News hindi tv

Parenting Tips: बच्चों के बिगड़ने के 6 संकेत, वक्त रहते हो जाए सतर्क

Parenting Tips: बच्चे ही देश का भविष्य है। उनका अनुशासित व समझदार होना अनिवार्य है। हर पैरेंट्स अपने बच्चों पर सबसे ज्यादा ध्यान देते है इसके बावजूद भी कई बार बच्चे बहुत गलत संगत में पड़ जाते हैं जिसके परिणामस्वरूप वे अभद्र भाषा बोलने लगते है व बड़ों का निरादर करने लगतें है। इसलिए माता-पिता को अपने बच्चों की हरकतों के प्रति सतर्क रहना चाहिए। चलिए जानतें है बच्चों के गलत आचरण की ओर जाने के कुछ संकेत...
 
 | 
Parenting Tips: बच्चों के बिगड़ने के 6 संकेत, वक्त रहते हो जाए सतर्क

NEWS HINDI TV, DELHI : हर पैरेंट्स अपने बच्चे को एक बेहतर इंसान बनाना चाहते हैं। उसे अच्छी शिक्षा देना, जीवन में अच्छी बातें सिखाना, दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना जैसी बातें बच्चों को हर दिन समझाते और बताते हैं। बावजूद इसके कुछ बच्चे गलत राह पर निकल जाते हैं। उनकी संगत, दोस्ती-यारी अच्छी नहीं होती है। ऐसे बच्चे एक दिन मां-बाप से बातें छुपाने लगते हैं, उनसे बात-बात पर बहस करते हैं और झूठ बोलना शुरू कर देते हैं। इतना ही नही पैरेंट्स को पलट कर जवाब देते हैं। ये सभी समस्याएं टीनएजर बच्चों में अधिक देखने को मिलती है। ऐसे में 10 से लेकर 12 की उम्र वाले बच्चे पर पहले से ही ध्यान देना जरूरी हो जाता है, ताकि वे टीनएज में पहुंचकर बुरी संगत के कारण बिगड़ ना पाएं। माता-पिता कुछ संकेतों पर गौर करके समझ सकते हैं कि आपका बच्चा बिगड़ रहा है। आइए जानें-

क्या आपका बच्चा बिगड़ रहा है जानिए इन 6 संकतों से

1. एक बात हमेशा ध्यान रखें कि बच्चे अपने आसपास जो भी देखते हैं, सुनते हैं, उसे ही फॉलो करने लगते हैं। स्कूल, पार्क, ट्यूशन आदि जगहों पर वे अपने दोस्तों को जैसा करते और बोलते देखते हैं, उसे ही फॉलो करने लगते हैं। खासकर, यदि संगत सही ना हो तो बच्चों के बिगड़ने की संभावना अधिक रहती है। ऐसे में बेहद जरूरी है कि पैरेंट्स शुरू से ही उनकी बातों, हावभाव पर ध्यान दें ताकि उन्हें बिगड़ने से बचाया जा सके।

2. कुछ बच्चे किसी भी फेवरेट चीज को लेने के लिए जिद पर उतर जाते हैं। इसके लिए वे पैरेंट्स से चिल्लाकर बहस करने लगते हैं, खाना तक नहीं खाते। उन्हें हर हाल में वे चीज चाहिए होती है्। 8-10 साल की उम्र के बच्चे में ये आदत अधिक देखने को मिलती है। पैरेंट्स को बच्चे की इस आदत को प्यार से समझाते हुए डील करने की जरूरत है। यदि आप भी चिल्लाकर बोलेंगे तो वे और जिद्दी बनेगा।
3. जिस काम को आप अपने बच्चे को करने से मना कर रही हों, उसे ही वो जान-बूझकर बार-बार करे तो समझ लें कि आपका लाडला या लाडली बिगड़ रही है। वो आपकी बात नहीं सुनता तो दूसरों की क्या सुनेंगा। ऐसे में बेहद जरूरी है कि आप समय रहते ऐसा करने के कारणों और इस संकेत को पहचान लें।


4. यदि आप कोई भी छोटा-मोटा घर का काम करने के लिए बच्चे को बोलें और वह ना करे तो समझ जाएं कि आपका बच्चा बिगड़ रहा है। आपकी बातों को बिल्कुल भी नहीं सुनता है तो ऐसा बच्चे तभी करते हैं, जब उनकी दोस्ती, संगति सही नहीं होती है। हो सकता है उसका कोई दोस्त भी अपने पैरेंट्स की बात को नहीं सुनता हो और ये ही बात आपका बच्चा भी सीख गया हो।

5. यदि आपका बच्चा बात-बात में अभद्र भाषा, गाली का इस्तेमाल करने लगा हो तो ये बच्चे के गलत संगत में रहने और बिगड़ने का एक गंभीर संकेत हो सकता है। यदि वे किसी दूसरे बच्चे से लड़ाई-झगड़ा करे, उसे थप्पड़ लगा दे, उसकी पिटाई करके घर आए तो आप अलर्ट हो जाएं। बच्चे के मुंह से किसी भी अभद्र शब्द, भाषा को सुनते ही तुरंत टोकें। 

6. यदि बच्चा किसी क्लासमेट या दोस्त का कोई सामान चुरा लेता है और आपको इस बात का पता चलता है तो उसे तुरंत समझाएं। मारने-पीटने की बजाय उसे प्यार से समझाएं कि चोरी करने का परिणाम क्या हो सकता है। यदि आपका बेटा या बेटी कोई भी किसी दूसरे बच्चे को बार-बार चिढ़ाए, उसे बुली करे तो ये भी आदत सही नहीं है.