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Toyota : इन गाड़ियों के सेंसर में आई खराबी, कंपनी ने 1.12 मिलियन कारों को बुलाया वापिस

Toyota motors : कार निर्माता कंपनियां अपनी हर गाडी के फीचर्स ऐसे डिज़ाइन करते है जिससे उनके ग्राहक की सेफ्टी बनी रहे। इसी तरह टोयोटा मोटर भी सेफ्टी के मामले में किसी भी तरह का कोम्प्रोमाईज़ नहीं करती है। ऐसे में इन गाड़ियों के सेंसर में आयी खराबी की वजह से कम्पनी ने 1.12 मिलियन कारों को वापिस बुला लिया है। आइए डिटेल में जाने इन गाडियों के बारे में।

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Toyota : इन गाड़ियों के सेंसर में आई खराबी, कंपनी ने 1.12 मिलियन कारों को बुलाया वापिस

NEWS HINDI TV, DELHI : टोयोटा मोटर (Toyota motors) ने बताया कि दुनियाभर में 1.12 मिलियन गाड़ियों की सेफ्टी में खराबी आई है। इन गाड़ियों के सेंसर में शॉर्ट सर्किट (short circuit) के कारण एयर बैग डिजाइन के अनुसार खुल नहीं पाएंगे। जिसके चलते बड़ा हादसा हो सकता है। इस वजह से कंपनी ने इन सभी गाड़ियों को वापस बुलाने का फैसला किया है। जिन गाड़ियों में खराबी आई है उसमें से 1 मिलियन सिर्फ अमेरिका में हैं। कंपनी जल्द ही इन कारों के ओनर्स को इसकी जानकारी देगी।


कंपनी जिन गाड़ियों को वापस बुलाएगी उसमें 2020 से 2022 में तैयार किए गए मॉडल शामिल हैं। लिस्ट में एवलॉन, कैमरी, कोरोला, RAV4, लेक्सस ES250, ES300H, ES350, RX350 हाईलैंडर और सिएना हाइब्रिड शामिल हैं। इन कारों के ऑक्यूपेंट क्लासिफिकेशन सिस्टम (OCS) सेंसर काम नहीं कर रहे। 


सेंसर यह सुनिश्चित करते हैं कि यदि सामने की सीट पर कोई छोटा एडल्ट या बच्चा बैठा हो तो एयर बैग (air bag) न खुलें। ऐसे में इन सेंसर का डीलर निरीक्षण करेंगे और यदि आवश्यक हुआ तो सेंसर बदले जाएंगे। कंपनी फरवरी से कार ओनर्स को रिकॉल के बारे में सूचित करना शुरू करने की योजना बना रही है।


टोयोटा (Toyota) ने जुलाई 2022 में संयुक्त राज्य अमेरिका में 3,500 RAV4 गाड़ियों के लिए रिकॉल जारी किया था, क्योंकि इंटरनेल पार्ट्स के बीच इंटररिफरेंस के कारण OCS सेंसर गलत तरीके से रहने वाले का पता लगा सकता था। राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक, कार के फ्रंट एयरबैग ने 30 सालों में संयुक्त राज्य अमेरिका में 50,000 से अधिक लोगों की जान बचाई है।


नए सेंसर्स (new sensors) को इसलिए प्रमोट किया गया, क्योंकि पुराने एयरबैग सभी ड्राइवर और पैसेंजर्स के लिए एक ही तरह से तैनात होते थे, जिससे कुछ चोटें आती थीं और दुर्लभ मामलों में बच्चों, छोटे एडल्ट और बिना बेल्ट वाले पैसेंजर की मौत भी हो जाती थी। ये एयरबैग के खुलने के समय उसके बहुत करीब थे।