RBI के बाद CBI ने कसा Paytm पर शिकंजा, इन बड़े अफसरों के घर मारी रेड
News Hindi TV, Delhi : केंद्रीय जांच ब्यूरो या सीबीआई ने मंगलवार को आय से अधिक संपत्ति के मामले में डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन (डीआईपीपी) के पूर्व सचिव रमेश अभिषेक के ठिकानों पर तलाशी ली है. अभिषेक पेटीएम पेमेंट्स बैंक के एक स्वतंत्र निदेशक हैं.
2 घंटे में दिल्ली से जयपुर, किराया भी 30% कम
कहा जाता है कि उन्होंने ही DIPP के सचिव रहते सेबी के साथ पेटीएम की मूल कंपनी, वन 97 कम्युनिकेशंस के आईपीओ को आगे बढ़ाया था. रमेश अभिषेक के खिलाफ कथित रूप से दर्ज की गई एफआईआर को सार्वजनिक नहीं किया गया है. ऐसे में स्पष्ट नहीं है कि उनपर क्या आरोप लगाए गए हैं और किन आरोपों में रेड्स की गई है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी और अपने एक्स पोस्ट में कहा, "अपना ‘राजनीतिक बाज़ार’ सजाने के लिए भाजपा द्वारा की गई ‘नफरत की खेती’ का ज़हर समाज में फैल चुका है. इस ज़हर से अंधे हो चुके लोग न किसान देख रहे हैं, न जवान और न ही खाकी का सम्मान. देश IPS जसप्रीत सिंह के साथ है."
लोकपाल ने किया था मामले का खुलासा
2 घंटे में दिल्ली से जयपुर, किराया भी 30% कम
रमेश अभिषेक बिहार कैडर के 1982 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वह 2019 में रिटायर हुए थे. अभिषेक भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) से रिटायर होने के बाद एक स्वतंत्र निदेशक के रूप में पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के साथ काम कर रहे थे. बताया जा रहा है कि उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले का लोकपाल ने खुलासा किया है.
पेटीएम की सेवाएं 15 मार्च तक बढ़ी
पिछले महीने, आरबीआई ने पेटीएम की सहायक कंपनी को आगामी 29 फरवरी से अपने संचालित वॉलेट या खातों में आगे जमा, टॉप-अप या क्रेडिट लेनदेन स्वीकार करने से रोक दिया था.
हालांकि, इस बीच पेटीएम पेमेंट्स बैंक के सेवाओं की समय सीमा 15 मार्च तक बढ़ा दी गई है. मसलन, ग्राहक 15 मार्च, 2024 तक जमा, क्रेडिट लेनदेन, प्रीपेड सेवाएं, वॉलेट, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड बना सकते हैं.