NCR के इस शहर में 125 प्रोजेक्ट पर चल रहा है काम, सस्ते में मिलेंगे गरीबों को घर

Home For The Poor : हाल ही में एक अपडेट के जरिए पता चला है कि एनसीआर के इस शहर में गरीबों के लिए मकान बन रहे है जो इनको सस्ते में मिलेंगे अभी तक 125 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है आइए जानते है इस अपडेट के बारे में विस्तार से.....

 

NEWS HINDI TV, DELHI : हम अभी बात कर रहे हैं गरीबों के सर के ऊपर छत (House) की। केंद्र सरकार की नीतियों की बदौलत आज देश के लगभग सभी राज्यों में गरीबों के लिए आशियाना (Affordable House) बन रहा है। इस तरह के अफोर्डेबल हाउस बनाने में एनसीआर (NCR) का शहर गुड़गांव काफी आगे निकल गया है।

इस समय गुड़गांव में अफोर्डेबल हाउसिंग के करीब 125 प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इन प्रोजेक्ट्स में एक लाख से भी अधिक यूनिट अफोर्डेबल हाउस बन रहे हैं(cheap houses for the poor)


NCR ही क्यों बना हब......


दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट (IGI Airport) से सटे गुड़गांव (Gurugram) को आप जानते होंगे तो यह भी जानते होंगे कि यह शहर कभी सिर्फ लक्ज़री हाउसिंग के लिए जाना जाता था। आज यही गुड़गांव एक प्रमुख अफोर्डेबल हाउसिंग हब बन कर उभरा है।

आखिर ऐसा कैसे हुआ, इस सवाल पर सिग्नेचर ग्लोबल के संस्थापक और चेयरमैन तथा उद्योग संगठन एसोचैम में नेशनल काउंसिल ऑन रियल एस्टेट, हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल बताते हैं कि अफोर्डेबल हाउस का हरियाणा मॉडल व्यवहार्यता के कारण सबसे अच्छा है।

यह सिर्फ किताबी बातें नहीं है क्योंकि आप यदि हरियाणा में अफोर्डेबल हाउस की प्रोग्रेस रिपोर्ट देखेंगे तो पाइपलाइन में प्रोजेक्ट की विशालता इसकी गवाही खुद देता है(Gurgaon news)


NCR में ज्यादा बिक्री गुड़गांव में.......

मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि इस समय गुड़गांव में अफोर्डेबल हाउस (Affordable House) की करीब 125 परियोजनाएं चल रही हैं।

इस समय वहां एक लाख से भी अधिक फ्लैट डेवलपमेंट के विभिन्न फेज से गुजर रहे हैं। कोई प्रोजेक्ट पूरा होने को है तो किसी पर आधा से ज्यादा काम शुरू हो चुका है। कुछ प्रोजेक्ट हाल में ही शुरू हुए हैं। उनका कहना है कि गुड़गांव का रियल एस्टेट बाजार काफी आशाजनक और आकर्षक है।

यह साल 2021 में इस बाजार द्वारा दर्ज की गई उच्च घरेलू बिक्री से स्पष्ट है। हालिया रिपोर्ट के अनुसार, गुड़गांव ने पूरे एनसीआर में पिछले साल सबसे ज्यादा बिक्री की। इस शहर में 11,990 हाउसिंग यूनिट की रिकॉर्ड बिक्री हुई। यह एक साल पहले यानी 2020 की बिक्री के मुकाबले 115 फीसदी की बढ़ोतरी को दर्शाता है।


Gurgaon के इस इलाके में सस्ते घर.....


गुड़गांव के कुछ लक्जरी सेक्टरों को छोड़ दिया जाए तो इस समय शहर के शेष इलाकों में अफोर्डेबल हाउस के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इनमें द्वारका एक्सप्रेसवे, एनएच 8, साउथ ऑफ़ गुरुग्राम शामिल हैं। बाजार के जानकारों के मुताबिक इन इलाकों में 1 से 3 बीएचके तक के अफोर्डेबल मकान उपलब्ध हैं।

ये मकान लक्जरी मकान के मुकाले काफी सस्ते बताए जाते हैं। इन इलाकों में वन बीएचके यूनिट 20 लाख रुपये से कम में उपलब्ध हैं। यदि आप टू बीएचके और थ्री बीएचके को देखें तो वहां ये यूनिट क्रमश: 25 लाख रुपये और 35 लाख रुपये में खरीदे जा सकते हैं।


घर खरीदारों के सामर्थ्य में हुआ है सुधार.......

पिछले कुछ वर्षों में देखें तो काफी कम सामर्थ्य सूचकांक (ईएमआई से आय अनुपात) के साथ, घर खरीदने की सामर्थ्य में काफी सुधार हुआ है।

इस समय देश के शीर्ष 7 शहरों में औसत सामर्थ्य सूचकांक (ईएमआई से आय अनुपात) 30 फीसदी है। यह गुड़गांव सहित एनसीआर के शहरों में अभी भी 28 फीसदी से कम है। मतलब इन शहरों में अफोर्डेबल मकान खरीदना अभी भी सस्ता है।


हरियाणा सरकार की नीति भी है सहायक.......

जानकारों का कहना है कि गुड़गांव में, प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) के तहत आवास की एक अच्छी सूची उपलब्ध है। इनमें पहली बार घर खरीदने वालों को किफायती और मध्यम कीमत वाले आवास पर 2.67 लाख रुपये तक की ब्याज सब्सिडी का भी लाभ मिलेगा।

यह सूची हरियाणा सरकार की अफोर्डेबल आवास नीति के तहत कम्युनिटी आवास अपार्टमेंट के रूप में है। इसके अलावा, दीन दयाल जन आवास योजना (डीडीजेएवाई) के तहत बेजोड़ सुविधाओं के साथ प्लान किए गए विकास लो राइज लाइफस्टाइल प्रीमियम फ्लोर की आवासीय सूची है।


इन्हीं वजहों से ज्यादा संख्या में सस्ते मकान बन पा रहे हैं। देखा जाए तो गुड़गांव में इंडिपेंडेंट फ्लोर्स को तब प्रमुखता मिली जब हरियाणा सरकार (Haryana Govt.) ने साल 2020 में 80 से 150 वर्ग मीटर में चार मंजिलों के निर्माण की अनुमति देने के लिए एक नई नीति बनाई।

हरियाणा सरकार दीन दयाल जन आवास योजना (डीडीजेएवाई) के तहत प्लान किए गए विकास के माध्यम से अफोर्डेबल आवास को बढ़ावा दे रही है। लेकिन पहले यह हरियाणा के निम्न और मध्यम संभावित क्षेत्रों तक ही सीमित था। हालांकि, संशोधित नीति के तहत, गुड़गांव को राज्य के अन्य उच्च संभावित क्षेत्रों के साथ शामिल किया गया था।


नई नीति से बड़े डेवलपर्स हुए आकर्षित......


प्लैंड डेवलपमेंट के इर्द-गिर्द बुनी गई हरियाणा सरकार की नई नीति ने इंडिपेंडेंट फ्लोर्स के निर्माण के इच्छुक डेवलपर्स की अच्छी भागीदारी दिखी। गुड़गांव के कई इलाकों में डीएलएफ, एम3एम, सिग्नेचर ग्लोबल, रहेजा, सत्या जैसे कई जाने-माने डेवलपर्स लो-राइज इंडिपेंडेंट फ्लोर्स के सेगमेंट में शामिल हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि गुड़गांव के रियल एस्टेट बाजार में ट बीएचके और थ्री बीएचके फ्लोर की काफी डिमांड है।