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Insurance Policy New Rules : बीमाधारकों के लिए बड़ी खबर, अब इंश्‍योरेंस पॉल‍िसी सरेंडर करने पर म‍िलेगा ज्‍यादा पैसा

Insurance Policy New Rules : आपको बता दें कि अगर आप बिमा पॉलिसी को उसके निश्चित समय से पहले तोड़ते हैं तो आपको उस पर सरेंडर चार्ज देना पड़ता है। आपको बीमा पॉलिसी के शब्दों में बता दें कि सरेंडर चार्ज वह होता है जो आप बीमा पॉलिसी को मैच्योरिटी से पहले तोड़ने पर चुकाते हैं। लेकिन अब इंश्‍योरेंस रेग्‍युलेटर एंड डेवलपमेंट अथॉर‍िटी ऑफ इंड‍िया( IRDAI )  ने इसके नियमों में कुछ बदलाव किया है जिससे आपको अब इससे आपको सरेंडर पर भी ज्यादा पैसा मिलने वाला है। आईए जानते हैं इस नए नियम के बारे में.

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Insurance Policy New Rules : बीमाधारकों के लिए बड़ी खबर, अब इंश्‍योरेंस पॉल‍िसी सरेंडर करने पर म‍िलेगा ज्‍यादा पैसा

News Hindi TV, Delhi : Insurance Policy New Rules - पहले लोगों के बीच इंश्‍योरेंस को लेकर जागरूकता नहीं थी। लेक‍िन आज के दौर में अध‍िकतर लोग खुद को और अपने पर‍िवार की सुरक्षा को ध्‍यान में रखते हुए लाइफ इंश्‍योरेंस( life insurance ) कराते हैं।


लेक‍िन पॉल‍िसी होल्‍डर को नुकसान तब होता है जब वह क‍िसी कारणवश पॉल‍िसी को मैच्‍योर‍िटी से पहले सरेंडर करता है। इस स्‍थ‍ित‍ि में उसे बीमा कंपनी की तरफ से कम पैसा द‍िया जाता है। लेक‍िन अब इसको लेकर इंश्‍योरेंस रेग्‍युलेटर एंड डेवलपमेंट अथॉर‍िटी ऑफ इंड‍िया ( IRDAI ) की तरफ से नया न‍ियम बनाने की तैयारी चल रही है।


दिसंबर में इसको लेकर की गई थी चर्चा-

नया न‍ियम लागू होने के बाद पॉल‍िसी सरेंडर करने पर आपको पहले के मुकाबले ज्‍यादा सरेंडर वैल्‍यू( surrender value of Policy ) म‍िल सकती है। इरडाई ( IRDAI ) की तरफ से इसी महीने यह फैसला क‍िया जा सकता है। रेग्‍युलेटर ने दिसंबर में इस पर चर्चा पत्र जारी किया था। इसमें बीमा कंपन‍ियों की तरफ से पॉल‍िसीहोल्‍डर को द‍िये जाने वाली सरेंडर वैल्‍यू को बढ़ाने का प्रस्‍ताव था। इसमें कंपन‍ियों की तरफ से ली जाने वाली सरेंडर वैल्‍यू घटाने का प्रस्‍ताव द‍िया गया था। इसके तहत इरडाई का इरादा पॉलिसीहोल्‍डर को ज्यादा फायदा देना था।


मार्जिन पर 5 प्रत‍िशत तक का असर पड़ेगा!


अगर बीमा कंपन‍ियों( insurance companies ) की सरेंडर फीस को घटाया जाता है तो इंश्‍योरेंस कंपन‍ियों के मार्जिन पर 5 प्रत‍िशत तक का असर पड़ेगा। इसके बाद पॉलिसीहोल्‍डर को मिलने वाली राश‍ि दोगुनी हो सकती है। सूत्रों का दावा है अलग-अलग लाइफ इंश्‍योरेंस कंपनियों और एलआईसी ( LIC ) की तरफ से क‍िये गए आग्रह के बाद इरडाई ( IRDAI ) सरेंडर प्राइस को रीजनेबल बनाने की कोश‍िश कर रही है। सूत्रों का दावा है क‍ि इरडाई इसको लेकर दो अलग-अलग पहलुओं पर व‍िचार कर रहा है।


बीमा कंपनियों के लिए अच्छा फैसला-


IRDAI( Insurance Regulator and Development Authority of India ) सरेंडर वैल्‍यू की गणना उसी तरह कर सकता है, जिस तरह पांच साल पहले सरेंडर की गई पॉल‍िसी की कैलकुलेशन की जाती थी। भले ही इंश्‍योरेंस पॉलिसी( insurance policy ) की अवध‍ि कुछ भी हो। ज्यादा सरेंडर वैल्‍यू पांच साल से ज्यादा वाली पॉलिसी को म‍िल सकती है। यह इंश्‍योरेंस कंपन‍ियों के ल‍िए एक बड़ा कदम होगा। इंश्‍योरेंस कंपनियों की तरफ से सुझाव दिया गया क‍ि लंबी और छोटी अवधि की इंश्‍योरेंस के ल‍िए न‍ियम अलग-अलग होने चाहिए।