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HOME LOAN पर आधी रकम बचाने के लिए अपनाएं ये तरीका

HOME LOAN EMI: अगर आप भी होम लोन लेने की सोच रहे हैं तो आज हम आपको बताएंगे कि आप होम लोन लेकर आप किस तरह से उस पर आधी रकम बचा सकते हैं। और आपका लोन भी जल्द ही क्लीयर हो जाएगा। तो आप अगर लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो उससे पहले ये खबर जरुर जान लेनी चाहिए.

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HOME LOAN पर आधी रकम बचाने के लिए अपनाएं ये तरीका

NEWS HINDI TV, DELHI : रिजर्व बैंक( Reserve Bank of India ) ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए 2 साल बाद ब्याज दरों में बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू कर दिया है। मई की शुरुआत में केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट( repo rate today ) में 40 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की है। इस वजह से होम लोन सहित सभी तरह के कर्ज महंगे हो गए हैं। आने वाले दिनों में आरबीआई ब्याज दरों( Home loan interest rates ) में और बढ़ोतरी करेगा, इस बात के पूरे संकेत मिल चुके हैं।

नए जमाने के होम लोन( Home loan ) ग्राहक बेहतर सुविधा चाहते हैं। होम लोन के लिए बैंक या वित्तीय कंपनी चुनते समय वे ब्याज दरों से ज्यादा दूसरी सुविधाओं को देखते हैं। उनकी कोशिश होती है कि प्री-पेमेंट( home loan prepayment ) के जरिये जल्द से जल्द लोन खत्म कर दिया जाए। इसलिए वे इस बारे में बैंकों से ज्यादा जानकारी हासिल करते हैं। हम आपको यहां बता रहे हैं कि कैसे ज्यादा से ज्यादा लोन की राशि को कम समय में चुका दिया जाए। इसके लिए आप इन विकल्पों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

प्री-पेमेंट करें-


प्री-पेमेंट( pre-payment ) के जरिये आप कम समय में अपना होम लोन चुका सकते हैं। इसके तहत बैंक एवं फाइनेंस कंपनी ग्राहकों को ये सुविधा देती हैं कि वे लोन अवधि के दौरान जब चाहें ईएमआई (मासिक किस्त) के अलावा जितनी चाहें उतनी राशि का प्री-पेमेंट कर सकते हैं। यह राशि होम लोन( home loan Amount ) के प्रिसिंपल अमाउंट से कट जाता है यानी आपका प्रिसिंपल अमाउंट कम होता जाता है। इसका फायदा यह होता है कि न सिर्फ लोन की अवधि कम हो जाती है बल्कि ब्याज के रूप में भी एक बड़ी राशि आप बचा सकते हैं।


दो तरीकों से कर सकते हैं प्री-पेमेंट-


इसके तहत आप दो तरीके से प्री-पेमेंट कर सकते हैं। होम लोन ग्राहक अपनी आर्थिक क्षमता के हिसाब से इसका चुनाव कर सकते हैं। या तो बीच-बीच में एकमुश्त प्री-पेमेंट करते रहें या फिर थोड़े-थोड़े अंतराल पर या हर महीने कुछ-कुछ राशि का प्री-पेमेंट करते रहें। जब भी आपके पैसा बड़ा अमाउंट आए या खर्च से अतिरिक्त राशि बचे तो प्री-पेमेंट कर दें। अगर हर साल बोनस मिलता है तो उसका भी इस्तेमाल प्री-पेमेंट में कर सकते हैं।

प्री-पेमेंट करते हुए इस बात का रखें ध्यान-


प्री-पेमेंट करते समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि आपने फ्लोटिंग रेट पर लोन लिया है या फिक्स्ड रेट पर। फिक्स्ड रेट पर लोन लेने वाले ग्राहकों द्वारा प्री-पेमेंट करने पर बैंक प्री-पेमेंट चार्ज वसूलते हैं। अगर आप सिस्टमेटिक पार्ट पेमेंट यानी हर महीने थोड़ा-थोड़ा प्री-पेमेंट का विकल्प चुनते हैं तो इसके आपको काफी आसानी होगी। इससे आप पर ज्यादा आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ेगा और आप भविष्य में बड़ी राशि भी बचा सकेंगे।

उदाहरण के तौर पर अगर आपने 50 लाख रुपये का होम लोन 7 फीसदी ब्याज पर 20 साल के लिए लिया है तो आपकी ईएमएआई 38,765 रुपये बनेगी। पहले महीने की ईएमआई में से 9,598 रुपये मूलधन और बाकी 29,167 रुपये ब्याज की राशि होगी। धीरे-धीरे मूलधन की राशि बढ़ती जाएगी और ब्याज की राशि घटती जाएगी। शुरुआती कुछ सालों में ईएमआई( Home Loan EMI ) में ज्यादातर हिस्सा ब्याज का ही होता है। ऐसे में अगर आप प्री-पेमेंट का विकल्प चुनते हैं और हर महीने 19,600 रुपये प्री-पेमेंट करते हैं तो 10 साल में आपका पूरा लोन चुकता हो जाएगा। साथ ही आप 30,87,266 रुपये का ब्याज बचा सकेंगे।