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Property Rights : क्या दादा और पिता की संपत्ति पर ले सकते हैं लोन, जानिए संपत्ति के अधिकार

Property Rights : अक्सर कई लोगों के मन में ये सवाल होता है कि क्या दादा और पिता की संपत्ति पर लोन लिया जा सकता है... तो आइए नीचे इस खबर में जानते इन्हीं सब से जुड़े कुछ सवालों के जवाब। 
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Property Rights : क्या दादा और पिता की संपत्ति पर ले सकते हैं लोन, जानिए संपत्ति के अधिकार

NEWS HINDI TV, DELHI:  बाप-दादा की संपत्ति में हिस्‍सा तो सभी को मिलता है, लेकिन क्‍या आपने कभी इस संपत्ति पर लोन लेने की बात सोची है. उत्‍तराधिकार कानून के तहत दादा और पिता की संपत्ति में तो हक मिल जाता है, लेकिन क्‍या कोई ऐसा कानून और रास्‍ता है जिसकी मदद से किसी को अपने बाप या दादा की संपत्ति के एवज में बैंक से लोन मिल जाए. इस बारे में कानून के जानकार और बैंकिंग मामलों से जुड़े एक्‍सपर्ट से बातचीत में कई अनोखी जानकारियां सामने आई हैं.

 


संपत्ति से जुड़े मामले देखने वाले लॉयर सुनील पांडेय का कहना है कि अगर कोई पैतृक संपत्ति पूरी तरह दादा के नाम पर है तो भले ही पोता उसमें हिस्‍सेदार होगा, लेकिन इस जमीन पर खुद लोन नहीं ले सकता है. संपत्ति के बदले लोन लेने का अधिकार सिर्फ उसी व्‍यक्ति को होता है जिसके नाम से संपत्ति दर्ज है. जाहिर है कि संपत्ति का बंटवारा हुए बिना यह सिर्फ दादा के नाम पर ही दर्ज होगी और ऐसे में पोते को इस संपत्ति पर बैंक से लोन लेने का अधिकार नहीं मिलता है.

 


फिर क्‍या हैं लोन के रास्‍ते-


दादा के नाम पर संपत्ति होने पर भी लोन पाने के कई रास्‍ते खुल सकते हैं. पोता अगर चाहे तो अपनी पैतृक संपत्ति के नाम पर बैंक से लोन ले सकते हैं, भले ही वह संपत्ति अभी दादा या पिता के नाम पर है. बैंकिंग मामलों के जानकार और एचडीएफसी बैंक में लोन विभाग का कामकाज देखने वाले राजीव मिश्रा का कहना है कि अपनी पैतृक संपत्ति जो कि अभी लोन लेने वाले के नाम पर नहीं हुई है, कर्ज लेने के 3 रास्‍ते होते हैं.


1-संपत्ति के मालिक को गारंटर बनाकर-

 


अगर कोई व्‍यक्ति अपने दादा के नाम रखी प्रॉपर्टी पर लोन लेना चाहता है तो उसे दादा को लोन का गारंटर बनाना होगा. इसका मतलब है कि उसके दादा की तरफ से बैंक को एक लिखित शपथ-पत्र दिया जाएगा, जिसमें लोन की पूरी गारंटी ली जाएगी. इस शपथ पत्र में साफ कहा जाएगा कि अगर किसी कारण से लोन चुकाने में असमर्थ रहते हैं तो उसकी राशि के एवज में उतनी ही संपत्ति को बेचकर वसूली की जा सकती है.


2-संपत्ति के मालिक को को-अप्‍लीकेंट बनाकर-


दूसरा रास्‍ता यह हो सकता है कि आप अपने दादा या पिता को जिसके नाम पर मौजूदा समय में प्रॉपर्टी है, उन्‍हें अपने लोन में को-अप्‍लीकेंट बना सकते हैं. को-अप्‍लीकेंट बनाने से लोन चुकाने की जितनी जिम्‍मेदारी आपकी रहेगी, उतनी ही आपके दादा या पिता की भी हो जाएगी. ऐसे में बैंक लोन का अमाउंट आसानी से दे सकते हैं, क्‍योंकि उन्‍हें लोन का पैसा डूबने का खतरा नहीं रहेगा.

 


3-संपत्ति आपको गिफ्ट डीड में मिले-


पैतृक संपत्ति पर लोन लेने का तीसरा तरीका यह हो सकता है कि मौजूदा समय में जिसके नाम पर भी यह प्रॉपर्टी है, वह आपके नाम पर एक गिफ्ट डीड बनाकर दे दे. इसका मतलब है कि मान लीजिए आपके दादा जी के नाम पर प्रॉपर्टी है और उनके इकलौते बेटे आपके पिता हैं और आप भी अपने पिता के इकलौते बेटे हैं. तो, ऐसे मामले में आपके दादा जी 50 फीसदी संपत्ति का हिस्‍सा आपके नाम पर गिफ्ट डीड बना सकते हैं. इसके बाद आप इस गिफ्ट डीड पर बैंक से लोन ले सकते हैं. ध्‍यान रहे इसके बाद भी आपको लोन का अप्‍लीकेशन दोनों के ही नाम पर देना पड़ेगा.