधारकों के लिए बड़ी खुशखबरी आई हैं। दरअसल, आप PPF पर अब सिर्फ 1 प्रतिशत ब्याज पर लोन ले सकते हैं। और लोन को चूकाने के लिए आपको आसान किस्तों का विकल्प भी  मिलेगा। जानिए इससे जुड़ा पूरा अपडेट...
 

NEWS HINDI TV, DELHI: ज्यादातर लोगों को जब पैसे की जरूरत होती है तो वो अपने दोस्तों या रिश्तेदार से मदद लेते हैं. मगर जब ज्यादा पैसे की जरूरत होती है तो हम बैंक से लोन लेने के बारे में सोचते हैं. निजी काम के लिए बैंक के द्वारा पर्सनल लोन (personal loan) दिया जाता है. पर्सनल लोन में ब्याज दर काफी ज्यादा होती है. ऐसे में लोन लेने वाले पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ता है.

मगर, हम आपको ऐसे विकल्प के बारे में बता रहे हैं जिससे आप केवल एक प्रतिशत सालाना के ब्याज पर लोन प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही, इस लोन को चुकाने के लिए आसान किस्तों का विकल्प भी आपको मिलेगा. पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (Public Provident Fund) यानी पीपीएफ खाता में जमा रुपये पर लोन लेने का विकल्प मिलता है.

क्यों खास है पीपीएफ खाता:

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (Public Provident Fund) केंद्र सरकार की लॉंग टर्म जमा योजना है. इसके साथ में सरकार का भरोसा मिलता है इसलिए ये सुरक्षित और लोकप्रिय निवेश विकल्प है. पीपीएफ खाते में जमा राशि पर केंद्र सरकार के द्वारा वर्तमान में 7.1 प्रतिशत का ब्याज दिया जाता है. हालांकि, इसके ब्याज में अप्रैल 2020 के बाद से कोई बदलाव नहीं किया गया है. इस खाते में जमा रुपये पर आसानी से लोन मिल जाता है और इसकी प्रक्रिया भी काफी आसान है. इसके कारण पैसा झट से बैंक में क्रेडिट भी हो जाता है. हालांकि, खाते पर लोन एकाउंट खोलने के पांच साल के अंदर ही लिया जा सकता है.

कितना लगेगा ब्याज:

पीपीएफ से लोन लेना पर्सनल लोन (personal loan)  के मुकाबले काफी सस्ता होता है. पर्सनल लोन पर वर्तमान में 10 से 21 प्रतिशत का ब्याज बैंकों के द्वारा वसूला जाता है. मगर, पीपीएफ लोन पर वास्तविक रुप से केवल एक प्रतिशत का ब्याज देना पड़ता है. दरअसल, पीपीएफ में जमा राशि पर जो ब्याज मिलता है.

उससे केवल एक प्रतिशत ऊपर लोन का ब्याज देना होता है. यानी वर्तमान में 8.1 प्रतिशत का ब्याज देना पड़ता है. इस लोन को चुकाने के लिए 36 महीने का वक्त दिया जाता है. हालांकि, अगर आप समय पर ब्याज नहीं जमा करते हैं तो आपको एक प्रतिशत के बाजाए 6 प्रतिशत का ब्याज देना पड़ता है. मतलब, 8.1 प्रतिशत के बजाये 13.1 प्रतिशत ब्याज देना पड़ता है.