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UP, राजस्थान और MP से गुजरने वाले इस एक्सप्रेसवे के कारण 200 गांवों की बदल जाएगी तस्वीर

UP News : देश भर में, एक्सप्रेसवे सहित कई सड़क परियोजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है, जिससे सड़क परिवहन को और बेहतर बनाया जा सके। इसी कड़ी में अटल विकास मार्ग मध्य प्रदेश में बनाया जा रहा है। आपको बता दें कि ये एक्सप्रेसवे यूपी, एमपी और राजस्थान से

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UP, राजस्थान और MP से गुजरने वाले इस एक्सप्रेसवे के कारण 200 गांवों की बदल जाएगी तस्वीर

NEWS HINDI TV, DELHI : देश में सड़क परिवहन को और बेहतर बनाने के लिए एक्सप्रेसवे समेत कई रोड प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम हो रहा है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश में अटल प्रोग्रेस-वे बनाया जा रहा है. खास बात है कि इस प्रोगेस-वे से 3 राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान (rajasthan) और उत्तर प्रदेश के बीच कनेक्टिविटी और बेहतर होगी. इन तीनों राज्यों से होकर चम्बल नदी निकल रही है और इस नदी पर बसे शहरों को रोड ट्रांसपोर्ट से जोड़ने के लिए इसे बनाया जा रहा है. पहले इसे चम्बल एक्सप्रेसवे (Chambal Expressway) नाम दिया गया था, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Prime Minister Atal Bihari Vajpayee) के सम्मान में इसका नाम बदलकर अटल प्रोग्रेस-वे कर दिया.

अटल प्रोग्रेस-वे मध्य प्रदेश सरकार का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है. एमपी, राजस्थान और यूपी को जोड़ने वाला यह 6 लेन एक्सप्रेसवे होगा. नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया इस एक्सप्रेसवे (Expressway) का निर्माण कर रही है. इसके लिए एनएचएआई द्वारा डीपीआर और जमीन अधिग्रहण की कार्यवाही शुरू कर दी गई है. आइये जानते हैं अटल प्रोग्रेसवे का रूट और इससे जुड़ी खासियतें.

404 किलोमीटर लंबा होगा अटल प्रोग्रेस-वे-
प्रस्तावित ‘अटल प्रोग्रेसवे’ चंबल नदी के किनारे बनाया जाएगा. यह एक्सप्रेसवे राजस्थान (rajasthan) के मशहूर शहर कोटा और यूपी के इटावा को मध्य प्रदेश से जोड़ेगा. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 404 किलोमीटर होगी, जिसमें 309 किलोमीटर का हिस्सा एमपी में, 78 किमी. राजस्थान और 17 किमी. हिस्सा उत्तर प्रदेश में होगा. इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 10,000 करोड़ रुपये है.

इन शहरों को मिलेगा बड़ा फायदा-
अलट प्रोग्रेस-वे यूपी के शहर इटावा से शुरू होकर मध्य प्रदेश के भिंड और मुरैना होते हुए कोटा जिले के खातौली से राजस्थान में आएगा. इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद मध्य प्रदेश में भिंड, मुरैना, श्योपुर जिले के साथ-साथ आसपास के इलाकों की तस्वीर बदल जाएगी. क्योंकि एक्सप्रेस वे के दोनों छोर पर लॉजिस्टिक पार्क, इंडस्ट्रियल सेंटर, कृषि उत्पादन केंद्र, खाद्य प्रसंस्करण केंद्र, स्मार्ट सिटी, शिक्षा केंद्र, रिजॉर्ट और कई अन्य संसाधन विकसित किए जाएंगे.


इस वजह से इन इलाकों में रोजगार के नए साधन उपलब्ध होंगे. इस परियोजना से तीनों राज्यों के 200 से अधिक गांवों को बड़ा लाभ मिलेगा. अटल प्रोग्रेस-वे पहले फोरलेन बनाया जाएगा. बढ़ते यातायात को देखते हुए इसे 6 लेन किया जा सकेगा. इसे जंक्शन के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां इस हाईवे को ग्रामीण और स्टेट हाईवे क्रॉस करेंगे और वहां अंडर ब्रिज बनाए जाएंगे.