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Right to Divorce : भारत में तलाक के बाद संपत्ति का बंटवारा कैसे होता है, अधिकतर लोगों को नही है जानकारी

Right to Divorce : कोई भी व्यक्ति अलग होने के लिए लाखों रुपए खर्च करके शादी नहीं करता है। लेकिन पति-पत्नी बनने के बाद इस रिश्ते के साथ आने वाली जिम्मेदारियों को निभाना और हमेशा एक-दूसरे के लिए जीना हर कोई नहीं कर पाता। जिससे रिश्ते में अनबन चालू हो जाती है, विवाह की स्थिति में रिश्ते को खत्म करने के लिए कानूनी प्रक्रिया की जरूरत होती है। ये प्रक्रिया तलाक के आवेदन के साथ शुरू होती है। लेकिन क्या आप जानते है की तलाक के बाद पति पत्नी में कैसे होगा संपत्ति का बंटवारा...
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Right to Divorce : भारत में तलाक के बाद संपत्ति का बंटवारा कैसे होता है, अधिकतर लोगों को नही है जानकारी

NEWS HINDI TV, DELHI: अगर कोई पति-पत्नी शादी में खुश नहीं हैं और वे तलाक लेना चाहते है, तो उन्हें कानूनी प्रक्रिया (legal process of divorce) पूरी कर लेने के बाद अलग होने का अधिकार मिल जाएगा। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद महिला को कानूनी रूप से गुजारा भत्ता (legal alimony)  मिलेगा और उसे पति की संपत्ति का हिस्सा भी मिलता है।
हम आपको इस सवाल का जवाब देने का प्रयास कर रहे हैं। जानिए तलाक के मामलों में कैसे होता है धन का बंटवारा (distribution of wealth) और महिलाओं को क्या-क्या अधिकार मिलते हैं।

 

 

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1। हिंदु मैरिज एक्ट के अनुसार(According to Hindu Marriage Act), जब तक तलाक की प्रक्रिया पूरी नहीं होती, पति द्वारा पत्नी को गुजारा भत्ता देना होगा।
2। तलाक की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पति को एकमुश्त रकम देनी होगी। पत्नी चाहे तो हर महीने, तीन महीने या सालाना भी यह रकम ले सकती है।
3। पत्नी के नाम से जितनी संपत्ति होगी, उस पर उसका एकल अधिकार होता है। जूलरी भी उसी के खाते में आएगी। अगर उसे गिफ्ट में कैश मिला होगा, उसपर भी पत्नी का अधिकार होगा।
4। ज्वाइंट संपत्ति में उसे बराबर हिस्सेदारी मिलेगी। महिला के पास अपने हिस्से की संपत्ति बेचने का भी अधिकार है।
5। जब तलाक के मामले में कोर्ट फैसला करता है तो पति की पूरी संपत्ति में पत्नी का हक (Wife's right in husband's entire property) एक तिहाई से पांचवां हिस्सा होता है। पति की मासिक सैलरी में पत्नी की गुजारे के लिए 25 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी नहीं मिल सकती।

6। नौकरी छूट जाने के मामले में किस्त में देरी हो सकती है। पति की मृत्यु हो जाने पर किस्त भी बंद हो जाएगा। पत्नी द्वारा एकमुस्त राशि पर टैक्स नहीं चुकाना होता।
 

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7। यदि दोनों की कोई संतान है तो पति और पत्नी, दोनों को ही अपनी कमाई से बच्चे के लिए अलग से पैसा देना पड़ता है।
8। पुरुष का हक है कि पत्नी के माता-पिता की तरफ से मिले उपहार पर सिर्फ पति का अधिकार उसी के पास होता है।
9। अगर पुरुष ने पत्नी के नाम पर चल या अचल संपत्ति ली है, लेकिन उसे गिफ्ट नहीं किया है तो उस पर पति का हक होगा।
10। महिला अगर कमा रही हो और वह घर खर्च में लगाई हुए रकम को वापस नहीं मांग सकती है।