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Property Will : 40 साल की उम्र में लोग क्यों लिख रहे हैं वसीयत, जानिए कारण

Property Will : आप जानते हैं कि लोग जीवन के अंतिम पड़ाव पर अपनी वसीयत लिखते हैं। लेकिन हाल के दिनों में अमीर और मिडिल क्लास के युवाओं के बीच वसीयत लिखने का चलन बढ़ा है। आपको बता दें कि 40 की उम्र के आसपास के लोग वसीयत लिख रहे हैं। जानिए इसके पीछे की वहज...
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Property Will : 40 साल की उम्र में लोग क्यों  लिख रहे हैं वसीयत, जानिए कारण

NEWS HINDI TV, DELHI: अमूमन लोग जब बुजुर्ग हो जाते हैं तो अपनी वसीयत लिखते हैं। लेकिन हाल के दिनों में 40 की उम्र के आसपास के अमीर लोगों के बीच वसीयत लिखने का चलन बढ़ता जा रहा है। कोरोना काल के बाद यह चलन बढ़ा है। ऐसे में युवा प्रोफेशनल पैसे कमाने के साथ-साथ वसीयत को भी वरीयता दे रहे हैं। देश में ऐसे युवाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है जो वसीयत के बारे में एक्सपर्ट्स, वकीलों और वेल्थ मैनेजमेंट कंपनियों से सलाह ले रहे हैं। खासकर मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद और पुणे जैसे शहरों से युवा इस बारे में ज्यादा पूछताछ कर रहे हैं।

मुंबई की वर्चुअल विल राइटिंग एंड एडवाइजरी फर्म WillJini को पिछले छह महीने में करीब 7,000 क्वेरीज मिली हैं। इनमें दस में से चार लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 30 से 50 के बीच में है। फर्म का कहना है कि उसे सबसे ज्यादा क्वेरीज मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद और पुणे (Mumbai, Bengaluru, Delhi-NCR, Hyderabad and Pune) से पूछे गए हैं। QuickDox के फाउंडर और सीईओ शिव गोयल का कहना है कि कोरोना महामारी और हाल में कार्डियक अरेस्ट के कारण हुई कई मौतों ने पूरे देश का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। यही वजह है कि लोग अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं और इस तरह की प्लानिंग कर रहे हैं।


प्रक्रिया हुई आसान-

गोयल ने कहा कि 25 से 44 साल की उम्र के लोगों में मृत्युदर में 30 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है। स्टार्टअप कंपनियों ने विल लिखने की व्यवस्था को बहुत आसान बना दिया है। इससे अमीर और मिडिल क्लास के युवाओं के बीच वसीयत लिखने का चलन बढ़ा है। आज वसीयत लिखने की प्रक्रिया बहुत आसान और किफायती हो गई है। घर बैठे-बैठे वसीयत लिखी जा सकती है। यह देखने में आया है कि 35 से 40 साल की उम्र तक परिवार कंप्लीट हो जाता है। तब तक आदमी पहला घर और पहली गाड़ी खरीद लेता है और उसकी अच्छीखासी सेविंग हो जाती है। वेल्थ और सक्सेशन मैनेजर्स भी बैंकों से साथ मिलकर इस अभियान को बढ़ा रहे हैं।

फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का कहना है कि कई युवाओं ने नए जमाने के बिजनस और डिजिटल बिजनस से अच्छी कमाई कर ली है और वे वसीयत लिख रहे हैं ताकि आगे कोई परेशानी न हो। Katalyst Advisors के मैनेजिंग डायरेक्टर केतन दलाल ने कहा कि अलग-अलग व्यक्ति की परिस्थितियां अलग-अलग हैं और सभी के लिए एक समाधान नहीं है। कुछ युवाओं ने अपने दम पर काफी पैसा बनाया है और वे नहीं चाहते हैं कि आने वाली पीढ़ियों के बीच कोई विवाद हो। कुछ मामलों में थोड़े ही समय में युवाओं के पास काफी पैसा आ गया है। इसलिए वे भविष्य में किसी विवाद से बचने के लिए वसीयत लिख रहे हैं।