गर्भवती महिलाएं अपने स्वास्थ्य और बच्चे के लिए अपनाएं ये वास्तु टिप्स, गुणवान होगी संतान

Vastu Tips for Pregnancy : हर गर्भवती महिला चाहती है, कि उनका बच्चा स्वस्थ और गुणवान हो। हालांकि कई बार इसमें ग्रहों की स्थिति भी सामने आती है। लेकिन स्वस्थ, गुणवाण संतान और गर्भवती महिलाओं के लिए कुछ ऐसे वास्तु टिप्स हैं, जिसे करने से उत्तम और गुणवान संतान की प्राप्ति हो सकती है। जानिए...
 

NEWS HINDI TV, DELHI: Vastu Tips for Pregnancy: स्वस्थ और गुणवान संतान की चाहत हर शादीशुदा इंसान की होती है। हालांकि कई बार ग्रहों के अशुभ प्रभाव जानकारी के अभाव में लोग इस सुख से वंचित रह जाते हैं।

हालांकि बच्चों की सेहत और उसके भविष्य के बारे में अहम जानकारी कुंडली से प्राप्त की जा सकती है।  उत्तम संतान की प्राप्ति के लिए वास्तु शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं. आइए जानते हैं कि गर्भावस्ता के दौरान किन वास्तु टिप्स को फॉलो कर सकती हैं।


कंप्यूटर और लैपटॉप से बनाएं दूरी:

वास्तु शास्त्र के अनुसार गर्भावस्था की पूरी अवधि में महिला को इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से दूर रहना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान खासकर कंप्यूटर और लैपटॉप का इस्तेमाल करने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि इससे गर्भ में पल रहे शिशु की सेहत पर बुरा असर होता है।

दक्षिण-पश्चिमी दिशा:

वास्तु शास्त्र के मुताबिक, गर्भवती महिलाएं अगर चाहती हैं कि गर्भावस्था का पूरा समय बिना बिना किसी परेशानी से बीते तो ऐसे में बेडरूम में दक्षिण-पश्चिम दिशा में सोना चाहिए। दरअसल ऐसा करने से गर्भावस्था की पूरी अवधि सुखद लगती है।


उत्तर-पश्चिम दिशा का वास्तु:

वास्तु शास्त्र के अनुसार, गर्भवती महिला को किसी भी सूरत में उत्तर-पश्चिम दिशा में नहीं सोना चाहिए। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि सोते समय सिर दक्षिण दिशा में रहे।

रंगों का होता है खास असर:

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गर्भवती महिला को कभी भी गहरे रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान खासतौर पर लाल, भूरा और काला रंग तो भूल से भी नहीं पहनना चाहिए। वहीं गर्भ के दौरान पूरे 9 महीने तक नीला, हरा या गुलाबी रंग के वस्त्र ही पहनने चाहिए।


कमेरा का रंग गर्भावस्था पर डालता है खास असर:

वास्तु शास्त्र के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को भूलकर भी ऐसे कमरे में नहीं बैठना चाहिए जिसकी दीवारें गहरे रंग के हों या जहां पर्याप्त रोशनी ना हो। गर्भवती महिला को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि वो जहां भी रहें उस कमरे में पर्याप्त प्राकृतिक रोशनी और हवा मौजूद रहे।