News hindi tv

Loan Moratorium: लोन न चूका पाने वालो के लिए बड़ी खबर, अब लोन मोरेटोरियम से मिलेगी राहत ​​​​​​​

आज कल हर कोई अपने काम आसान करने के लिए या फिर कुछ चीजों की किश्तों को आसान तरीके से चुकाने के लिए EMI का ऑप्शन चूसे करता है। ऐसे में कई बार ऐसा होता है की आप EMI चुकाने में देरी कर देते हैं या फिर लोन चुकाने में असमर्थ महसूस करते हैं। ऐसा करने से आप के सिबिल स्कोर पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है, लेकिन ऐसे में आप लोन मॉरिटोरियम की सहाय्यता ले सकते हैं। आईये इस के बारे में विस्तार से जानते हैं। 

 | 
लोन न चूका पाने वालो के लिए बड़ी खबर अब लोन मोरेटोरियम से मिलेगी राहत

News Hindi TV (नई दिल्ली)। हर इंसान पैसे के लिए कमाता है किसी की सैलरी (Salary) ज़्यादा है तो किसी की कम लेकिन पैसे के साथ ज़रूरतें बी बढ़ती हैं और आप अपनी सैलरी से सिर्फ अपनी निजी ज़रूरतों को पूरा कर सकते हैं न ही उसको जोड़ सकते हैं न ही किसी बड़ी ज़रूरत को पूरा कर सकते हैं। यही वजह है कि मकान जैसी बड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोग लोन (Loan) का सहारा लेते हैं. इससे उनका काम भी बन जाता है और ईएमआई (EMI) के जरिए उनका लोन भी धीरे-धीरे पूरा होता रहता है. लेकिन कई बार ऐसी स्थिति आती है, किराए के मकान में रहते हुए आपने नया फ्लैट या मकान बुक कराया. उसके लिए बैंक से लोन सैंक्शन (Loan Sanction)  भी करवा लिया, लेकिन आपको फ्लैट की पजेशन मिलने में अभी समय है. ऐसे में आप क्‍या करेंगे?

 


ऐसी स्तिथि में लोन लेने वाले पर और किराये दोनों पर ही उल्टा प्रभाव पड़ता है। दोनों को एक साथ झेल पाना किसी आम व्यक्ति के बस की बात नहीं है। वहीं अगर तीन महीने तक लोन की ईएमआई (EMI) न दी जाए तो बैंक लोन लेने वाले को डिफॉल्‍टर भी घोषित कर सकती है और ऐसे में उसके सिबिल स्‍कोर पर बुरा असर पड़ता है और भविष्‍य में लोन लेने में समस्‍या होती है. परेशान होने की जरूरत नहीं, इस स्थिति में आप लोन मोरेटोरियम (Loan Moratorium) की मदद ले सकते हैं. लोन मोरेटोरियम के जरिए आप बैंक से किस्‍त चुकाने के लिए कुछ समय की मोहलत (Moratorium) मांग सकते हैं. यहां जानिए क्‍या होता है लोन मोरेटोरियम और ये कैसे आपके लिए राहतमंद हो सकता है.

आखिर लोन मोरेटोरियम (Loan Moratorium) है क्या ?

अगर आप लोन मोरेटोरियम का फ़ायदा उठाना चाहते हैं तो इस के लिए आप को बैंक में अप्लाई करना पड़ता है। अगर आपके पास वाजिब वजह है, तो लोन मोरेटोरियम के जरिए आपको बैंक से थोड़े समय की मोहलत दे दी जाती है. इसमें व्‍यक्ति को एक निश्चित समय तक किस्‍त नहीं चुकानी पड़ती. इससे आर्थिक समस्‍या (economic problem) से जूझ रहे व्‍यक्ति को काफी राहत मिल जाती है. 

छूट के पीरियड (grace period) में भी देना पड़ता है ब्‍याज

लोन मोरेटोरियम (Loan Moratorium) की मदद से आप को किश्त चुकाने में थोड़ा समय तो ज़रूर मिलता है लेकिन आप की EMI माफ़ नहीं होगी और न ही उस पर लगने वाले ब्‍याज में आपको किसी तरह की रियायत मिलती है. जिस पीरियड में आपको लोन की ईएमआई से छूट मिली है, उसमें भी आपको लोन पर लगने वाला ब्‍याज देना होता है. लोन की पूरी ईएमआई की तुलना में सिर्फ ब्‍याज का अमाउंट (amount of interest) काफी कम होता है. 

इतने है फायदे 


तमाम लोगों को लगता है कि जब ब्‍याज देना ही है, तो आखिर लोन मोरेटोरियम (Loan Moratorium) का क्‍या फायदा है? तो फायदा ये है कि अगर आप सामान्‍य तौर पर ईएमआई स्किप करते हैं, तो ब्‍याज के साथ पेनाल्‍टी भी देनी होती है. साथ ही इससे आपका सिबिल स्‍कोर (CIBIL Score) भी खराब होता है. लेकिन लोन मोरेटोरियम से आपको ईएमआई को कुछ समय तक रोकने की मोहलत बैंक की तरफ से मिलती है. ऐसे में आपके सिबिल स्‍कोर पर कोई असर नहीं पड़ता है.

कौन कौन कर सकता है अप्लाई  

अब बात आती है कि लोन मोरेटोरियम (Loan Moratorium) के लिए कौन-कौन अप्‍लाई कर सकता है, तो इसका जवाब है कि कोई भी व्‍यक्ति जिसने  लोन लिया है और वो लोन चुकाने में असमर्थ है, उसकी वजह वाजिब है, तो वो कोई भी लोन मोरेटोरियम के लिए अप्‍लाई कर सकता है. लेकिन शर्त ये है कि मोरेटोरियम के जरिए मोहलत आप ईएमआई शुरू होने से पहले ही ले सकते हैं. ईएमआई (EMI) शुरू होने के बाद में नहीं.