News hindi tv

7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों को प्रमोशन का तोहफा, सैलरी में बढ़ोतरी, जानिए क्या हुए बदलाव

7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारीयों के लिए बड़ी खबर। आपको बता दें कि कर्मचारियों को प्रमोशन का तोहफा मिला हैं। अगर आप कर्मचारी है तो ये खबर आपके लिए खास है। केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में बढोतरी हुई है। कर्मचारियों के लिए प्रमोशन से जुड़ा एक नियम भी है जो हर कर्मचारी को जान लेना चाहिए। तो चलिए इस खबर में जानते हैं इस नियम के बारे में और इसके लिए कौन-सी शर्तें लागू होती हैं।

 | 
7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों को प्रमोशन का तोहफा, सैलरी में बढ़ोतरी, जानिए क्या हुए बदलाव

NEWS HINDI TV, DELHI: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए कुछ ऐसे भी नियम हैं, जिसके बारे में लोग बहुत ज्यादा नहीं जानते हैं। ऐसा ही एक नियम प्रमोशन से जुड़ा है। इस नियम को मॉडिफाइड एश्योर्ड करियर प्रोग्रेसन( Modified Assured Career Progression ) यानी MACP स्कीम के नाम से जाना जाता है। यह स्कीम उन कर्मचारियों के लिए है जिनका प्रमोशन( promotion ) नहीं होता है।

नियमों के मुताबिक MACP स्कीम के तहत कर्मचारी को पूरे करियर में तीन बार अनिवार्य फाइनेंशियल अपग्रेडेशन( financial upgradation ) मिलता है। ये अपग्रेडेशन कर्मचारी के करियर के 10वें, 20वें और 30वें साल की सेवा के दिया जाता है। जब कभी कोई व्यक्ति एक ही लेवल-वेतन में लगातार काम करता रहता है और इस दौरान प्रमोशन नहीं होता तो उसे 10 वर्ष की अवधि के बाद ऑटौमैटिक फाइनेंशियल अपग्रेडेशन( Automatic Financial Upgradation ) मिल जाता है। इस फाइनेंशियल अपग्रेडेशन के बाद कर्मचारी को नए ग्रेड वेतन के तहत सैलरी मिलती है, जो प्रमोशन से मिलने वाले वित्तीय लाभ के बराबर ही होता है। हालांकि, इसके लिए कुछ शर्तें भी हैं। 

क्या है शर्तें-

इसका लाभ उसी कर्मचारी को मिलेगा, जिसका आखिरी तीन वर्षों का एनुअल परफॉर्मेंस असेसमेंट रिपोर्ट( Annual Performance Assessment Report ) यानी APAR ''बहुत अच्छा'' की कैटेगरी में हो। अगर ऐसा नहीं है तो फाइनेंशियल अपग्रेडेशन तब तक होल्ड पर रहेगा जब तक कि वह इस पात्रता को प्राप्त नहीं करता है। बता दें कि नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में यह शर्त शामिल किया गया था। इसका मकसद सरकारी कर्मचारियों के परफॉर्मेंस में सुधार लाना है।


उदाहरण से भी इसे समझना जरूरी-


एक कर्मचारी सातवें वेतन आयोग( 7th pay commission ) की सिफारिश के तहत लेवल 2 सैलरी ले रहा है लेकिन 10 साल तक इसी लेवल पर रह जाता है। इस दौरान प्रमोशन नहीं हुआ, ऐसे में MACP के तहत फाइनेंशियल अपग्रेडेशन करके लेवल 3 में प्रमोट करने का प्रावधान है। यह उन विभाग के कर्मचारियों के लिए बहुत फायदेमंद है, जहां प्रमोशन के लिए अवसर बहुत ही कम हैं।