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Ram Mandir : रामायण महाकाव्य से जुड़े ये है वो रहस्‍य जिनसे आज भी ज्‍यादातर लोग हैं अनजान!

Prabhu Ram Katha : रामायण हिन्दू धर्म का वो महाकाव्य है जिसके बारे में देश का बच्चा-बच्चा जानता है। रामायण में भगवान राम और देवी सीता के जन्म एवं जीवनयात्रा का पूरा वर्णन हैl इसके बावजूद भी अधिकांश लोगों को रामायण की कहानी से जुड़े कुछ ऐसे रहस्य हैं जिनके बारे में नही पता है। 

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Ram Mandir : रामायण महाकाव्य से जुड़े ये है वो रहस्‍य जिनसे आज भी ज्‍यादातर लोग हैं अनजान!

NEWS HINDI TV, DELHI : लगभग सभी ने अपने बचपन में ही पूरी रामायण देखी है। इसमें प्रभु राम को मर्यादापुरुषोत्‍तम कहा गया है क्‍योंकि वे एक महान राजा थे. उन्होंने दया, सत्य, सदाचार, मर्यादा, करुणा और धर्म का पालन किया. भगवान विष्‍णु के अवतार प्रभु राम ने समाज के लोगों के सामने सेवा का उत्‍कृष्‍ट उदाहरण पेश किया. उनका पूरा जीवन ही प्रेरणादायी है. रामचरितमानस और वाल्‍मीकि रामायण 2 ऐसे महाकाव्‍य हैं, जिनमें प्रभु राम के जीवन के हर पहलू का वर्णन किया गया है. आज इस लेख में रामायण के ऐसे रोचक तथ्‍यों (Interesting facts of Ramayana) के बारे में जानते हैं, जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं.


रामायण के कुछ रोचक तथ्‍य (Interesting facts of Ramayana)


- महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण में कुल 24,000 श्लोक हैं और इसे सात कांडों में विभाजित किया गया है.

- भगवान राम भगवान विष्‍णु के अवतार थे, वहीं भगवान राम के भाई लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न क्रमशः शेषनाग, धर्म, वायु और अदिति के अवतार थे.


- वहीं प्रभु राम की पत्‍नी सीता मां लक्ष्मी का अवतार थीं.
- वाल्मिकी रामायण के मूल संस्करण में, भगवान राम भगवान नहीं थे, कहानी के केंद्र में सीता थीं. 

- प्रभु राम और सीता की सेवा में लक्ष्‍मण इतने समर्पित थे कि वे इस कारण वनवास के 14 वर्ष सोए ही नहीं. इसी कारण जब अयोध्‍या वापस आने पर प्रभु राम का राज्‍याभिषेक चल रहा था, तब लक्ष्‍मण जी दरबार में उपस्थित नहीं थे, बल्कि निद्रा देवी को दिए वचन के कारण वनवास से लौटकर तुरंत सो गए थे. 


 
- माता सीता को मांग में सिंदूर भरते देख भगवान राम के प्रेम में हनुमान जी ने अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लपेट लिया था. तभी से उनका नाम बजरंगी पड़ गया. 
- सीता जी के पिता राजा जनक ने स्‍वयंवर में भगवान शिव का धनुष चलाने की शर्त इसलिए रखी थी क्‍योंकि सीता जी ने बचपन में उस धनुष को खेल-खेल में उठा लिया था. प्रभु राम ने उस धनुष को तोड़ दिया था और स्‍वयंवर जीतकर सीता जी से विवाह लिया था. 
- भगवान शिव के प्रमुख गण नंदी ने रावण को श्राप दिया था कि बंदर तेरे विनाश का कारण बनेंगे. इसलिए पूरी वानर सेना लंका गई और उसका सर्वनाश किया. 

- गायत्री मंत्र रामायण के प्रत्येक 1000 श्लोक के बाद आने वाले पहले अक्षर से बनता है. 

- राम और उनके भाइयों के अलावा राजा दशरथ की एक बेटी भी थी जिसका नाम शांता था.
- जब यमराज को दिए वचन को पूरा करने के लिए लक्ष्‍मण ने सरयू नदी में जल समाधि ले ली तो दुखी होकर प्रभु राम ने भी सरयू नदी में अपनी देह त्‍याग कर दी थी.